कीसीको प्यार नशीब से मीलता हे तो कीसीको प्यार नशीब हि नहीं होता,
अजी जनाब झूठे हे वो लोग जो नशीब को अपनाते फिर उसी नशीब को बदनाम करते हे,
हमारी तकदीर मे तो नशीब भी था और वो भी थे,
फीर आज हम युह तन्हा क्यों जी रहे,
क्यूँ हम अकेले जी रहे हे,
नशीब बेबस हो जाता हे हम जेसे सच्चे आशिको के साथ।
#नशीब