hindi Best Travel stories Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Travel stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cul...Read More


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  • सफर का अंत - 7

    अरे इतनी भी बड़ी चुड़ैल नहीं है वो ओके जो मुझे तुम डरा रहे हो। में तो वहा घूम के...

  • सुरमयी आंखों वाली - 3

    बहुत दिनों तक मेरे दिल ओर दिमाग मे बस सुरमयी ही घूमती रही..!! मैंने एक दिन तय कि...

  • सफर के लिए हमसफ़र - 1

    तो चलो चले एक बार ओर मिलके चले कही दुर कही दुर जहा सिर्फ हम ओर सिर्फ तुम हो ओर क...

सफर का अंत - 7 By Mehul Pasaya

अरे इतनी भी बड़ी चुड़ैल नहीं है वो ओके जो मुझे तुम डरा रहे हो। में तो वहा घूम के भी वापस आ सकता हूं और में ये चुड़ैल आत्मा में भरोसा नहीं करता तुमको करना है करो और डरो ठीक है में त...

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सुरमयी आंखों वाली - 3 By Jyoti Prajapati

बहुत दिनों तक मेरे दिल ओर दिमाग मे बस सुरमयी ही घूमती रही..!! मैंने एक दिन तय किया उस अनाथालय जाकर सुरमयी के बारे में पता लगाने का। दो दिन बाद मैं पहुँच गया बच्चो के लिए ढेर सारी स...

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सफर के लिए हमसफ़र - 1 By Mehul Pasaya

तो चलो चले एक बार ओर मिलके चले कही दुर कही दुर जहा सिर्फ हम ओर सिर्फ तुम हो ओर कोई नहीतुम्हे पता हे दिया जब ना हम ने आपको बोला था कि एक बार तो कही जायेंगे सो आज ये मौका मिला हे सो...

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युद्ध से बुद्ध तक का सफर By Anant Dhish Aman

जीवन का आखिरी रास्ता युद्ध नहीं होता है बल्कि जीवन का प्रथम पथ युद्ध है आप जीवन को सुरक्षित रखना चाहते हैं तो युद्ध से भयभीत होने की कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि संघर्ष का एक चरण य...

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गुजरात कैसा लगा By ramgopal bhavuk

एक पाँव रेल में- गुजरात कैसा लगा? रामगोपाल भावुक यूँ तो व्यथितवाद...

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थाई निरेमित यानि थाईलैंड का जादू - 7 - अंतिम भाग By Neelam Kulshreshtha

एपीसोड - 7 काउंटर पर मृदुल जी अपने ख़रीदे सामान की बिलिंग करवा रहे है. सेल्स गर्ल मेरी दो टोकरियाँ भी वहाँ रख देती है. बड़ी टोकरी के सामान की बिलिंग हो गई है, दू...

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नवाब जूनागढ़ का ऐसा होता था पर्यटन By Neelam Kulshreshtha

नीलम कुलश्रेष्ठ सांझ होते ही झाड़-फानूस में शमाएं जलकर मुस्कराने लगती हैं, सारा महल जगमगा उठता है । नवाब अपने सामने रखे सोने से मढ़े हुक्के को गुड़गुड़ाते हुए हाथ का इशारा करते हैं...

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अन्तरिक्ष पर्यटन की शुरुआत By Anand M Mishra

नए युग का सूत्रपात! अन्तरिक्ष पर्यटन की शुरुआत! पहले हमलोग बदरीनाथ तथा केदारनाथ यात्रा के बारे में सुनते थे। लेकिन अब तो अंतरिक्ष पर्यटन की शुरुआत हो गयी। हो सकता है कि आनेवाले स...

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चलो, कहीं सैर हो जाए... 11 By राज कुमार कांदु

सुबह के लगभग सात से कुछ अधिक का ही वक्त हो चला था । आज के लिए हमारे पास कोई अग्रिम योजना नहीं थी सो हमें कोई जल्दी नहीं थी । बड़े आराम से धीरे धीरे चलते हुए हम लोग निचे उतर रहे थे ।...

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गिन्नौरगढ़ किले का रोमांच By Kamal Maheshwari

घूमने फिरने में सभी को आनंद प्राप्त होता है। मुझे भी घूमने फिरने का शौक था । रेहटी से भोपाल जाना अक्सर हो जाया करता था । जब बस गिन्नौरगढ़ किले के पास से निकलती थी तो बस की खिड़की...

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कुछ चित्र मन के कैनवास से - 27 - विदा के पल By Sudha Adesh

विदा के पल अब हमारे पास सिर्फ 1 दिन बाकी था । पैकिंग भी करनी थी अतः इस दिन को हम घर में रहकर सब के साथ बातें करते हुए, रिलैक्स मूड में बिताना चाहते थे । रात्रि को प्रभा ने डोसा का...

