प्रजेन्टेशन..!!

रेनू! सलोनी कहाँ है?उससे कहो कि लड़के वालों के आने का टाइम हो गया है, जरा तैयार हो जाएँ,मधु ने अपनी छोटी बेटी रेनू से पूछा।।
     शायद छत पर होगीं, रेनू ने जवाब दिया।।
    उसे तैयार कर दे उसे और देख तू ज्यादा तैयार मत होना, पता चला फिर से पिछली बार की तरह लड़के वाले तुझे ही पसंद कर लें,मधु बोली।।
      ठीक है मां,अभी दीदी से तैयार होने को कहतीं हूं, रेनू बोली।।
     और उधर सलोनी के पापा सुधीर ने भी पूरे घर में उथल-पुथल मचा रखी है,ना जाने कितने बार तो वो बाजार दौड़े,सारी चीज़ें अपने तरीके से की,बैठक की सफाई उन्होंने खुद की और साज सज्जा का ख़ासतौर से ख्याल रखा,जो भी नाश्ता बनाया गया है मेहमानों के लिए पहले उन्होंने ही चख कर देखा कि अच्छा बना है या नहीं।।
    सुधीर ने अपने तरीके से सारी जांच कर लेने के बाद मधु से पूछा, सलोनी तैयार हुई या नहीं,इस बार थोड़ा कायदे से तैयार करना उसे।।
     हां, मैंने अभी रेनू से कहा है कि उसे तैयार कर दे,मधु बोली।
    तभी रेनू ने छत पर जाकर देखा कि सलोनी उदास खड़ी है।।
   चलो दीदी! तैयार हो जाओ,रेनू बोली।।
     नहीं रेनू!मेरा मन नहीं कर रहा है,तीन बार ऐसा हो चुका है ,लड़के वाले आते हैं,मेरा सांवला रंग देखकर मना करते हैं या तो दहेज की रकम बढ़ा देते हैं,
    नहीं दीदी ऐसा मत सोचो,चलो तैयार हो जाओ शायद इस बार सब ठीक हो,रेनू बोली।।
      सलोनी तैयार होकर लड़के वाले के सामने पहुंची, उससे सवाल पूछे गए।।
    फिर चाय नाश्ता हुआ उसके बाद लंच, फिर और भी बातें हुई और बात फिर से दान दहेज पर आ कर अटक गई।।
    लड़के वाले बोले,आपकी बेटी भी तो सांवली है।।
       इस बार रेनू चुप नहीं रह पाई और बोल पड़ी__
आप लोगों को पता है,मेरी दीदी आॅलराउण्डर रही हैं और काॅलेज में गैल्डमैडलिस्ट लेकिन हमारे देश की सबसे बड़ी बिडम्बना है कि मां बाप बेटी के दहेज के लिए तो खर्चा करते हैं लेकिन उसकी पढ़ाई में खर्चा नहीं करना चाहते और इस तरह दहेज के नाम पर उसके हिस्से की जमा-पूंजी बेटी को भी नहीं मिलती,ले जाता है कोई और।।
      लड़के वाले उनकी बेटी को देखने आते हैं और मां बाप उसे एक प्रोडक्ट की तरह उसकी नुमाइश करते हैं,और घर को ही प्रेजेन्टेशन का माहौल बना दिया जाता है कि हमारा प्रोडक्ट पसंद कर लिया जाए, लेकिन ये कभी नहीं देखा जाता कि लड़की में भी काबिलियत है,क्या पता लड़की को भी मौका मिले और वो उस लड़के से भी आगे निकल जाए लेकिन नहीं लड़की की काबिलियत हमेशा लड़कों से कम आंकी जाती है।।
     आखिर कब तक बेटी के मां को इस तरह की प्रेजेन्टेशन देनी पड़ेगी और आप लोग क्या मेरी दीदी को रेजेक्ट करेंगे,हम लोगों को आपका लड़का पसंद नहीं है और इतना कहकर रेनू , सलोनी से बोली__
    चलो दीदी! तुम अपने इंटरव्यू की तैयारी करो, नौकरी मिल जाएगी तो तुम्हें किसी के सहारे की जरूरत नहीं है और रेनू, सलोनी को अंदर ले गई।‌
     सब चुप होकर देखते रह गए।

समाप्त__
सरोज वर्मा__
   

Hindi Story by Saroj Verma : 111512325

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