hindi Best Women Focused Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Women Focused in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cult...Read More


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वो भूली दास्तां भाग-२ By Saroj Prajapati

आज रश्मि की शादी थी । शाम होते ही चांदनी ने अपनी मां से कहा "मां मैं रश्मि के घर जा रही हूं । उसे तैयार करवाने पार्लर लेकर जाना है। चाची ने यह जिम्मेदारी मुझे सौंपी है। । आपको मैं...

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औरतें रोती नहीं - 25 - अंतिम भाग By Jayanti Ranganathan

औरतें रोती नहीं जयंती रंगनाथन Chapter 25 इस मोड़ से आगे रात जमकर नींद आई। बारह बजे उसे स्टूडियो पहुंचना था। तैयार होने से पहले आंटी का नौकर सतीश बता गया कि कोई फैजल आया है उससे मिल...

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घर की मुर्गी - प्रस्तावना By AKANKSHA SRIVASTAVA

अक्सर ससुराल में नई बहू के आते ही उसे जिम्मेदारी के नाम पर अकेले ही हजारों कामो के लिए सौप दिया जाता हैं। बिना यह सोचें कि वह अभी इस घर मे नयी है। हर लड़की को मायके की आजादी से निकल...

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कड़क रोटी... By सिमरन जयेश्वरी

"उफ़्फ़!!! यार मैं तंग आ चुकी हूं। इस रोटी मेकर को भी आज ही खराब होना था।" किचन में रोटी बना रही अर्चना ने अपने माथे का पसीना पोंछते हुए कहा। "क्या हुआ अर्चना। क्यों परेशान हो गई तुम...

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जीने के लिए - 3 By Rama Sharma Manavi

गतांक से आगे.......….... तृतीय अध्याय--------------------------- समय अभी और कुठाराघात करने वाला था।अभी तो आरती के हृदय में धोखे का ख़ंजर आर पार होने वाला था। एक दिन किसी...

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कलंक नही ब्रा हूँ मैं ! By AKANKSHA SRIVASTAVA

"जो महसूस किया वह ना लिखा तो क्या लिखा,सुना वो जो औरो ने सुनकर भी अनदेखा कर दिया....ये कोई कहानी नही अपितु लेख है। हर स्त्री की वो पीड़ा है जिसे वो अपने भीतर कैद करके रखने की कसम खा...

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कुत्‍ते की पूँछ By rajendra shrivastava

कहानी कुत्‍ते की पूँछ राजेन्‍द्र कुमार श्रीवास्‍तव, ''मैंने क्‍या किया ?'' सदा की तरह यह आश्‍चर्य मिश्रित...

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मांजी के नाम की पाति By Medha Jha

फेसबुक खोलते ध्यान गया अपूर्वा का, कोई मैसेज आया था। ' मांजी, नहीं रही। ' - नील का मैसेज था।एक क्षण के लिए शून्य हो गया उसका दिमाग। वात्सल्य से भरी मांजी का चेहरा घूम गया न...

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बहनें ( तुम देना साथ मेरा ) By Pragya Chandna

आज आशा का जन्म हुआ है। कोई और घर होता तो लक्ष्मी आने की खुशी में जश्न मनाया जाता किंतु आशा के घर में आज मातम पसरा हुआ है ‌। सुबह से घर में चूल्हा नहीं जला और आशा की दादी आशा की मां...

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तलाक-शुदा By Sunita Agarwal

एक औरत की जिन्दगी जुए की तरह दाव पर लगी होती है या लगाई जाती है।जिंदगी के इस जुए में यदि बाजी उसके पक्ष में होती है उसकी जिंदगी सोभाग्य बन जाती है और यदि उसके बिपरीत होती है तो दुर...

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मकान नम्बर एक सौ पैंतालीस By Satish Sardana Kumar

मकान नम्बर एक सौ पैंतालीसकहानीलेखक:सतीश सरदानासुदीप का 1992 मॉडल बजाज चेतक स्कूटर एक किक में स्टार्ट हो गया।कभी-कभी तीन चार किक में भी स्टार्ट नहीं होता।इस बात को शुभ लक्षण मानकर उ...

