#जीवन
मनुष्य पैदा होता है
रिश्तों में बंध जाता है
बड़ा होता है
और नये रिश्ते बनाता है
और एक दिन
अचानक चला जाता है
सब रिश्ते नाते
यही छूट जाते है
इन रिश्तों से जुड़ी
एक कढी टूट जाती है
इसी टूटी कड़ी के साथ
बाकी रिश्तों को जीवन
जीना पड़ता है
क्या
यही जीवन है
अगर यही जीवन है
तो कोई बतायें
यह जीवन
वापस सामान्य कैसे होगा

-Vaishnav

Hindi Thought by Vaishnav : 111656280
Priyan Sri 3 year ago

वक्त हर मर्ज़ की दवा है।

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