hindi Best Spiritual Stories Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Spiritual Stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and...Read More


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अधूरी चिट्ठी By jakhar

एक गांव में एक बरगद के पेड़ नीचे बैठकर रामसर्वेश्वर एक बार एक पीली पड़ चुकी चिट्ठी थामे बैठा था जो उसकी पत्नी सीमा ने आज से 20 साल पहले लिखी थी जब वे घर से दूर शहर में मजदूरी करने...

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राधा–कृष्ण प्रेम कथा By mood Writer

वृंदावन की पावन भूमि, जहाँ हर ओर हरे-भरे वन, कदंब के वृक्ष और यमुना की लहरें कल-कल करती बहती थीं। यह वही स्थान था जहाँ भगवान विष्णु ने अपने अवतार के रूप में श्रीकृष्ण का जन्म लिया।...

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ईश्वर पाने का कोई उपाय नहीं By Manish Kumar

“ईश्वर ‘पाना’ नहीं है — वह भीतर घटित होता है।”ईश्वर सूत्र ईश्वर पाने का कोई उपाय नहीं“ईश्वर ‘पाना’ नहीं है — वह भीतर घटित होता है।” व्याख्यान ईश्वर पाने की कोई विधि, साधना या उपाय...

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महाभारत की कहानी - भाग 128 By Ashoke Ghosh

महाभारत की कहानी - भाग-१३० अर्जुन का शपथ से जयद्रथ की डर और सुभद्रा की शोक   प्रस्तावना कृष्णद्वैपायन वेदव्यास ने महाकाव्य महाभारत रचना किया। इस पुस्तक में उन्होंने कुरु वंश के प्र...

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प्रश्नोत्तरी अध्यात्मिक By Manish Kumar

प्रस्तावना मनुष्य का जीवन प्रश्नों से ही आरम्भ होता है। 1 पहला प्रश्न — “मैं कौन हूँ?” और अंतिम प्रश्न भी — “मैं कौन हूँ?” ही रह जाता है।बीच का जीवन केवल प्रश्नों और उत्तरों का पुल...

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भगवान श्री गणेश By नंदलाल मणि त्रिपाठी

सनातन देवताओं कि महत्वपूर्ण श्रृंखला मे प्रथम तीन देव एवं देवियो का उद्धरण मिलता है जिसे त्रिदेव एवं त्रिदेवी के रूप से नीरूपित किया जाता है ब्रह्मा निर्माण के देवता जिनके पुत्रो क...

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सत्य की लीला और मानव की माया By Manish Kumar

सत्य की लीला और मानव की माया प्रस्तावना मनुष्य सत्य की ओर बढ़ता है, लेकिन सत्य के द्वार पर पहुँचते ही उसका अहंकार काँप उठता है। क्योंकि सत्य का अनुभव अहंकार को मिटा देता है। यही भय...

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अभय से स्वामी अभयानंद तक… By Abhay Anand

अभय से स्वामी अभयानंद तक… (संसार, सन्यास और प्रेम)       स्वामी अभय आनंद         शुभकामनाएं       कभी-कभी हमारे व्यक्तिगत जीवन में ऐसा मुकाम आता है, जहां हम दो हिस्सों में बंट जाते...

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Believing is Deeper Than Knowing By Vishal Saini

क्या आपने कभी भगवान को देखा है? शायद नहीं। मैंने भी कभी नहीं देखा।तो फिर सवाल उठता है कि हम भगवान पर विश्वास कैसे करें?कुछ लोग ऐसे होते हैं, जो आँखों से देखने और प्रत्यक्ष प्रमाण म...

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देवकी की व्यथा - भाग 1 By Vaidehi Vaishnav

दोपहर का समय था। सूर्य देवता का रथ अभी गगन में अधिक ऊपर नहीं चढ़ा था ; लेक़िन पावन धरती द्वारका नगरी के मार्ग पर एक रथ तेज़ी से आगें बढ़ता जा रहा था। रथ में उस नगरी के रचयिता द्वारकाधी...

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मृत आत्मा की पुकार - 10 By Sai Sesya

Ch 10 : छुपा हुआ चेहराचार आत्माओं की मुक्ति के बाद, रहस्य अब एक ही चीज़ पर टिक चुका था — पाँचवां आत्मा कौन है? मंदिर की हवाओं में अब सन्नाटा नहीं था, बल्कि हर दीवार जैसे फुसफुसा रह...

