मै गई थी गुस्से में तुम्हारे सामने ,,
सोचा था इस बार तो कहकर रहूंगी ,,
पर तुम्हे देखा और
फिर तुमसे प्यार हो गया ।।
10 या 20 मिनट नहीं ,,
पूरे 1 घंटे इंतजार कराया आज ,,
गुस्सा तो बहुत आया ,,
मेट्रो स्टेशन पर खड़े गार्ड अंकल का भी पूछना गलत नहीं था ,,,
" बेटा कहीं जाना भी है या बस यही खड़े रहना है "
और ये सुनकर तो गुस्सा सातवे आसमान पर जा पहुंचा ।
जवाब देने से बेहतर मेट्रो के अंदर जाकर इंतजार करने का सोचा ,
और जैसे - जैसे 1-1 मेट्रो सामने से गुजरती जा रही थी ,,
गुस्सा भी लगातार बढ़ता जा रहा था ।
और फिर तुम आए ,,
तुम्हे देखकर गुस्सा भी बहुत आया ,,
पर जैसे ही तुम मुझे देखकर मुस्कुराए
फिर तुमसे प्यार हो गया ।।
डांटा था उसे मैंने बहुत ,,
की इतना खर्चा मत किया करो ।
कभी तो थोड़ा बचाने का भी सोचो ,,
और इतना कहने पर भी ,,
उसका फिर मेरे लिए कुछ ले आना ।
और मेरे गुस्सा करने पर
उसका जवाब देना ,,
"मेरा और है ही कौन तुम्हारे सिवा"
तुम्हारा नज़रे उठाकर यूं मेरी और देखना
और फिर तुमसे प्यार हो गया ।।
इस बार वेट चेक किया ,,
तो हैरान रह गई ।।
अंडर वेट से ओवर वेट हो गई थी ,
तभी डायट चार्ट बनाया और
एक्सरसाइज का भी मूड बनाया ।
सबको पतला होकर दिखाना है ,,
जो कहते हैं इतना वजन बढ़ा रखा है ,,
सबका मुंह बन्द कराना है ।
तभी तुम वहां पहुंचे ,,
और मेरे सामने आकर खड़े हो गए ,,
हमेशा की तरह इस बार भी ,,
तुम्हे कुछ कहने की जरूरी नहीं थी ,,
तुम सब समझ गए थे ।
और तुम्हारा वो कहना ,,
"तुम जैसी हो परफेक्ट हो"
किसी के लिए खुद को मत बदलो ,
और ये सब तभी करो जब सिर्फ अपने लिए करो ।
और तुम्हारी ये बाते सुनकर
फिर तुमसे प्यार हो गया ।
ब्रेकफस्ट को लंच
और
लंच को इवनिंग स्नैक्स बना देना ।।
शाम की चाय रात में और
डिनर को भुला देना ,,
मेरे ये कहने पर अपने खाने का थोड़ा तो ध्यान रखा करो ,,
तुम्हारा तुरन्त यूं कहना की ,,
इसके लिए तुम तो हो ना ।
और मंद- मंद मुस्कुराना ।
और ये देख कर ,,
फिर तुमसे प्यार हो गया ।
*कल्पनाओं से भरे कुछ एहसास* ।।