hindi Best Women Focused Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Women Focused in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cult...Read More


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बेटी साँवली पैदा हुई तो जहर दे दिया........ By pooja

हमारे गांव में एक कहावत बड़ी प्रचलित थी, जिसे घर की बड़ी-बूढ़ी औरतें हर उस बहू को सुनातीं, जो पेट से होती। कहावत थी- "कथरी हो तो सुथरी, बिटिया हो तो उजरी।" मतलब कि कथरी यानी बिछौना...

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मशरूफियत By SARWAT FATMI

मशरूफियत मशरूफियत इस कदर होगयी हैँ जैसे कभी मैं वो थी ही नहीं अपनों के बिच रह कर खुद को तन्हा पाया अकेलेपन को अपना दोस्त बना लिया खुद को मशरूफ रख खुद मे खुशियां ढूंढ़ने लगी पास सब थ...

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औरत का कोई अधिकार नहीं ?? By pooja

• मैरिटल रेप यानी अपनी पत्नी के साथ बलात्कार कोई अपराध नहीं है।• पति अगर अपनी पत्नी के साथ अप्राकृतिक सेक्स यानी एनल सेक्स यानी गुदा मैथुन करे तो वो भी बलात्कार नहीं है।एनल सेक्स य...

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आई कैन सी यू - 15 By Aisha Diwan

अभी सुरज दिखाई नहीं दे रहा था लेकिन उसकी रौशनी फैल चुकी थी। पक्षियों की मधुर आवाज़ और मनमोहक गुलों की खुशबू से पूरा कॉलेज महक उठा था। खिड़की के पर्दों को धक्के मार कर आ रही हवाओं न...

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स्वस्थ, सुंदर, गुणवान, दीर्घायु-दिव्य संतान कैसे प्राप्त करे? - भाग 1 By Praveen kumrawat

माँ के आहार-विहार व विचारों से गर्भस्थ शिशु पोषित व संस्कारित होता है। जगत में कुछ भी असम्भव नहीं है। प्रत्येक गर्भवती महिला अपने यहाँ श्रीरामचन्द्रजी, श्रीकृष्ण, अर्जुन, महात्मा ब...

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इतना तो चलता है - 2 By Komal Mehta

बात करते है इतना तो चलता है यार।यदि तुम्हारा सहकर्मचारी बात बात पे ..तुम्हे छूता है,कभी तुम्हारे शोल्डर पर कभी तुम्हारे हाथ को,और तुम कैसे ये सोच सकते हो,कीइतना तो चलता है।यदि तुम्...

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सदाबहार के फूल By Sharovan

सदाबहार के फूल ***यदि सदाबहार ने उसका साथ दिया तो गोद तो उसकी भरेगी ही, घर का आंगन भी किलकारियों की तंरग से भर जायेगा। यह भेद भी केवल वह जानेगी और सदाबहार। इन्हें तो कुछ पता ही नही...

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सजावटी मुस्कुराहट By SARWAT FATMI

सजावटी मुस्कुराहट लोग कहते हैं मैं एक अच्छी अदाकारा हूं रुख पर मुस्कान रख दुनिया को बदलने की चाहत में फिर सुबह एक नहीं किरण के साथ चल पड़ती हूं  कितनी भी रुकावट होती है बस एक सजावट...

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ज़रा हटके ज़रा बचके - मूवी रिव्यू: By Chirag Kakkad

हैलो दोस्तों, में चिराग कक्कड़ कुछ नया करने का प्रयास कर रहा हूं और आज मैं आपको "ज़रा हटके ज़रा बचके" मूवी का रिव्यू देने वाला हूँ। ज़रा हटके ज़रा बचके मूवी रिव्यू: मैं आपको मूवी क...

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एक गृहणी By Asmita Madhesiya

लड़की जब तक अपने मां के घर में रहती है , या ये कह लो की लड़की जब तक अपने पिता के घर में रहती है तब तक उसका जीवन बिल्कुल अलग होता है । और जब उसका विवाह हो जाता है तब वो बिल्कुल जीवन...

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जिद्दी मोहब्बत - 1 By Gumnaam shayar

 **खुशी का ऑफिस का पल**मुंबई के सीनियर सरकारी ऑफिस में, खुशी सिंह राठौड़ अपने कार्यालय में बैठी थी। कमरे की दीवारें सुनहरे रंग की लकड़ी की थीं, और हर कोने में फाइन फर्नीचर था। कमरे...