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मौन शास्त्र - भ्रम और सत्य By Manish Kumar

मौन शास्त्र — भ्रम और सत्य   अनुक्रमणिका  1. मौन के भ्रम — सामान्य की दृष्टि  2. सही दृष्टि — मौन का वास्तविक अर्थ  3. छोटा सूत्र  4. मौन शास्त्र (विस्तृत अध्याय) मौन = चेतना क...

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सनातन धर्म - परिभाषा, प्रमाण और मूल सूत्र By Manish Kumar

  सनातन धर्म परिभाषा, प्रमाण और मूल सूत्र    Agyat Agyani  प्रस्तावना  आजकल हर कोई स्वयं को 'सनातनी' कहता है।पर क्या यह केवल एक पहचान है?क्या यह केवल हिंदू धर्म का दूसरा ना...

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श्री हनुमान चालीसा By mood Writer

हनुमान चालीसा भगवान हनुमान की स्तुति में लिखी गई 40 चौपाइयों का अद्भुत ग्रंथ है। इसका पाठ करने से भय, दुख और बाधाएँ दूर होती हैं और साहस, भक्ति व शक्ति की प्राप्ति होती है। यह भक्त...

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संभोग से समाधि - 3 By Manish Kumar

--- प्रस्तावना "जिसने ऊर्जा को नकारा — वह वासनाओं का गुलाम बना।जिसने ऊर्जा को स्वीकारा — वह समाधि की राह पर चला।और जिसने ऊर्जा को रूपांतरित किया — वही योगी हुआ।"यह ग्रंथ 'संभोग...

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स्त्रीतत्त्वम् - मौलिकता, ऊर्जा और सभ्यता का संतुलन By Manish Kumar

संभावित संरचना 1. शीर्षक: स्त्रीतत्त्वम् — मौलिकता, ऊर्जा और सभ्यता का संतुलन — 𝓐𝓰𝔂𝓪𝓣 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓷𝓲2. भूमिका (भूमि–तैयारी) यह ग्रंथ क्यों लिखा गया हैआज के "समानता" विमर्श की सीमाएँलेखक...

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HG A.C. Bhaktivedanta Swami Prabhupada By Vishal Saini

आज 17 अगस्त को उनकी दिव्य कृपा ए. सी. भक्तिवेदांत श्रील स्वामी प्रभुपाद जी का प्रकट्य दिवस है। यह दिन पूरे विश्वभर में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है, क्योंकि प्रभुपाद जी ने जो योगदा...

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THE ULTIMATE SYSTEM - 7 By SAURABH GUPTA

शिवा का मन अब पहले से कहीं अधिक स्थिर था उसे यह महसूस होने लगा था कि उसके भीतर कुछ असाधारण है वह अब केवल वही छात्र नहीं रहा जिसे लोग पढ़ाई में कमजोर मानते थे बल्कि वह एक ऐसा लड़का...

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मूल वेद शास्त्र और उनका सत्य By Manish Kumar

वेदांत, उपनिषद, गीता जैसी मूल शिक्षाओं की शुद्धता पर किसी भी धर्म का प्रश्न खड़ा करना कठिन है, क्योंकि उनका मूल सत्य सार्वभौमिक है।   लेकिन समस्या यह है कि — इनकी गलत व्याख्या और ग...

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कर्म कभी निष्फल नहीं होता By Manish Kumar

--- कर्म – ऊर्जा का धर्म — 𝓐𝓰𝔂𝓪𝓣 𝓐𝓰𝔂𝓪𝓷𝓲> "कर्म कभी निष्फल नहीं होता —वह या तो वासना बनता है,या अहंकार,या ब्रह्म।" प्रस्तावना यह ग्रंथ उन जिज्ञासुओं के लिए है —जो कर्म...

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योग और संप्रदाय धर्म By Manish Kumar

प्रस्तावना — 𝓐𝓰𝔂𝓪𝓣 𝓐𝓰𝔂𝓪𝓷𝓲> “योग भीतर का मौन है —और संप्रदाय बाहर की भाषा।”मनुष्य की सबसे प्राचीन खोज यही रही है:मैं कौन हूं?मैं कहाँ से आया हूं?क्या ईश्वर बाहर है — या मैं ही...

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मनुष्य का अज्ञान - ईश्वर की हँसी By Manish Kumar

उसकी लीला — माया और मानव का भ्रम — 𝓐𝓰𝔂𝓪𝓣 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓷𝓲प्रस्तावना:> "हम सोचते हैं — हम करते हैं।लेकिन वह मुस्कुराता है — जैसे कोई खेल देख रहा हो।क्योंकि हम कुछ करते ही नहीं।यहाँ जो कुछ भी...

