hindi Best Horror Stories Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Horror Stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cul...Read More


Languages
Categories
Featured Books
  • दरिंदे से प्यार - 3

    शिकार ( अब तक के भाग में आपने पढ़ा कि तीन स्टूडेंट्स रगुजा से आकर दिल्ली के कॉलेज...

  • कपालनाथ

    ये कहानी उपन्यास विजय बहादुर का एक अंश है।।।। कहानी कपालनाथ आज फिर से अमावस की...

  • काल पिशाचिनी

     कहानी काल पिशाचिनी शाम का वक्त है। कुछ कुछ सूरज अभी भी नज़र आ रहा है। एक जीप त...

जादूई कुंआ और प्यासी चुड़ैल - 6 By Wow Mission successful

पार्ट 5 के एक झलक तुम लोगों को क्या लगा इतनी आसानी से बच के भाग जाओगे ? मैंने सबसे रंग बदल दिए हैं तुम्हारा काला रंग का अबीर इसको ठीक नहीं कर पाएगा वह चुड़ैल हंसने लगती हैअब आगेदोन...

Read Free

हाइवे नंबर 405 - 9 By jayesh zomate

हाइवे नंबर ४०५ भाग ९"Ep ९Ep ९ उसके हाथों निर्दोष लोगों की जान खतरे में पड़ जाएगी...सभी दिशाओं में शोक का राक्षस आकाश को हिला देगा। कालोखा की तिमुर कजली की सरहद पार कर जायेगी.. वो आ...

Read Free

हॉरर मैराथन - 34 By Vaidehi Vaishnav

भाग 34 मानसी ने अपनी कहानी को कुछ देर के लिए रोका और पानी की बोतल उठाकर पानी पीने लगी। मीनू, राघव, साहिल और अशोक की नजरें मानसी पर ही टिकी हुई थी। वे सभी अब भी खामोश थे। मानसी ने प...

Read Free

दरिंदे से प्यार - 3 By Alam Ansari

शिकार ( अब तक के भाग में आपने पढ़ा कि तीन स्टूडेंट्स रगुजा से आकर दिल्ली के कॉलेज में एडमिशन लेते हैं जिनमे एक रायसन का बेटा अमर है। टीना एक सिंपल लड़की भी अपने दो दोस्तों के साथ सें...

Read Free

कपालनाथ By भूपेंद्र सिंह

ये कहानी उपन्यास विजय बहादुर का एक अंश है।।।। कहानी कपालनाथ आज फिर से अमावस की वो काली , भयानक , खौफनाक और डरावनी रात थी। दौलताबाद के इस वीरान खंडहर रूपी गांव में शायद ही ऐसा कोई...

Read Free

काल पिशाचिनी By भूपेंद्र सिंह

 कहानी काल पिशाचिनी शाम का वक्त है। कुछ कुछ सूरज अभी भी नज़र आ रहा है। एक जीप तेजी से जंगल के एक सुनसान कच्चे रास्ते से धूल उड़ाते हुए भागी चली जा रही है। जीप में दो लड़के बैठे है...

Read Free

मेरे जीवन के सच्चे अनुभव - 2 By Vaibhaav Bhardwaaj

नमस्कार दोस्तों आज फिर मैं आप सभी के सामने एक नयी कहानी लेकर आया हूँ। दोस्तों आज मैं आपके सामने एक इवेस्टीगेशन से संबधित सच्ची कहानी रख रहा हूँ। जिसको आप यू ट्यूब के माध्यम से भी द...

Read Free

मंदिर के पट - 13 By Sonali Rawat

काफी दिन चढ़ने के बाद रजत की मूर्छा टूटी । उसने देखा - गेंदा सिंह का शरीर अब भी टीले की धूल में पड़ा था । मंदिर के पट खुले हुए थे किंतु उसके अंदर रात देखे दृश्य का कोई भी चिन्ह शेष...

Read Free

खौफ़ की एक रात। By Utpal Tomar

बरसात के दिन थे। कई दिनों से नींद ठीक से नहीं आ रही थी, खासकर जब से मैं गांव से वापस लौटा था। उसे दिन भी बारिश लगातार सुबह से हो रही थी, इस कारण मैंने छुट्टी ले ली,और मैं घर पर ही...

Read Free

डरावनी रात By DINESH KUMAR KEER

डरावनी रातजाड़े के महीने की उस भयंकर रात को भी मेरे सिर के ललाट पर पसीने की मोती जैसी बूँदें बरस रही थी। नहीं! वह पसीने की बूंदें गर्मी की वजह से नहीं बल्कि डर की वजह से था। मेरा न...