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सेकेण्ड वाइफ़ - भाग 4 (अंतिम भाग) By Pradeep Shrivastava

 भाग-4 प्रदीप श्रीवास्तव इस संशय के बीच एक बजते ही मैं बात करने के लिए मोबाइल उठाता और फिर रख देता। डर यह भी था कि कहीं धनश्री जाग गई तो? बड़ी देर तक तरह-तरह की उलझनों से लड़न...

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लड़कियां बस प्यार ही देंगी, और लडके धोखा..... By pooja

ऐसा नहीं कि मेरे घर में प्रेम करने की मनाही थी। लेकिन सही-गलत, नैतिक-अनैतिक के एक हजार नियम जरूर थे और वो सारे नियम लड़कियों के लिए थे।जब मैं स्कूल पास कर कॉलेज जा रही थी तो एक दिन...

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सुकून By SARWAT FATMI

सुकून  कभी तेरे लिए मैं,और मेरे लिए तुम एक अजनबी थे  पर अब मेरी जिंदगी बन गए हो मेरे दिल के सुकून बन गए हो मेरे हर खुशी अब तुमसे ही है तेरे बिना एक पल भी गुजारा भी नामुमकिन है  कब...

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नजायज रिश्ते - भाग 14 By Gurwinder sidhu

,कमल ओर जोत अभी भी इक दूसरे से चिपके हुए थे।कमल के साथ जोत का पूरा जोबन और भी खिल चुका था। जोत का गोरा गोरा बदन और भी ज्यादा मीठी मीठी खुशबू खिलार रहा था। कमल ने भी नसे की हालत में...

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लागा चुनरी में दाग़--(अन्तिम भाग) By Saroj Verma

और जब डाक्टर सतीश ने अमोली को वहाँ देखा तो वो उससे बोले... "अमोली! तुम और यहाँ" "हाँ! सतीश! मैं ही हूँ",अमोली सतीश से बोली... "लेकिन तुम तीन चार सालों से कहाँ थी"?,सतीश ने अमोली से...

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नुसरत - भाग 4 (अंतिम भाग) By Pradeep Shrivastava

भाग 4 “वास्तव में यह बात खुली ऐसे कि, एक बार ऐसी ही एक पार्टी में झगड़ा हो गया। सब के सब नशे में तो थे ही। उनकी गाली-गलौज, हुड़दंग से पड़ोसी जाग भी सकते हैं, उन सब ने ऐसा सोच...

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भूले नहीं भूली जाती By SARWAT FATMI

आंखे नम हैँ ज़ुबान लड़खड़ा रही हैँ शायद कुछ कहना हैँ ,पर जज़्बातों ने रोक लिया ,क्यों  ??? पता नहीं जिंदगी युही चलती रहेगी और ज़स्बात मेरे दिल के किसी कोने मे दबी रह जाएगीरातों मे तेरी...

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आज़ादी एक सच या झूठ? By Sanket Gawande

आज देश को आज़ाद हुए पूरे 78 साल हो गए। लेकिन क्या हम वाकई आज़ाद हैं? क्या हमारी बेटियाँ, हमारी बहनें, इस देश में सुरक्षित महसूस करती हैं? कोलकाता की हालिया घटना ने हमारे समाज के भी...

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मीरा प्रेम का अर्थ - 2 - अतीत की धुंधली तस्वीरें By sunita maurya

माधव उन दोनो को एक टक देखे जा रहा था....वो काफी हेरानी से देख रहा था....उसके सामने 2 लड़कियां थी जो बेहोश हालत में थी...उसमे से एक लड़की जिसपर उसकी नज़र टिकी हुई थी... .. ....कुछ स...

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सौतेली माँ से माँ बनने का सफर...... भाग - 6 By Tripti Singh

एक महीने बाद एक महीना बीत चुका था त्रिवेणी और शिवराज जी के विवाह को इन महीना में त्रिवेणी ने अखंड के साथ-साथ उस घर को भी बहुत अच्छे संभाल लिया था। जिसे देखते हुए बुआ जी भी अब अपने...

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फर्क पड़ता हैं By SARWAT FATMI

  फर्क पड़ता हैं मुझे मुझे तेरी ख़ामोशी से फर्क पड़ता हैं ये बात कैसे बताऊं तुम्हे तेरी छोटी छोटी हरकतो से फर्क पड़ता हैं मुझे तेरी आँखों में जों सवालों क समुद्र देखती हूँ तब मुझे फर्क...