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सफर एक रात का By Mohd Sadik

लेखक का नाम- डॉ मोहम्मद सादिक मैं सागर से आष्टा की ओर जाने के लिए अपने घर से निकला..... और स्टेशन की ओर बढ़ा! मुझे सागर रेलवे स्टेशन से शाम वाली पैसेंजर ट्रेन से भोपाल की ओर जान...

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चोरी हो गई By Kishanlal Sharma

ट्रेन में चोरी होने की खबर अखबार में पढ़ते या किसी से सुनते या रिश्तेदारी से आने वाले किसी पत्र में लिखा आता,"सफर में सामान चोरी हो गया,तो दुख कम हमे आश्चर्य ज्यादा होता।सोचते चोरी...

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यात्रा By Roop Kishore

घटना वर्ष 1982 की है उस समय मुझे कानपुर से दिल्ली जाना पड़ा । दिन की गाड़ी से जाना था उस समय ट्रेन थी आसाम मेल अब उसका नाम परिवर्तित होकर उद्यान आभा एक्सप्रेस हो गया है। तो ट्रेन स...

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मेरा वो रोमांचक सफर.... (संस्मरण) By Neelima Kumar

हिमालय की गोद में बसा उत्तराखंड ऊँची-ऊँची पहाड़ियों, गगनचुंबी पेड़ों, लहलहाती हरियाली और कमर पर बल देकर गुनगुनाती भागती पहाड़ी नदियों से लबरेज नैसर्गिक सौंदर्य की खान है। इस...

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सफर का अंत - 7 By Mehul Pasaya

अरे इतनी भी बड़ी चुड़ैल नहीं है वो ओके जो मुझे तुम डरा रहे हो। में तो वहा घूम के भी वापस आ सकता हूं और में ये चुड़ैल आत्मा में भरोसा नहीं करता तुमको करना है करो और डरो ठीक है में त...

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सुरमयी आंखों वाली - 3 By Jyoti Prajapati

बहुत दिनों तक मेरे दिल ओर दिमाग मे बस सुरमयी ही घूमती रही..!! मैंने एक दिन तय किया उस अनाथालय जाकर सुरमयी के बारे में पता लगाने का। दो दिन बाद मैं पहुँच गया बच्चो के लिए ढेर सारी स...

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सफर के लिए हमसफ़र - 1 By Mehul Pasaya

तो चलो चले एक बार ओर मिलके चले कही दुर कही दुर जहा सिर्फ हम ओर सिर्फ तुम हो ओर कोई नहीतुम्हे पता हे दिया जब ना हम ने आपको बोला था कि एक बार तो कही जायेंगे सो आज ये मौका मिला हे सो...

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युद्ध से बुद्ध तक का सफर By Anant Dhish Aman

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गुजरात कैसा लगा By ramgopal bhavuk

एक पाँव रेल में- गुजरात कैसा लगा? रामगोपाल भावुक यूँ तो व्यथितवाद...

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थाई निरेमित यानि थाईलैंड का जादू - 7 - अंतिम भाग By Neelam Kulshreshtha

एपीसोड - 7 काउंटर पर मृदुल जी अपने ख़रीदे सामान की बिलिंग करवा रहे है. सेल्स गर्ल मेरी दो टोकरियाँ भी वहाँ रख देती है. बड़ी टोकरी के सामान की बिलिंग हो गई है, दू...

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नवाब जूनागढ़ का ऐसा होता था पर्यटन By Neelam Kulshreshtha

नीलम कुलश्रेष्ठ सांझ होते ही झाड़-फानूस में शमाएं जलकर मुस्कराने लगती हैं, सारा महल जगमगा उठता है । नवाब अपने सामने रखे सोने से मढ़े हुक्के को गुड़गुड़ाते हुए हाथ का इशारा करते हैं...

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अन्तरिक्ष पर्यटन की शुरुआत By Anand M Mishra

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चलो, कहीं सैर हो जाए... 11 By राज कुमार कांदु

सुबह के लगभग सात से कुछ अधिक का ही वक्त हो चला था । आज के लिए हमारे पास कोई अग्रिम योजना नहीं थी सो हमें कोई जल्दी नहीं थी । बड़े आराम से धीरे धीरे चलते हुए हम लोग निचे उतर रहे थे ।...

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गिन्नौरगढ़ किले का रोमांच By Kamal Maheshwari

घूमने फिरने में सभी को आनंद प्राप्त होता है। मुझे भी घूमने फिरने का शौक था । रेहटी से भोपाल जाना अक्सर हो जाया करता था । जब बस गिन्नौरगढ़ किले के पास से निकलती थी तो बस की खिड़की...

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कुछ चित्र मन के कैनवास से - 27 - विदा के पल By Sudha Adesh

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सफर एक रात का By Mohd Sadik

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यात्रा By Roop Kishore

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मेरा वो रोमांचक सफर.... (संस्मरण) By Neelima Kumar

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