Read Free

मुझे डर लगता है By DINESH KUMAR KEER

1.मां मुझे डर लगता है . . . .बहुत डर लगता है . . . .सूरज की रौशनी आग सी लगती है . . . .पानी की बुँदे भी तेजाब सी लगती हैं . . .मां हवा में भी जहर सा घुला लगता है . .मां मुझे छुपा ल...

Read Free

कब्रिस्तान में एक रात By Krishna Kaveri K.K.

ये एक काल्पनिक कहानी है, जिसके सभी पात्र और घटनाएं काल्पनिक है तथा ये कहानी किसी अंधविश्वास को भी बढ़ावा नहीं देती है, इस कहानी का निर्माण केवल मनोरंजन के उद्देश्य से किया गया है। अ...

Read Free

कालवाची--प्रेतनी रहस्य-सीजन-२-भाग(४) By Saroj Verma

विराटज्योति ने राजमहल के बाहर आकर अपने सेनापति दिग्विजय सिंह को आदेश दिया कि वो सैनिकों को टुकड़ियों में विभाजित करना होगा तभी हम उस स्थान को सरलता से चारों ओर से घेर सकते हैं,जहाँ...

Read Free

जिन्नातों की सच्ची कहानियाँ - भाग 34 - अंतिम भाग By सोनू समाधिया रसिक

जिन्न का वारिश, भाग _०३ , सोनू समाधिया 'रसिक', द्वारा - जावेद खड़ा हो कर शब्बो के कमरे में झाँकता है तो उसे सपने वाला नजारा दिखता है। जावेद को यासिर पर शक़ होने लगा। तभी मौ...

Read Free

हॉंटेल होन्टेड - भाग - 50 By Prem Rathod

जय श्री राम.....आप सभी को राम जन्मभूमि महोत्सव की ढेरो शुभकामनाएं......हम सारे हॉल के एक कोने में आग के पास बैठे थे,सब हाथों में कंबल,तकिया या फिर खाने का पैकेट लेकर गर्मी को मेहसू...

Read Free

मकान नंबर 18 By भूपेंद्र सिंह

वो अमावस की काली रात थी ।एक सुनसान सड़क पर एक कार धीरे-धीरे अपनी मस्ती में चली जा रही थी । कार की दोनो हैडलाइट चालू थी फिर भी न जाने क्यों सड़क पर अंधेरा सा नजर आ रहा था । कार के अ...

Read Free

जादूई कुंआ और प्यासी चुड़ैल - 6 By Wow Mission successful

पार्ट 5 के एक झलक तुम लोगों को क्या लगा इतनी आसानी से बच के भाग जाओगे ? मैंने सबसे रंग बदल दिए हैं तुम्हारा काला रंग का अबीर इसको ठीक नहीं कर पाएगा वह चुड़ैल हंसने लगती हैअब आगेदोन...

Read Free

हाइवे नंबर 405 - 9 By jayesh zomate

हाइवे नंबर ४०५ भाग ९"Ep ९Ep ९ उसके हाथों निर्दोष लोगों की जान खतरे में पड़ जाएगी...सभी दिशाओं में शोक का राक्षस आकाश को हिला देगा। कालोखा की तिमुर कजली की सरहद पार कर जायेगी.. वो आ...

Read Free

हॉरर मैराथन - 34 By Vaidehi Vaishnav

भाग 34 मानसी ने अपनी कहानी को कुछ देर के लिए रोका और पानी की बोतल उठाकर पानी पीने लगी। मीनू, राघव, साहिल और अशोक की नजरें मानसी पर ही टिकी हुई थी। वे सभी अब भी खामोश थे। मानसी ने प...

Read Free

दरिंदे से प्यार - 3 By Alam Ansari

शिकार ( अब तक के भाग में आपने पढ़ा कि तीन स्टूडेंट्स रगुजा से आकर दिल्ली के कॉलेज में एडमिशन लेते हैं जिनमे एक रायसन का बेटा अमर है। टीना एक सिंपल लड़की भी अपने दो दोस्तों के साथ सें...

Read Free

कपालनाथ By भूपेंद्र सिंह

ये कहानी उपन्यास विजय बहादुर का एक अंश है।।।। कहानी कपालनाथ आज फिर से अमावस की वो काली , भयानक , खौफनाक और डरावनी रात थी। दौलताबाद के इस वीरान खंडहर रूपी गांव में शायद ही ऐसा कोई...