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बेटी साँवली पैदा हुई तो जहर दे दिया........ By pooja

हमारे गांव में एक कहावत बड़ी प्रचलित थी, जिसे घर की बड़ी-बूढ़ी औरतें हर उस बहू को सुनातीं, जो पेट से होती। कहावत थी- "कथरी हो तो सुथरी, बिटिया हो तो उजरी।" मतलब कि कथरी यानी बिछौना...

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मशरूफियत By SARWAT FATMI

मशरूफियत मशरूफियत इस कदर होगयी हैँ जैसे कभी मैं वो थी ही नहीं अपनों के बिच रह कर खुद को तन्हा पाया अकेलेपन को अपना दोस्त बना लिया खुद को मशरूफ रख खुद मे खुशियां ढूंढ़ने लगी पास सब थ...

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औरत का कोई अधिकार नहीं ?? By pooja

• मैरिटल रेप यानी अपनी पत्नी के साथ बलात्कार कोई अपराध नहीं है।• पति अगर अपनी पत्नी के साथ अप्राकृतिक सेक्स यानी एनल सेक्स यानी गुदा मैथुन करे तो वो भी बलात्कार नहीं है।एनल सेक्स य...

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आई कैन सी यू - 15 By Aisha Diwan

अभी सुरज दिखाई नहीं दे रहा था लेकिन उसकी रौशनी फैल चुकी थी। पक्षियों की मधुर आवाज़ और मनमोहक गुलों की खुशबू से पूरा कॉलेज महक उठा था। खिड़की के पर्दों को धक्के मार कर आ रही हवाओं न...

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स्वस्थ, सुंदर, गुणवान, दीर्घायु-दिव्य संतान कैसे प्राप्त करे? - भाग 1 By Praveen kumrawat

माँ के आहार-विहार व विचारों से गर्भस्थ शिशु पोषित व संस्कारित होता है। जगत में कुछ भी असम्भव नहीं है। प्रत्येक गर्भवती महिला अपने यहाँ श्रीरामचन्द्रजी, श्रीकृष्ण, अर्जुन, महात्मा ब...

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इतना तो चलता है - 2 By Komal Mehta

बात करते है इतना तो चलता है यार।यदि तुम्हारा सहकर्मचारी बात बात पे ..तुम्हे छूता है,कभी तुम्हारे शोल्डर पर कभी तुम्हारे हाथ को,और तुम कैसे ये सोच सकते हो,कीइतना तो चलता है।यदि तुम्...

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सदाबहार के फूल By Sharovan

सदाबहार के फूल ***यदि सदाबहार ने उसका साथ दिया तो गोद तो उसकी भरेगी ही, घर का आंगन भी किलकारियों की तंरग से भर जायेगा। यह भेद भी केवल वह जानेगी और सदाबहार। इन्हें तो कुछ पता ही नही...

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सजावटी मुस्कुराहट By SARWAT FATMI

सजावटी मुस्कुराहट लोग कहते हैं मैं एक अच्छी अदाकारा हूं रुख पर मुस्कान रख दुनिया को बदलने की चाहत में फिर सुबह एक नहीं किरण के साथ चल पड़ती हूं  कितनी भी रुकावट होती है बस एक सजावट...

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ज़रा हटके ज़रा बचके - मूवी रिव्यू: By Chirag Kakkad

हैलो दोस्तों, में चिराग कक्कड़ कुछ नया करने का प्रयास कर रहा हूं और आज मैं आपको "ज़रा हटके ज़रा बचके" मूवी का रिव्यू देने वाला हूँ। ज़रा हटके ज़रा बचके मूवी रिव्यू: मैं आपको मूवी क...

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एक गृहणी By Asmita Madhesiya

लड़की जब तक अपने मां के घर में रहती है , या ये कह लो की लड़की जब तक अपने पिता के घर में रहती है तब तक उसका जीवन बिल्कुल अलग होता है । और जब उसका विवाह हो जाता है तब वो बिल्कुल जीवन...

