# आज की प्रतियोगिता "
# विषय .होठ "
# कविता ***
तेरे रसीले होठ ,सुदंर लगते है ।
तेरे होठो की लाली ,गजब ढ़ाती है ।।
तेरे होठ तेरे ,यौवन में चार चाँद लगाते है ।
तेरे होठो से ,तू अप्सरा लगती है ।।
तेरे होठ सबका ,जी चुराते है ।
तेरे होठ कुछ कहना ,चाहते है ।।
तेरे होठ प्रेम में ,फडफडाते है ।
तेरे होठ हर बार ,नया रुप धरते है ।।
तेरे होठ लिपिस्टिक से ,सबकी आँखों में ,बस जाते है ।
तेरे होठ खुबसूरत ,गीत गुनगुनाते है ।।
तेरे रसीले होठ ,हर कोई चुमना चाहते है ।
तेरे सुदंर होठ ,तुझे हुस्न की परी बनाते है ।।
तेरे होठ रसीले ,नाजुक लगते है ।
तेरे होठ दिल की बात ,कहना चाहते है ।।
बृजमोहन रणा ,कश्यप ,कवि ,अमदाबाद ,गुजरात ।

Hindi Poem by Brijmohan Rana : 111540860
Brijmohan Rana 4 year ago

आदरणियाजी रवीनाजी धन्यवाद बहनाजी ।

Brijmohan Rana 4 year ago

आदरणियजी जे .पी .जी धन्यवाद मित्रश्रेष्ठ जी ।

Brijmohan Rana 4 year ago

आदरणियजी जी .एस .पी .जी धन्यवाद मित्रश्रेष्ठ जी ।

Brijmohan Rana 4 year ago

आदरणियाजी ए .आर .जी धन्यवाद बहनाजी।

Brijmohan Rana 4 year ago

आदरणियजी जे .डी .जी धन्यवाद मित्रश्रेष्ठ जी ।

Brijmohan Rana 4 year ago

आदरणियाजी आर .आर .आर .जी धन्यवाद बहनाजी ।

Brijmohan Rana 4 year ago

आदरणियजी पी .बी .जी धन्यवाद मित्रश्रेष्ठ जी ।

Brijmohan Rana 4 year ago

आदरणियजी कमलजी धन्यवाद मित्रश्रेष्ठ जी ।

Brijmohan Rana 4 year ago

आदरणियजी एम .वाय .के .जी धन्यवाद मित्रश्रेष्ठ जी ।

Brijmohan Rana 4 year ago

आदरणियाजी एन .एन .के .जी धन्यवाद बहनाजी ।

Brijmohan Rana 4 year ago

आदरणियजी जिद्दी बालक रोहित जी धन्यवाद मित्रश्रेष्ठ जी ।

Brijmohan Rana 4 year ago

आदरणियजी यु .बी .टी .जी धन्यवाद मित्रश्रेष्ठ जी ।

Brijmohan Rana 4 year ago

लाईक करने वाले सभी मित्रों व बहनों को तहेदिल से धन्यवाद जी ।

Brijmohan Rana 4 year ago

आदरणियाजी धन्यवाद बहनाजी ।

Brijmohan Rana 4 year ago

आदरणियजी warmessi ,धन्यवाद मित्रश्रेष्ठ जी ।

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