hindi Best Poems Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Poems in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cultures. Th...Read More


Languages
Categories
Featured Books

सुरेश पाण्‍डे सरस डबरा का काव्‍य संग्रह - 2 By Ramgopal Bhavuk Gwaaliyar

सुरेश पाण्‍डे डबरा का काव्‍य संग्रह 2 सरस प्रीत सुरेश पाण्‍डे सरस डबरा...

Read Free

तुम्हारे बाद - 1 By Pranava Bharti

1 ---- दिल के दरवाज़े पे साँकल जो लगा रखी थी उसकी झिर्री से कभी ताक़ लिया करती थी वो जो परिंदों की गुटरगूं सुनाई देती थीउसकी आवाजों को ही माप लिया करती थीन जाने गुम सी हो ग...

Read Free

वो भारत! है कहाँ मेरा? 7 By बेदराम प्रजापति "मनमस्त"

वो भारत! है कहाँ मेरा? 7 (काव्य संकलन) सत्यमेव जयते समर्पण मानव अवनी के, चिंतन शील मनीषियों के...

Read Free

बिछड़ना By praveen singh

मै सोच रहा हूँ, कुछ गुजरी हुई बातों को जो संग में गुजरी थी, उन हसीं रातों को...

Read Free

उत्‍सुक काव्‍य कुन्‍ज - 7 By Ramgopal Bhavuk Gwaaliyar

उत्‍सुक काव्‍य कुन्‍ज 7 कवि नरेन्‍द्र उत्‍सुक प्रधान सम्‍पादक – रामगोपाल भावुक सम्‍पादक – वेदराम प्रजापति मनमस्‍त, धीरेन्‍द्र गहलोत धीर, ओमप्रकाश सेन आजाद सम्‍पादकीय नरेन्‍...

Read Free

में और मेरे अहसास - 29 By Darshita Babubhai Shah

ढ़ाई को ढाई रहने दो l ना कम ना ज़्यादा होने दो ll   बीत गया सो बीत गया l दिल का चैन ना खोने दो ll   सिख लो हंसाना खेलना l प्यार में जीने दो सोने दो ll  *************...

Read Free

माँ कि ममता By praveen singh

“माँ”दर्द होता था हमें अगर, तो माँ की नींद उड़ जाती थी ठण्ड में ऐसे रहो,गर्मी में ये करो, माँ ही तो थी जो हर पल पीछे पड़ जाती थी ऐसा नहीं है की हमें प्यार नहीं था उनसे, पर लड़ना ही उन...

Read Free

पप्पू बगुला... By Ritesh Shrivastava

हमारे प्यारे पप्पू जी जाने अनजाने में अक्सर कुछ ना कुछ ऐसा कहते रहते हैं जो उनके दिमागी खोखलेपन पर एक मोहर सी लगा देता है | अभी कल ही उन्होंने एक बार फिर इस बात का सत्यापन किया और...

Read Free

इश्क़ सूफियाना? अब लावारिश है।। By Aníruddhα "कौशल्य" "ֆ"

१.गाऊं मैं जो एक गज़ल, पर गज़लों में तुम मत पड़ना...अश्क छलक जाए यूं, पर ग़ज़लों में विघ्न ना करना!मैं अभिलाषी सी पुस्तक था,अंत समय में तुम मत पढ़ना...अश्क छलक जाए यूं, पर गज़लों म...

Read Free

स्‍वतंत्र सक्‍सेना की कविताएं - 9 By बेदराम प्रजापति "मनमस्त"

स्‍वतंत्र सक्‍सेना की कविताएं काव्‍य संग्रह सरल नहीं था यह काम स्‍वतंत्र कुमार सक्‍सेना सवित्री सेवा आ...

Read Free

अधूरे संवाद भाग-4 By Alok Mishra

वो कहाँ गया जीवन की आपाधापी में वो कहां गया, वो किधर गया । वो सखा बचपन का था वो कहां गया,वो किधर गया ।। वो साथ ही मेरे हंसता था । वो मेरे साथ ही रोता था ।...