Read Free

काल पिशाचिनी By भूपेंद्र सिंह

 कहानी काल पिशाचिनी शाम का वक्त है। कुछ कुछ सूरज अभी भी नज़र आ रहा है। एक जीप तेजी से जंगल के एक सुनसान कच्चे रास्ते से धूल उड़ाते हुए भागी चली जा रही है। जीप में दो लड़के बैठे है...

Read Free

मेरे जीवन के सच्चे अनुभव - 2 By Vaibhaav Bhardwaaj

नमस्कार दोस्तों आज फिर मैं आप सभी के सामने एक नयी कहानी लेकर आया हूँ। दोस्तों आज मैं आपके सामने एक इवेस्टीगेशन से संबधित सच्ची कहानी रख रहा हूँ। जिसको आप यू ट्यूब के माध्यम से भी द...

Read Free

मंदिर के पट - 13 By Sonali Rawat

काफी दिन चढ़ने के बाद रजत की मूर्छा टूटी । उसने देखा - गेंदा सिंह का शरीर अब भी टीले की धूल में पड़ा था । मंदिर के पट खुले हुए थे किंतु उसके अंदर रात देखे दृश्य का कोई भी चिन्ह शेष...

Read Free

खौफ़ की एक रात। By Utpal Tomar

बरसात के दिन थे। कई दिनों से नींद ठीक से नहीं आ रही थी, खासकर जब से मैं गांव से वापस लौटा था। उसे दिन भी बारिश लगातार सुबह से हो रही थी, इस कारण मैंने छुट्टी ले ली,और मैं घर पर ही...

Read Free

डरावनी रात By DINESH KUMAR KEER

डरावनी रातजाड़े के महीने की उस भयंकर रात को भी मेरे सिर के ललाट पर पसीने की मोती जैसी बूँदें बरस रही थी। नहीं! वह पसीने की बूंदें गर्मी की वजह से नहीं बल्कि डर की वजह से था। मेरा न...

Read Free

मुझे डर लगता है By DINESH KUMAR KEER

1.मां मुझे डर लगता है . . . .बहुत डर लगता है . . . .सूरज की रौशनी आग सी लगती है . . . .पानी की बुँदे भी तेजाब सी लगती हैं . . .मां हवा में भी जहर सा घुला लगता है . .मां मुझे छुपा ल...

Read Free

कब्रिस्तान में एक रात By Krishna Kaveri K.K.

ये एक काल्पनिक कहानी है, जिसके सभी पात्र और घटनाएं काल्पनिक है तथा ये कहानी किसी अंधविश्वास को भी बढ़ावा नहीं देती है, इस कहानी का निर्माण केवल मनोरंजन के उद्देश्य से किया गया है। अ...

Read Free

कालवाची--प्रेतनी रहस्य-सीजन-२-भाग(४) By Saroj Verma

विराटज्योति ने राजमहल के बाहर आकर अपने सेनापति दिग्विजय सिंह को आदेश दिया कि वो सैनिकों को टुकड़ियों में विभाजित करना होगा तभी हम उस स्थान को सरलता से चारों ओर से घेर सकते हैं,जहाँ...

Read Free

जिन्नातों की सच्ची कहानियाँ - भाग 34 - अंतिम भाग By सोनू समाधिया रसिक

जिन्न का वारिश, भाग _०३ , सोनू समाधिया 'रसिक', द्वारा - जावेद खड़ा हो कर शब्बो के कमरे में झाँकता है तो उसे सपने वाला नजारा दिखता है। जावेद को यासिर पर शक़ होने लगा। तभी मौ...

Read Free

हॉंटेल होन्टेड - भाग - 50 By Prem Rathod

जय श्री राम.....आप सभी को राम जन्मभूमि महोत्सव की ढेरो शुभकामनाएं......हम सारे हॉल के एक कोने में आग के पास बैठे थे,सब हाथों में कंबल,तकिया या फिर खाने का पैकेट लेकर गर्मी को मेहसू...

Read Free

मकान नंबर 18 By भूपेंद्र सिंह

वो अमावस की काली रात थी ।एक सुनसान सड़क पर एक कार धीरे-धीरे अपनी मस्ती में चली जा रही थी । कार की दोनो हैडलाइट चालू थी फिर भी न जाने क्यों सड़क पर अंधेरा सा नजर आ रहा था । कार के अ...

Read Free