सरकार खा गई  #Shorts   #Poetry     #Kavita  #Autocracy #Dictator   #कविता #सरकार #तानाशाही  

जहाँ कहीं भी अन्याय है, निरंकुशता है, कविता का धर्म बनता है कि कमियों को उजागर करे। ये कविता सरकार की निरंकुश प्रवृत्ति के खिलाफ आवाज उठाती हुई लिखी गई है। प्रस्तुत है कविता"सचमुच सब सरकार खा गई"।

Hindi Poem by Ajay Amitabh Suman : 111642217

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