Read Free

मैं बन जाऊं तेरी जिंदगी... By Priyanka Kumbhar-Wagh

तू उजलता सुरज, मैं तेरी किरणतू सुबह, मैं तेरी पेहली पहर ।मेरे बिना ना हो तेरा कोई दिनमैं थम जाऊं तुझमे इस कदर ।।मैं थम जाऊं तुझमे इस कदर ।।१।।तू चाय, मैं तेरी प्यालीतू दूध, मैं तेर...

Read Free

बेनाम शायरी - 6 By Er.Bhargav Joshi અડિયલ

"बेनाम शायरी"?? ?? ?? ?? ?? ??सुबह को शाम और शाम को रात लिख देता है।वो खुदा जिंदगी को बेवफाओं नाम लिख देता है।।?? ?? ?? ?? ?? ??खुशनुमा चहेरे अक्सर खामोश रहते ह...

Read Free

कल तक जो केवल मकान थे रातों-रात निवास हो गए By कृष्ण विहारी लाल पांडेय

खंडित सब विश्वास हो गए आयोजन उपहास हो गए अब हम उन्हें नहीं दिखते हैं उनके कितने पास हो गए इतनी सी है राम कहानी राजतिलक बनवास हो गए घटना स्थल से दूर रहे जो आज वही इतिहास हो गए...

Read Free

चांदी के कल्दारी दिन By कृष्ण विहारी लाल पांडेय

चांदी के कल्दारी दिन रातों के घर बंधुआ बैठे बच्चों से बेगारी दिन खूनी तारीखे बनकर आते हैं त्योहारी दिन ! 1 पेट काटकर बाबा ने जो जमा किए थे वर्षों में उड़ा दिए दो दिन में हम...

Read Free

किन्नर ( कविता) By आदित्य अभिनव

रोटी रोटी हमें जीवन देती हैरोटी पाने के लिए आदमी घर छोड़ता हैऔर रोटी खाने के लिए घर आता हैरोटी जीवन देती भी हैऔरजीवन लेती भी हैरोटी के लिए मुंबई गएरामदीन,सोहन...

Read Free

कविता - बिटिया By उषा जरवाल

हर एक लड़की के जीवन में उसके पिता का अहम् स्थान होता है | मेरी जिंदगी में मेरे पापा का भी सबसे ऊँचा स्थान है | आज मेरे पापा मेरे मेरे साथ नहीं हैं पर उनका आशीर्वाद और उनकी यादें ह...

Read Free

उड़ान होंसलो की By Mohit Rajak

ये कहानी उन दोस्तों के लिए लिये जो केवल सोचते रहते हैं, जो केवल सपने देखते की वे एक दिन आसमान की बुलंदी को छू लेगे, लेकिन वो सिर्फ सपने देखते है और कुछ करते नहीं है, और केवल बैठे ब...

Read Free

स्वर दो तुम्हें मैं गीत का उपहार दूंगा By कृष्ण विहारी लाल पांडेय

तुम मुझे स्वर दो तुम्हें मैं गीत का उपहार दूंगा खोजता था मैं अभी तक आंधियों में शांति के क्षण, जिन्दगी से हार मांगे मौत से दो मधुर चुम्बन। अमा के तम में अमर आलोक की बस कल्पना ही,...

Read Free

भले रूठ कर शाप दे, शाप सहने का वरदान दो By कृष्ण विहारी लाल पांडेय

भले रूठ कर शाप देते रहो प्रिय, मगर शाप सहने का वरदान दे दो। अभी तो बहुत देर है जबकि तम चीर सूरज धरा पर उजाला करेगा, अभी तो बहुत देर है जबकि शशि दीप नभ में सितारों के बाला करेगा ॥...

Read Free

गीत मेरी जिंदगी का प्यार है By कृष्ण विहारी लाल पांडेय

के बी एल पांडेय के गीत गीत मेरी जिंदगी का प्यार है आधार है जब बसंती ओढ्नी में पुष्प पंखुरिया विहंसती मंजरी पर झूम कोकिल तान मुकुलों पर थिरकती। सुरभि में हो अंध मतवाला मधुप कुछ...

Read Free

जनजीवन - 11 By Rajesh Maheshwari

जीवन का क्रम मेघाच्छादित नील-गगन गरजते मेघ और तड़कती विद्युत भी आकाश के अस्तित्व और अस्मिता को नष्ट नहीं कर पाते, वायु का प्रवाह छिन्न-भिन्न कर देता है मेघों को, आकाश वहीं रहता है...

