#Nest
#घोंसला
#आशियाना

तिनका तिनका बिखर गया,
धूल में जाकर वो मिल गया,

कुचल दिया उसे हवाओं ने,
अस्तित्व उसका मिटा दिया,

बच गया था जो आशियाने में,
वह हौसला मेरा बुलंद हुआ।

Hindi Shayri by अnu : 111452662
अnu 4 year ago

धन्यवाद जी

अnu 4 year ago

Shukriya ji

Adil Uddin 4 year ago

बहुत खूबसूरत

अnu 4 year ago

शुक्रिया

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now