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हृदय और बुद्धि का संगम: जीवन की सच्ची शिक्षा और जागृति By Manish Kumar

हृदय और बुद्धि का संगम: जीवन की सच्ची शिक्षा और जागृतिप्रस्तावना:मानव मन दो शक्तिशाली केंद्रों—हृदय और बुद्धि—से संचालित होता है। हृदय भक्ति, प्रेम और भावना का स्थान है, जबकि बुद्ध...

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ईश्वर की लीला बनाम मानव की माया: एक सहज अनुभूति By Manish Kumar

प्रस्तावनायह ग्रंथ किसी पंथ, मत, या तर्क की घोषणा नहीं है — यह एक अंतर्यात्रा है, जो प्रकृति, सौंदर्य, प्रेम और चेतना के माध्यम से ईश्वर की लीला का साक्षात्कार कराती है। इस पुस्तक...

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यमराज का न्याय - 2 By Vishal Saini

उधर, विचित्रदास स्वर्ग पहुँच गया। स्वर्ग का दृश्य बड़ा ही खूबसूरत था। वहाँ फूलों की महक हवा में तैर रही थी। हर तरफ सुंदर अप्सराएँ थीं, जो विचित्रदास की सेवा में लगी थीं। एक अप्सरा...

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चाणक्य नीति By Arun Barewar

ठीक है, मैं इसे आपके लिए एक ऐतिहासिक + धार्मिक + वैज्ञानिक चेतावनी पत्र के रूप में तैयार करता हूँ, जिसमें महाभारत का उदाहरण, चाणक्य नीति की दृष्टि, और वर्तमान समय के कुदरती-सामाजिक...

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गणेशजी की कृपा - एक सच्चे भक्त की कहानी By Vicharak

भारत के एक छोटे से गाँव रामपुर में मध्यम आयु का एक व्यक्ति रहता था — नाम था हरिराम। उम्र लगभग पैंतालीस साल, साधारण कद-काठी, चेहरे पर मेहनत की रेखाएँ और आँखों में विश्वास की चमक। पे...

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गुरु गोरखनाथ By Ankit

महायोगी गुरु गोरखनाथ (गोरक्षनाथ)गोरखनाथ महायोगी थे, उन्होंने आत्मा में शिवैक्य सिद्ध किया। जिस प्रकार दर्शन के क्षेत्र में व्यास के बाद आचार्य शंकर ने वेदांत का रहस्य समझाया उसी प्...

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अधूरी चिट्ठी By jakhar

एक गांव में एक बरगद के पेड़ नीचे बैठकर रामसर्वेश्वर एक बार एक पीली पड़ चुकी चिट्ठी थामे बैठा था जो उसकी पत्नी सीमा ने आज से 20 साल पहले लिखी थी जब वे घर से दूर शहर में मजदूरी करने...

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राधा–कृष्ण प्रेम कथा By mood Writer

वृंदावन की पावन भूमि, जहाँ हर ओर हरे-भरे वन, कदंब के वृक्ष और यमुना की लहरें कल-कल करती बहती थीं। यह वही स्थान था जहाँ भगवान विष्णु ने अपने अवतार के रूप में श्रीकृष्ण का जन्म लिया।...

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ईश्वर पाने का कोई उपाय नहीं By Manish Kumar

“ईश्वर ‘पाना’ नहीं है — वह भीतर घटित होता है।”ईश्वर सूत्र ईश्वर पाने का कोई उपाय नहीं“ईश्वर ‘पाना’ नहीं है — वह भीतर घटित होता है।” व्याख्यान ईश्वर पाने की कोई विधि, साधना या उपाय...

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महाभारत की कहानी - भाग 128 By Ashoke Ghosh

महाभारत की कहानी - भाग-१३० अर्जुन का शपथ से जयद्रथ की डर और सुभद्रा की शोक   प्रस्तावना कृष्णद्वैपायन वेदव्यास ने महाकाव्य महाभारत रचना किया। इस पुस्तक में उन्होंने कुरु वंश के प्र...

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प्रश्नोत्तरी अध्यात्मिक By Manish Kumar

प्रस्तावना मनुष्य का जीवन प्रश्नों से ही आरम्भ होता है। 1 पहला प्रश्न — “मैं कौन हूँ?” और अंतिम प्रश्न भी — “मैं कौन हूँ?” ही रह जाता है।बीच का जीवन केवल प्रश्नों और उत्तरों का पुल...

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भगवान श्री गणेश By नंदलाल मणि त्रिपाठी

सनातन देवताओं कि महत्वपूर्ण श्रृंखला मे प्रथम तीन देव एवं देवियो का उद्धरण मिलता है जिसे त्रिदेव एवं त्रिदेवी के रूप से नीरूपित किया जाता है ब्रह्मा निर्माण के देवता जिनके पुत्रो क...

