सांसे है जब तक मुश्किलें तो आनी जानी है,
कभी खुशी कभी गम की कहानी है..

कितनी किसकी वाकी है किसको पता,
जो गुजर गई वहीं तो जिंदगानी हैं..

मतलबी लोग थे मिलके भूल गए,
मगर कमबख्त इसमें कहां परेशानी हैं..

ना जाने किस बात का उन्हें गुरूर हो गया,
जो भी हुआ उनके दिल की नाफरमानी है..

कौन निभाता है दोस्तियां उम्र भर यहां,
धूप आते ही सूख जाता बारिश का पानी है..

चली आती है दौड़ी तन्हा देखकर मुझे,
बस इक तन्हाइयां ही तो मेरी दीवानी हैं..

#satyerndr @

Hindi Shayri by Satyendra prajapati : 111277083

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