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हां.. मैं नारी ही तो थी।। By Saroj Verma

हां..मैं नारी ही तो थी..!! मैं वही असहाय सुनैना ही तो हूँ जो राम को ये ना कह सकीं कि हे राम! तुमने मेरी पुत्री को वन क्यों भेजा,उसका क्या दोष था,उसने तो कभी अपने पतिकर्तव्य से कभी...

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द्रौपदी.. By Saroj Verma

द्रौपदी..!!? मैं द्रोपदी,कितना असहज था ये स्वीकारना कि मेरे पांच पति होगें, माता कुन्ती ने कितनी सरलता से कह दिया कि जो भिक्षा में मिला सभी भाई आपस मे बांट लों,किसी ने कभी विचार क...

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फैसला - 2 By Sunita Agarwal

अभी तक आपने पढ़ा...अनन्या की शादी अमित से हो जाती है। अमित SBI में असिस्टेंट मैनेजर है।शुरुआत में सब अच्छा था। दोनों अपनी शादी में बहुत खुश थे। दोनों में खूब प्यार था। लेकिन थोड़े...

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क्योंकि तुम मेरी पत्नी हो By Saroj Verma

क्योंकि तुम मेरी पत्नी हो...!! क्या हुआ? स्नेहा इतनी उदास सी कैसे लग रहीं हो? स्नेहा के पति गौरव ने पूछा।। बस,आज कुछ ऐसा हाथ लग गया, जो केवल दर्द के एहसासों से भरा हैं,स्नेहा बोली...

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चुपङी रोटियाँ By Sneh Goswami

चुपड़ी रोटियां रजनी ने सिम्मी आंटी का दरवाजा जोर से खटकाया । सिमरन ने दरवाजा खोला तो रजनी एकदम से फट ही पड़ी ।आंटी जी ! इसे कहते हैं कलयुग । घोर कलयुग आ गया घोर ।" पर हुआ क्य...

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कलकत्ता ब्यूटी पार्लर By Kumar Gourav

रामदेव सिंह के बेटी का ब्याह है। दू फेरा से प्रधान हैं सरकारी इंजीनियर दामाद उतारे हैं । एकदम पैसा से बोझ दिए हैं। कौन एक नंबर के पैसा है, सब तो दू नंबर का सरकारी पैसा समेट के रखे...

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बेगम की कोठी By Saroj Verma

बेगम़ की कोठी...!! निरंजन की मोटरसाइकिल की आवाज़ सुनकर, सुमित्रा ने गेट खोला और गेट खोलते ही निरंजन से कहा।। लल्ला! कहाँ रह गए थे,कब से इंतजार कर रहे हैं हम तुम्हारा,...

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सोशल साइट्स By Priya Vachhani

मोबाइल में मैसेज की टोन बजते ही अनीता का ध्यान मोबाइल की तरफ गया। सामने मधु का मैसेज देख चेहरे पर मुस्कान आ गई। मधु ने "हाय" भेजा था। अनीता ने भी जवाब दिया हेलो मधु !!कैसी हो ?कहां...

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कुसूरवार कौन ?? By Varsha

पूजा को अचानक मंडप में आया देख लोगो में खलबली मच गई....!!!!पर पूजा चुपचाप जाकर एक कोने में खड़ी हो गई......लोगों ने बातों की, इल्जामो की, और व्यंग बाणों की झड़ी लगा दी.....कैसी लडक...

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सावधान By सिद्धार्थ शुक्ला

#सावधानआपने कुछ समय से एक चीज नोट की हो या ना की हो मैंने नोट जरूर की है कि महिलाओं पर खासतौर से शादीशुदा दम्पत्तियों पर तरह-तरह के मजाक से भरे हुए चुटकुले व्हाट्सएप पर और दूसरे सो...

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खनकती चूड़ियाँ By निशा शर्मा

अपने कपड़े उतारकर बिस्तर पर लेट जाओ और हाँ अपनी ये चूड़ियाँ उतार दो। बगल के कमरे में मेरी पत्नी सोयी है उसे बस पैरालाइसिस हुआ है,अभी मरी नहीं है । जी बाबू जी अभी उतार देती हूँ ये चूड़...