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सत्य की लीला और मानव की माया By Manish Kumar

सत्य की लीला और मानव की माया प्रस्तावना मनुष्य सत्य की ओर बढ़ता है, लेकिन सत्य के द्वार पर पहुँचते ही उसका अहंकार काँप उठता है। क्योंकि सत्य का अनुभव अहंकार को मिटा देता है। यही भय...

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अभय से स्वामी अभयानंद तक… By Abhay Anand

अभय से स्वामी अभयानंद तक… (संसार, सन्यास और प्रेम)       स्वामी अभय आनंद         शुभकामनाएं       कभी-कभी हमारे व्यक्तिगत जीवन में ऐसा मुकाम आता है, जहां हम दो हिस्सों में बंट जाते...

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Believing is Deeper Than Knowing By Vishal Saini

क्या आपने कभी भगवान को देखा है? शायद नहीं। मैंने भी कभी नहीं देखा।तो फिर सवाल उठता है कि हम भगवान पर विश्वास कैसे करें?कुछ लोग ऐसे होते हैं, जो आँखों से देखने और प्रत्यक्ष प्रमाण म...

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देवकी की व्यथा - भाग 1 By Vaidehi Vaishnav

दोपहर का समय था। सूर्य देवता का रथ अभी गगन में अधिक ऊपर नहीं चढ़ा था ; लेक़िन पावन धरती द्वारका नगरी के मार्ग पर एक रथ तेज़ी से आगें बढ़ता जा रहा था। रथ में उस नगरी के रचयिता द्वारकाधी...

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मृत आत्मा की पुकार - 10 By Sai Sesya

Ch 10 : छुपा हुआ चेहराचार आत्माओं की मुक्ति के बाद, रहस्य अब एक ही चीज़ पर टिक चुका था — पाँचवां आत्मा कौन है? मंदिर की हवाओं में अब सन्नाटा नहीं था, बल्कि हर दीवार जैसे फुसफुसा रह...

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मौन शास्त्र - भ्रम और सत्य By Manish Kumar

मौन शास्त्र — भ्रम और सत्य   अनुक्रमणिका  1. मौन के भ्रम — सामान्य की दृष्टि  2. सही दृष्टि — मौन का वास्तविक अर्थ  3. छोटा सूत्र  4. मौन शास्त्र (विस्तृत अध्याय) मौन = चेतना क...

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सनातन धर्म - परिभाषा, प्रमाण और मूल सूत्र By Manish Kumar

  सनातन धर्म परिभाषा, प्रमाण और मूल सूत्र    Agyat Agyani  प्रस्तावना  आजकल हर कोई स्वयं को 'सनातनी' कहता है।पर क्या यह केवल एक पहचान है?क्या यह केवल हिंदू धर्म का दूसरा ना...

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श्री हनुमान चालीसा By mood Writer

हनुमान चालीसा भगवान हनुमान की स्तुति में लिखी गई 40 चौपाइयों का अद्भुत ग्रंथ है। इसका पाठ करने से भय, दुख और बाधाएँ दूर होती हैं और साहस, भक्ति व शक्ति की प्राप्ति होती है। यह भक्त...

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संभोग से समाधि - 3 By Manish Kumar

--- प्रस्तावना "जिसने ऊर्जा को नकारा — वह वासनाओं का गुलाम बना।जिसने ऊर्जा को स्वीकारा — वह समाधि की राह पर चला।और जिसने ऊर्जा को रूपांतरित किया — वही योगी हुआ।"यह ग्रंथ 'संभोग...

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स्त्रीतत्त्वम् - मौलिकता, ऊर्जा और सभ्यता का संतुलन By Manish Kumar

संभावित संरचना 1. शीर्षक: स्त्रीतत्त्वम् — मौलिकता, ऊर्जा और सभ्यता का संतुलन — 𝓐𝓰𝔂𝓪𝓣 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓷𝓲2. भूमिका (भूमि–तैयारी) यह ग्रंथ क्यों लिखा गया हैआज के "समानता" विमर्श की सीमाएँलेखक...

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HG A.C. Bhaktivedanta Swami Prabhupada By Vishal Saini

आज 17 अगस्त को उनकी दिव्य कृपा ए. सी. भक्तिवेदांत श्रील स्वामी प्रभुपाद जी का प्रकट्य दिवस है। यह दिन पूरे विश्वभर में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है, क्योंकि प्रभुपाद जी ने जो योगदा...

