मुजे मेरे लफ्जो में खोजने की कोशिश मत करो..
तुमने अपने अल्फाजो में मुजे छुपा रखा है..

मेरे पास तो सिर्फ ये कागज़ और कलम है..
मेंने तो तेरी महोब्बत को स्याही बनाकर छुपा रखा है...

- परमार रोहिणी " राही "

#सिर्फ

Hindi Shayri by Rohiniba Raahi : 111436415

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