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नूरीन - 6 - अंतिम भाग By Pradeep Shrivastava

नूरीन - प्रदीप श्रीवास्तव भाग 6 अम्मी तुमने मेरे सामने इसके अलावा कोई रास्ता नहीं छोड़ा है। इसलिए जा रही हूं। हो सके तो गुनाहों से तौबा कर लेना। ज़िंदगी बड़ी खूबसूरत है। इसे खूबसूरत ब...

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अनाम रिश्ते By Sudha Adesh

अनाम रिश्ते कार्तिकेय को घर लौटने में निरंतर आवश्यकता से अधिक देरी होने पर न जाने क्यों, कुछ दिनों से करीना को अत्यंत क्रोध आने लगा था । उसके टोकने पर अतिआवश्यक मीटिंग में फँस गया...

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और कुहासा छँट गया..... By Varsha

.... ...... पापा....अब मैं वहाँ कभी नहीं जाऊँगी....!!!!पापा वो इंसान नहीं जल्लाद है....उसका परिवार भी उसके साथ है हर कदम.....उन्हें बहू नहीं सिर्फ नौकरानी चाहिए.....देख...

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लखनऊ की तवायफ By Sudhir Kamal

लखनऊ की तवायफ --“आदाब बजा लाता हूं बेगम साहिबा!” --“हूं……..साथ कौन जायेगा इस बार?” अमीना बेगम ने गहरी नजरों से मुआयना करते हुये पूछा। --“जी साबिर और मुख़्तार, ख़ालाजाद भाई हैं मेरे।...

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रिश्ते.. - 2 By Sunita Agarwal

उसका प्रसब का समय करीब आने लगा उसका भाई उसे लेने आया ताकि आभा का पहला प्रसब मायके में हो सके।आभा की सास ने उससे सारे अच्छे कपड़े जेवर ले लिए और थोड़े से कपड़ों में उसे इस तरह मायके...

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वो पता By Medha Jha

वो पतासाल २००० , जिंदगी का वह पहला सफ़र जब वो और सृष्टि पहुंचे थे मुंबई करीब ८ बजे संध्या। हां , मुंबई के लिए वो संध्या ही था, जिसे छोटे शहर वाले रात कहते हैं। मामा आने वाले थे लेन...

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काश तुमने कह दिया होता By Megha Rathi

काश तुमने कह दिया होता कभी- कभी कुछ यादें ऐसी होती हैं जो इंसानियत और रिश्तों से विश्वाश तार-तार कर देती हैं। (पहचान छिपाने के लिए मैंने नाम व स्थान बदल दिया है। मेरे ख्याल से यह ज...

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लव योर सेल्फ मम्मा By Dr Vinita Rahurikar

लव योर सेल्फ मम्मा ...किचन में मीनू के लिए मठरियाँ तलती अनुभा की आँखें बार-बार भर आ रही थीं. मन जाने कैसा तो हो रहा था। इसीलिए अपने मनोभावों को छुपाने के लिए वह सुबह से ही एक के बा...

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वो भूली दास्तां भाग-२ By Saroj Prajapati

आज रश्मि की शादी थी । शाम होते ही चांदनी ने अपनी मां से कहा "मां मैं रश्मि के घर जा रही हूं । उसे तैयार करवाने पार्लर लेकर जाना है। चाची ने यह जिम्मेदारी मुझे सौंपी है। । आपको मैं...

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औरतें रोती नहीं - 25 - अंतिम भाग By Jayanti Ranganathan

औरतें रोती नहीं जयंती रंगनाथन Chapter 25 इस मोड़ से आगे रात जमकर नींद आई। बारह बजे उसे स्टूडियो पहुंचना था। तैयार होने से पहले आंटी का नौकर सतीश बता गया कि कोई फैजल आया है उससे मिल...

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घर की मुर्गी - प्रस्तावना By AKANKSHA SRIVASTAVA

अक्सर ससुराल में नई बहू के आते ही उसे जिम्मेदारी के नाम पर अकेले ही हजारों कामो के लिए सौप दिया जाता हैं। बिना यह सोचें कि वह अभी इस घर मे नयी है। हर लड़की को मायके की आजादी से निकल...