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जिद्दी मोहब्बत - 1 By Gumnaam shayar

 **खुशी का ऑफिस का पल**मुंबई के सीनियर सरकारी ऑफिस में, खुशी सिंह राठौड़ अपने कार्यालय में बैठी थी। कमरे की दीवारें सुनहरे रंग की लकड़ी की थीं, और हर कोने में फाइन फर्नीचर था। कमरे...

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सेकेण्ड वाइफ़ - भाग 4 (अंतिम भाग) By Pradeep Shrivastava

 भाग-4 प्रदीप श्रीवास्तव इस संशय के बीच एक बजते ही मैं बात करने के लिए मोबाइल उठाता और फिर रख देता। डर यह भी था कि कहीं धनश्री जाग गई तो? बड़ी देर तक तरह-तरह की उलझनों से लड़न...

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लड़कियां बस प्यार ही देंगी, और लडके धोखा..... By pooja

ऐसा नहीं कि मेरे घर में प्रेम करने की मनाही थी। लेकिन सही-गलत, नैतिक-अनैतिक के एक हजार नियम जरूर थे और वो सारे नियम लड़कियों के लिए थे।जब मैं स्कूल पास कर कॉलेज जा रही थी तो एक दिन...

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सुकून By SARWAT FATMI

सुकून  कभी तेरे लिए मैं,और मेरे लिए तुम एक अजनबी थे  पर अब मेरी जिंदगी बन गए हो मेरे दिल के सुकून बन गए हो मेरे हर खुशी अब तुमसे ही है तेरे बिना एक पल भी गुजारा भी नामुमकिन है  कब...

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नजायज रिश्ते - भाग 14 By Gurwinder sidhu

,कमल ओर जोत अभी भी इक दूसरे से चिपके हुए थे।कमल के साथ जोत का पूरा जोबन और भी खिल चुका था। जोत का गोरा गोरा बदन और भी ज्यादा मीठी मीठी खुशबू खिलार रहा था। कमल ने भी नसे की हालत में...

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लागा चुनरी में दाग़--(अन्तिम भाग) By Saroj Verma

और जब डाक्टर सतीश ने अमोली को वहाँ देखा तो वो उससे बोले... "अमोली! तुम और यहाँ" "हाँ! सतीश! मैं ही हूँ",अमोली सतीश से बोली... "लेकिन तुम तीन चार सालों से कहाँ थी"?,सतीश ने अमोली से...

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नुसरत - भाग 4 (अंतिम भाग) By Pradeep Shrivastava

भाग 4 “वास्तव में यह बात खुली ऐसे कि, एक बार ऐसी ही एक पार्टी में झगड़ा हो गया। सब के सब नशे में तो थे ही। उनकी गाली-गलौज, हुड़दंग से पड़ोसी जाग भी सकते हैं, उन सब ने ऐसा सोच...

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भूले नहीं भूली जाती By SARWAT FATMI

आंखे नम हैँ ज़ुबान लड़खड़ा रही हैँ शायद कुछ कहना हैँ ,पर जज़्बातों ने रोक लिया ,क्यों  ??? पता नहीं जिंदगी युही चलती रहेगी और ज़स्बात मेरे दिल के किसी कोने मे दबी रह जाएगीरातों मे तेरी...

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आज़ादी एक सच या झूठ? By Sanket Gawande

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मीरा प्रेम का अर्थ - 2 - अतीत की धुंधली तस्वीरें By sunita maurya

माधव उन दोनो को एक टक देखे जा रहा था....वो काफी हेरानी से देख रहा था....उसके सामने 2 लड़कियां थी जो बेहोश हालत में थी...उसमे से एक लड़की जिसपर उसकी नज़र टिकी हुई थी... .. ....कुछ स...

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सौतेली माँ से माँ बनने का सफर...... भाग - 6 By Tripti Singh

एक महीने बाद एक महीना बीत चुका था त्रिवेणी और शिवराज जी के विवाह को इन महीना में त्रिवेणी ने अखंड के साथ-साथ उस घर को भी बहुत अच्छे संभाल लिया था। जिसे देखते हुए बुआ जी भी अब अपने...

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फर्क पड़ता हैं By SARWAT FATMI

  फर्क पड़ता हैं मुझे मुझे तेरी ख़ामोशी से फर्क पड़ता हैं ये बात कैसे बताऊं तुम्हे तेरी छोटी छोटी हरकतो से फर्क पड़ता हैं मुझे तेरी आँखों में जों सवालों क समुद्र देखती हूँ तब मुझे फर्क...

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