Read Free

सुरेश पाण्‍डे सरस डबरा का काव्‍य संग्रह - 2 By Ramgopal Bhavuk Gwaaliyar

सुरेश पाण्‍डे डबरा का काव्‍य संग्रह 2 सरस प्रीत सुरेश पाण्‍डे सरस डबरा...

Read Free

तुम्हारे बाद - 1 By Pranava Bharti

1 ---- दिल के दरवाज़े पे साँकल जो लगा रखी थी उसकी झिर्री से कभी ताक़ लिया करती थी वो जो परिंदों की गुटरगूं सुनाई देती थीउसकी आवाजों को ही माप लिया करती थीन जाने गुम सी हो ग...

Read Free

वो भारत! है कहाँ मेरा? 7 By बेदराम प्रजापति "मनमस्त"

वो भारत! है कहाँ मेरा? 7 (काव्य संकलन) सत्यमेव जयते समर्पण मानव अवनी के, चिंतन शील मनीषियों के...

Read Free

बिछड़ना By praveen singh

मै सोच रहा हूँ, कुछ गुजरी हुई बातों को जो संग में गुजरी थी, उन हसीं रातों को...

Read Free

उत्‍सुक काव्‍य कुन्‍ज - 7 By Ramgopal Bhavuk Gwaaliyar

उत्‍सुक काव्‍य कुन्‍ज 7 कवि नरेन्‍द्र उत्‍सुक प्रधान सम्‍पादक – रामगोपाल भावुक सम्‍पादक – वेदराम प्रजापति मनमस्‍त, धीरेन्‍द्र गहलोत धीर, ओमप्रकाश सेन आजाद सम्‍पादकीय नरेन्‍...

Read Free

में और मेरे अहसास - 29 By Darshita Babubhai Shah

ढ़ाई को ढाई रहने दो l ना कम ना ज़्यादा होने दो ll   बीत गया सो बीत गया l दिल का चैन ना खोने दो ll   सिख लो हंसाना खेलना l प्यार में जीने दो सोने दो ll  *************...

Read Free

माँ कि ममता By praveen singh

“माँ”दर्द होता था हमें अगर, तो माँ की नींद उड़ जाती थी ठण्ड में ऐसे रहो,गर्मी में ये करो, माँ ही तो थी जो हर पल पीछे पड़ जाती थी ऐसा नहीं है की हमें प्यार नहीं था उनसे, पर लड़ना ही उन...

Read Free

पप्पू बगुला... By Ritesh Shrivastava

हमारे प्यारे पप्पू जी जाने अनजाने में अक्सर कुछ ना कुछ ऐसा कहते रहते हैं जो उनके दिमागी खोखलेपन पर एक मोहर सी लगा देता है | अभी कल ही उन्होंने एक बार फिर इस बात का सत्यापन किया और...

Read Free

इश्क़ सूफियाना? अब लावारिश है।। By Aníruddhα "कौशल्य" "ֆ"

१.गाऊं मैं जो एक गज़ल, पर गज़लों में तुम मत पड़ना...अश्क छलक जाए यूं, पर ग़ज़लों में विघ्न ना करना!मैं अभिलाषी सी पुस्तक था,अंत समय में तुम मत पढ़ना...अश्क छलक जाए यूं, पर गज़लों म...

Read Free

स्‍वतंत्र सक्‍सेना की कविताएं - 9 By बेदराम प्रजापति "मनमस्त"

स्‍वतंत्र सक्‍सेना की कविताएं काव्‍य संग्रह सरल नहीं था यह काम स्‍वतंत्र कुमार सक्‍सेना सवित्री सेवा आ...

Read Free

अधूरे संवाद भाग-4 By Alok Mishra

वो कहाँ गया जीवन की आपाधापी में वो कहां गया, वो किधर गया । वो सखा बचपन का था वो कहां गया,वो किधर गया ।। वो साथ ही मेरे हंसता था । वो मेरे साथ ही रोता था ।...

Read Free

मैं बन जाऊं तेरी जिंदगी... By Priyanka Kumbhar-Wagh

तू उजलता सुरज, मैं तेरी किरणतू सुबह, मैं तेरी पेहली पहर ।मेरे बिना ना हो तेरा कोई दिनमैं थम जाऊं तुझमे इस कदर ।।मैं थम जाऊं तुझमे इस कदर ।।१।।तू चाय, मैं तेरी प्यालीतू दूध, मैं तेर...