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कड़क रोटी... By सिमरन जयेश्वरी

"उफ़्फ़!!! यार मैं तंग आ चुकी हूं। इस रोटी मेकर को भी आज ही खराब होना था।" किचन में रोटी बना रही अर्चना ने अपने माथे का पसीना पोंछते हुए कहा। "क्या हुआ अर्चना। क्यों परेशान हो गई तुम...

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जीने के लिए - 3 By Rama Sharma Manavi

गतांक से आगे.......….... तृतीय अध्याय--------------------------- समय अभी और कुठाराघात करने वाला था।अभी तो आरती के हृदय में धोखे का ख़ंजर आर पार होने वाला था। एक दिन किसी...

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कलंक नही ब्रा हूँ मैं ! By AKANKSHA SRIVASTAVA

"जो महसूस किया वह ना लिखा तो क्या लिखा,सुना वो जो औरो ने सुनकर भी अनदेखा कर दिया....ये कोई कहानी नही अपितु लेख है। हर स्त्री की वो पीड़ा है जिसे वो अपने भीतर कैद करके रखने की कसम खा...

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कुत्‍ते की पूँछ By rajendra shrivastava

कहानी कुत्‍ते की पूँछ राजेन्‍द्र कुमार श्रीवास्‍तव, ''मैंने क्‍या किया ?'' सदा की तरह यह आश्‍चर्य मिश्रित...

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मांजी के नाम की पाति By Medha Jha

फेसबुक खोलते ध्यान गया अपूर्वा का, कोई मैसेज आया था। ' मांजी, नहीं रही। ' - नील का मैसेज था।एक क्षण के लिए शून्य हो गया उसका दिमाग। वात्सल्य से भरी मांजी का चेहरा घूम गया न...

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बहनें ( तुम देना साथ मेरा ) By Pragya Chandna

आज आशा का जन्म हुआ है। कोई और घर होता तो लक्ष्मी आने की खुशी में जश्न मनाया जाता किंतु आशा के घर में आज मातम पसरा हुआ है ‌। सुबह से घर में चूल्हा नहीं जला और आशा की दादी आशा की मां...

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तलाक-शुदा By Sunita Agarwal

एक औरत की जिन्दगी जुए की तरह दाव पर लगी होती है या लगाई जाती है।जिंदगी के इस जुए में यदि बाजी उसके पक्ष में होती है उसकी जिंदगी सोभाग्य बन जाती है और यदि उसके बिपरीत होती है तो दुर...

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मकान नम्बर एक सौ पैंतालीस By Satish Sardana Kumar

मकान नम्बर एक सौ पैंतालीसकहानीलेखक:सतीश सरदानासुदीप का 1992 मॉडल बजाज चेतक स्कूटर एक किक में स्टार्ट हो गया।कभी-कभी तीन चार किक में भी स्टार्ट नहीं होता।इस बात को शुभ लक्षण मानकर उ...

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हां.. मैं नारी ही तो थी।। By Saroj Verma

हां..मैं नारी ही तो थी..!! मैं वही असहाय सुनैना ही तो हूँ जो राम को ये ना कह सकीं कि हे राम! तुमने मेरी पुत्री को वन क्यों भेजा,उसका क्या दोष था,उसने तो कभी अपने पतिकर्तव्य से कभी...

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द्रौपदी.. By Saroj Verma

द्रौपदी..!!? मैं द्रोपदी,कितना असहज था ये स्वीकारना कि मेरे पांच पति होगें, माता कुन्ती ने कितनी सरलता से कह दिया कि जो भिक्षा में मिला सभी भाई आपस मे बांट लों,किसी ने कभी विचार क...

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फैसला - 2 By Sunita Agarwal

अभी तक आपने पढ़ा...अनन्या की शादी अमित से हो जाती है। अमित SBI में असिस्टेंट मैनेजर है।शुरुआत में सब अच्छा था। दोनों अपनी शादी में बहुत खुश थे। दोनों में खूब प्यार था। लेकिन थोड़े...

