तेरे प्यार को अपने सीने में दबाए बैठे हैं
कुछ एहसास अनछुए से बसाए बैठे हैं,
मिलो कभी फुर्सत में जो तुम
बताएंगे तुम्हे...इस सीने मे कितना दर्द छुपाए बैठे हैं।

-नादान लेखिका

Hindi Shayri by नादान लेखिका : 111718879
Mural Paint 2 year ago

क्या खूब लिखा आपने💖👍

राज कुमार कांदु 3 year ago

वाह ! लाजवाब 👌👌

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