Read Free

बेनाम शायरी - 6 By Er.Bhargav Joshi અડિયલ

"बेनाम शायरी"?? ?? ?? ?? ?? ??सुबह को शाम और शाम को रात लिख देता है।वो खुदा जिंदगी को बेवफाओं नाम लिख देता है।।?? ?? ?? ?? ?? ??खुशनुमा चहेरे अक्सर खामोश रहते ह...

Read Free

कल तक जो केवल मकान थे रातों-रात निवास हो गए By कृष्ण विहारी लाल पांडेय

खंडित सब विश्वास हो गए आयोजन उपहास हो गए अब हम उन्हें नहीं दिखते हैं उनके कितने पास हो गए इतनी सी है राम कहानी राजतिलक बनवास हो गए घटना स्थल से दूर रहे जो आज वही इतिहास हो गए...

Read Free

चांदी के कल्दारी दिन By कृष्ण विहारी लाल पांडेय

चांदी के कल्दारी दिन रातों के घर बंधुआ बैठे बच्चों से बेगारी दिन खूनी तारीखे बनकर आते हैं त्योहारी दिन ! 1 पेट काटकर बाबा ने जो जमा किए थे वर्षों में उड़ा दिए दो दिन में हम...

Read Free

किन्नर ( कविता) By आदित्य अभिनव

रोटी रोटी हमें जीवन देती हैरोटी पाने के लिए आदमी घर छोड़ता हैऔर रोटी खाने के लिए घर आता हैरोटी जीवन देती भी हैऔरजीवन लेती भी हैरोटी के लिए मुंबई गएरामदीन,सोहन...

Read Free

कविता - बिटिया By उषा जरवाल

हर एक लड़की के जीवन में उसके पिता का अहम् स्थान होता है | मेरी जिंदगी में मेरे पापा का भी सबसे ऊँचा स्थान है | आज मेरे पापा मेरे मेरे साथ नहीं हैं पर उनका आशीर्वाद और उनकी यादें ह...

Read Free

उड़ान होंसलो की By Mohit Rajak

ये कहानी उन दोस्तों के लिए लिये जो केवल सोचते रहते हैं, जो केवल सपने देखते की वे एक दिन आसमान की बुलंदी को छू लेगे, लेकिन वो सिर्फ सपने देखते है और कुछ करते नहीं है, और केवल बैठे ब...

Read Free

स्वर दो तुम्हें मैं गीत का उपहार दूंगा By कृष्ण विहारी लाल पांडेय

तुम मुझे स्वर दो तुम्हें मैं गीत का उपहार दूंगा खोजता था मैं अभी तक आंधियों में शांति के क्षण, जिन्दगी से हार मांगे मौत से दो मधुर चुम्बन। अमा के तम में अमर आलोक की बस कल्पना ही,...

Read Free

भले रूठ कर शाप दे, शाप सहने का वरदान दो By कृष्ण विहारी लाल पांडेय

भले रूठ कर शाप देते रहो प्रिय, मगर शाप सहने का वरदान दे दो। अभी तो बहुत देर है जबकि तम चीर सूरज धरा पर उजाला करेगा, अभी तो बहुत देर है जबकि शशि दीप नभ में सितारों के बाला करेगा ॥...

Read Free

गीत मेरी जिंदगी का प्यार है By कृष्ण विहारी लाल पांडेय

के बी एल पांडेय के गीत गीत मेरी जिंदगी का प्यार है आधार है जब बसंती ओढ्नी में पुष्प पंखुरिया विहंसती मंजरी पर झूम कोकिल तान मुकुलों पर थिरकती। सुरभि में हो अंध मतवाला मधुप कुछ...

Read Free

जनजीवन - 11 By Rajesh Maheshwari

जीवन का क्रम मेघाच्छादित नील-गगन गरजते मेघ और तड़कती विद्युत भी आकाश के अस्तित्व और अस्मिता को नष्ट नहीं कर पाते, वायु का प्रवाह छिन्न-भिन्न कर देता है मेघों को, आकाश वहीं रहता है...

Read Free