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क्योंकि तुम मेरी पत्नी हो...!! क्या हुआ? स्नेहा इतनी उदास सी कैसे लग रहीं हो? स्नेहा के पति गौरव ने पूछा।। बस,आज कुछ ऐसा हाथ लग गया, जो केवल दर्द के एहसासों से भरा हैं,स्नेहा बोली...

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चुपङी रोटियाँ By Sneh Goswami

चुपड़ी रोटियां रजनी ने सिम्मी आंटी का दरवाजा जोर से खटकाया । सिमरन ने दरवाजा खोला तो रजनी एकदम से फट ही पड़ी ।आंटी जी ! इसे कहते हैं कलयुग । घोर कलयुग आ गया घोर ।" पर हुआ क्य...

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कलकत्ता ब्यूटी पार्लर By Kumar Gourav

रामदेव सिंह के बेटी का ब्याह है। दू फेरा से प्रधान हैं सरकारी इंजीनियर दामाद उतारे हैं । एकदम पैसा से बोझ दिए हैं। कौन एक नंबर के पैसा है, सब तो दू नंबर का सरकारी पैसा समेट के रखे...

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बेगम की कोठी By Saroj Verma

बेगम़ की कोठी...!! निरंजन की मोटरसाइकिल की आवाज़ सुनकर, सुमित्रा ने गेट खोला और गेट खोलते ही निरंजन से कहा।। लल्ला! कहाँ रह गए थे,कब से इंतजार कर रहे हैं हम तुम्हारा,...

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मोबाइल में मैसेज की टोन बजते ही अनीता का ध्यान मोबाइल की तरफ गया। सामने मधु का मैसेज देख चेहरे पर मुस्कान आ गई। मधु ने "हाय" भेजा था। अनीता ने भी जवाब दिया हेलो मधु !!कैसी हो ?कहां...

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कुसूरवार कौन ?? By Varsha

पूजा को अचानक मंडप में आया देख लोगो में खलबली मच गई....!!!!पर पूजा चुपचाप जाकर एक कोने में खड़ी हो गई......लोगों ने बातों की, इल्जामो की, और व्यंग बाणों की झड़ी लगा दी.....कैसी लडक...

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सावधान By सिद्धार्थ शुक्ला

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खनकती चूड़ियाँ By निशा शर्मा

अपने कपड़े उतारकर बिस्तर पर लेट जाओ और हाँ अपनी ये चूड़ियाँ उतार दो। बगल के कमरे में मेरी पत्नी सोयी है उसे बस पैरालाइसिस हुआ है,अभी मरी नहीं है । जी बाबू जी अभी उतार देती हूँ ये चूड़...

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अनाम रिश्ते कार्तिकेय को घर लौटने में निरंतर आवश्यकता से अधिक देरी होने पर न जाने क्यों, कुछ दिनों से करीना को अत्यंत क्रोध आने लगा था । उसके टोकने पर अतिआवश्यक मीटिंग में फँस गया...

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रिश्ते.. - 2 By Sunita Agarwal

उसका प्रसब का समय करीब आने लगा उसका भाई उसे लेने आया ताकि आभा का पहला प्रसब मायके में हो सके।आभा की सास ने उससे सारे अच्छे कपड़े जेवर ले लिए और थोड़े से कपड़ों में उसे इस तरह मायके...

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काश तुमने कह दिया होता By Megha Rathi

काश तुमने कह दिया होता कभी- कभी कुछ यादें ऐसी होती हैं जो इंसानियत और रिश्तों से विश्वाश तार-तार कर देती हैं। (पहचान छिपाने के लिए मैंने नाम व स्थान बदल दिया है। मेरे ख्याल से यह ज...

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लव योर सेल्फ मम्मा By Dr Vinita Rahurikar

लव योर सेल्फ मम्मा ...किचन में मीनू के लिए मठरियाँ तलती अनुभा की आँखें बार-बार भर आ रही थीं. मन जाने कैसा तो हो रहा था। इसीलिए अपने मनोभावों को छुपाने के लिए वह सुबह से ही एक के बा...

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