मुकुल की उपेक्षा से कामिनी समझ नहीं पा रही थी कि वह ऐसा व्यवहार क्यों कर रहा है ? उसने अपनी दोस्त नीलम से इसका जिक्र किया। कामिनी की परेशानी नीलम को सोचने पर मजबूर करती है कि आखिर उसके साथ क्या हो रहा है। वहीँ अरोरा अंकल आंटी हैं जो इस उम्र में भी एक दूसरे के पूरक बने हुए हैं। मुकुल अपनी अक्षमता पर खुद चिंतित है वह समझ नहीं पा रहा है कि उसके साथ ऐसा क्या हो रहा है ? कामिनी की सोसाइटी में रहने वाला सुयोग अपनी पत्नी प्रिया से दूर रहता है। ऑफिस से घर आनेके बाद अकेलापन उसे भर देता है। उसी सोसाइटी में रहने वाली शालिनी अपने प्रेमी अभय की मौत के बाद अकेले रहती है। वह अपने आप को पार्टी म्यूजिक से बहलाती है लेकिन अकेलापन उसे भी खाता है। वह अकेले उससे जूझती है। कामिनी का मुकुल को लेकर शक गहरा होता जाता है और उनके बीच का झगड़ा कमरे की सीमा पार कर घर के अन्य सदस्यों को भी हैरान कर देता है।
पढ़ें उपन्यास देह की दहलीज पर

Kavita Verma लिखित कहानी "देह की दहलीज पर - 1" मातृभारती पर फ़्री में पढ़ें
https://www.matrubharti.com/book/19884120/deh-ki-dahleez-par-1

Hindi Story by Kavita Verma : 111454519
Ekta. R 4 year ago

काशी का राही (Hindi Edition) https://www.amazon.in/dp/B088ZSK2TB/ref=cm_sw_r_cp_apa_i_br00EbJG18KD1

Rita Gupta 4 year ago

अभी ये धारावाहिक आगे भी चलेगी। कुछ और भाग हैं । आप पढ़ते रहें

Krishna Pathak 4 year ago

इसके 10 ही भाग है, क्या आगे भी नए भाग लिखे जाएगे या खत्म ये कहानी !

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now