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THE ULTIMATE SYSTEM - 7 By SAURABH GUPTA

शिवा का मन अब पहले से कहीं अधिक स्थिर था उसे यह महसूस होने लगा था कि उसके भीतर कुछ असाधारण है वह अब केवल वही छात्र नहीं रहा जिसे लोग पढ़ाई में कमजोर मानते थे बल्कि वह एक ऐसा लड़का...

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मूल वेद शास्त्र और उनका सत्य By Manish Kumar

वेदांत, उपनिषद, गीता जैसी मूल शिक्षाओं की शुद्धता पर किसी भी धर्म का प्रश्न खड़ा करना कठिन है, क्योंकि उनका मूल सत्य सार्वभौमिक है।   लेकिन समस्या यह है कि — इनकी गलत व्याख्या और ग...

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कर्म कभी निष्फल नहीं होता By Manish Kumar

--- कर्म – ऊर्जा का धर्म — 𝓐𝓰𝔂𝓪𝓣 𝓐𝓰𝔂𝓪𝓷𝓲> "कर्म कभी निष्फल नहीं होता —वह या तो वासना बनता है,या अहंकार,या ब्रह्म।" प्रस्तावना यह ग्रंथ उन जिज्ञासुओं के लिए है —जो कर्म...

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योग और संप्रदाय धर्म By Manish Kumar

प्रस्तावना — 𝓐𝓰𝔂𝓪𝓣 𝓐𝓰𝔂𝓪𝓷𝓲> “योग भीतर का मौन है —और संप्रदाय बाहर की भाषा।”मनुष्य की सबसे प्राचीन खोज यही रही है:मैं कौन हूं?मैं कहाँ से आया हूं?क्या ईश्वर बाहर है — या मैं ही...

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मनुष्य का अज्ञान - ईश्वर की हँसी By Manish Kumar

उसकी लीला — माया और मानव का भ्रम — 𝓐𝓰𝔂𝓪𝓣 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓷𝓲प्रस्तावना:> "हम सोचते हैं — हम करते हैं।लेकिन वह मुस्कुराता है — जैसे कोई खेल देख रहा हो।क्योंकि हम कुछ करते ही नहीं।यहाँ जो कुछ भी...

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हृदय और बुद्धि का संगम: जीवन की सच्ची शिक्षा और जागृति By Manish Kumar

हृदय और बुद्धि का संगम: जीवन की सच्ची शिक्षा और जागृतिप्रस्तावना:मानव मन दो शक्तिशाली केंद्रों—हृदय और बुद्धि—से संचालित होता है। हृदय भक्ति, प्रेम और भावना का स्थान है, जबकि बुद्ध...

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ईश्वर की लीला बनाम मानव की माया: एक सहज अनुभूति By Manish Kumar

प्रस्तावनायह ग्रंथ किसी पंथ, मत, या तर्क की घोषणा नहीं है — यह एक अंतर्यात्रा है, जो प्रकृति, सौंदर्य, प्रेम और चेतना के माध्यम से ईश्वर की लीला का साक्षात्कार कराती है। इस पुस्तक...

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यमराज का न्याय - 2 By Vishal Saini

उधर, विचित्रदास स्वर्ग पहुँच गया। स्वर्ग का दृश्य बड़ा ही खूबसूरत था। वहाँ फूलों की महक हवा में तैर रही थी। हर तरफ सुंदर अप्सराएँ थीं, जो विचित्रदास की सेवा में लगी थीं। एक अप्सरा...

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चाणक्य नीति By Arun Barewar

ठीक है, मैं इसे आपके लिए एक ऐतिहासिक + धार्मिक + वैज्ञानिक चेतावनी पत्र के रूप में तैयार करता हूँ, जिसमें महाभारत का उदाहरण, चाणक्य नीति की दृष्टि, और वर्तमान समय के कुदरती-सामाजिक...

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गणेशजी की कृपा - एक सच्चे भक्त की कहानी By Vicharak

भारत के एक छोटे से गाँव रामपुर में मध्यम आयु का एक व्यक्ति रहता था — नाम था हरिराम। उम्र लगभग पैंतालीस साल, साधारण कद-काठी, चेहरे पर मेहनत की रेखाएँ और आँखों में विश्वास की चमक। पे...

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गुरु गोरखनाथ By Ankit

महायोगी गुरु गोरखनाथ (गोरक्षनाथ)गोरखनाथ महायोगी थे, उन्होंने आत्मा में शिवैक्य सिद्ध किया। जिस प्रकार दर्शन के क्षेत्र में व्यास के बाद आचार्य शंकर ने वेदांत का रहस्य समझाया उसी प्...

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