hindi Best Fiction Stories Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Fiction Stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cu...Read More


Languages
Categories
Featured Books
  • जीवन @ शटडाऊन - 1

    1 नीलम कुलश्रेष्ठ [ कोरोनाकाल को याद तो कोई नहीं करना चाहता लेकिन ये उस समय की ब...

  • अतीत के पन्ने - भाग 40

    मुझे न,,मैं मैं करती हूं रो रही थी।आलेख ने देखा मैं तुम्हारी मदद कर सकता हूं एक...

  • मैं तो ओढ चुनरिया - 45

    45 वह सारी रात मैंने तरह तरह की बातें सोचते हुए जाग कर निकाली । एक अजीब सा अहसास...

जीवन @ शटडाऊन - 1 By Neelam Kulshreshtha

1 नीलम कुलश्रेष्ठ [ कोरोनाकाल को याद तो कोई नहीं करना चाहता लेकिन ये उस समय की बिलकुल अलग कहानी है कि लोग किस तरह नाटकीय स्थितियों में फंस गये थे। पढ़िए पहले लॉकडाउन के आरम्भ के एक...

Read Free

कटासराज... द साइलेंट विटनेस - 54 By Neerja Pandey

भाग 54 देखते ही देखते उस गाड़ी के डिब्बे में मौजूद सब लोग उसकी मूंगफली के ठोँगे के लिए टूट पड़े। जैसे ये कोई मामूली मुंगफली ना हो कर कोई करामाती मुंगफली हो। जो जितना ले सकता था। अप...

Read Free

Prem Ratan Dhan Payo - 37 By Anjali Jha

" इसमें कौन सी बडी बात है भाभी मां । हमने उसे कांट्रेक्ट पर नही रखा हैं । वो जब चाहे, जहां चाहे जा सकती है । रही बात परी की तो उसके न होने पर भी हम उसे संभालते थे । उसके चले जाने प...

Read Free

वजूद - 4 By prashant sharma ashk

भाग 4 अगले दिन सुबह शंकर जल्दी उठकर गाय को चारा डालने से लेकर घर के बरामदे की सफाई का काम करता है। हरी खेत पर चला जाता है और कुसुम घर के अन्य कामों में व्यस्त हो जाती है। दिन में ख...

Read Free

अतीत के पन्ने - भाग 40 By RACHNA ROY

मुझे न,,मैं मैं करती हूं रो रही थी।आलेख ने देखा मैं तुम्हारी मदद कर सकता हूं एक अच्छे डाक्टर कि सलाह लें सकती है।।पिया ने कहा अरे बहुत सारे डाक्टर के पास गए हम पर कुछ नहीं हुआ तो ए...

Read Free

अपनी अपनी ज़िंदगी - 4 - अंतिम भाग By S Sinha

Last Part -4      अपनी अपनी ज़िंदगी इस से पहले आपने पढ़ा कि रेखा ने प्रोफेस्सर के कहने पर उसे अपनी बेटी को बोर्डिंग स्कूल में भेज दिया  . इसके बाद प्रोफ़ेसर का रेखा के यहाँ आना जान बढ़...

Read Free

मैं तो ओढ चुनरिया - 45 By Sneh Goswami

45 वह सारी रात मैंने तरह तरह की बातें सोचते हुए जाग कर निकाली । एक अजीब सा अहसास था जो न दुखी होने देता था न खुश । मन में घबराहट अलग हो रही थी । बिल्कुल गुड्डे गुडिया के खेल की तरह...

Read Free

फीचर फिल्म का स्क्रीन प्ले By Yashvant Kothari

        फीचर फिल्म का Screenplay part one Angles and triangles –novel- yashwant kothari Paisa hai to shahr ,nahi to jahar (if have money than metro otherwise poison – पैसा है तो शह...

Read Free

साथिया - 9 By डॉ. शैलजा श्रीवास्तव

कुछ दिन निकल गए थे। सांझ और शालू की दोस्ती गहरी हो गई थी। अक्षत के के अगले महीने फाइनल एगजाम थे तो वो उसमे डुबा हुआ था।ईशान और मनु अभी कॉलेज में रुकने वाले थे। अक्षत के साथ ही नील...

Read Free

यक्षिणी एक डायन - 10 By Makvana Bhavek

  कछुआ भी डरते हुए कहता है – "कहीं मेरी गैर हाजरी मैं तुम दोनो ने वो दरवाजा खोल तो नहीं दिया?"   युग और अभिमन्‍यु कछुए की बात का कुछ जवाब नहीं दे रहे थे। वह दोनों एक दूसरे की तरफ घ...

Read Free

वो निगाहे.....!! - 23 By Madhu

मायूर हाल में आते हुये उसे अमर जी दिख गये जो पसीने से लथपथ अपना एक हाथ सीने पर रख सहला रहे थे l उनको उस हालत में देख मायूर तुरंत हि उनके पास आके ,,,क्या हुआ अंकल?आप ऐसे क्यों बैठो...

Read Free

भीतर का जादू - 18 By Mak Bhavimesh

मैंने एक आवाज़ सुनी, "मेरी विनम्र राय में, महामहिम, आपको उस लड़के को कम नहीं आंकना चाहिए," नेहवोडिस के साथ बातचीत में शामिल होते हुए ओब्सीडियन ने कहा। अपने शानदार सिंहासन पर बैठे न...

Read Free

तमाचा - 43 (दस्तक) By नन्दलाल सुथार राही

दूर दूर तक सिर्फ रेत ही रेत। रेत के बड़े-बड़े पहाड़ जिस पर कहीं कहीं खेजड़ी और फोग की झाड़िया । आदमी और उसकी प्रजाति का दूर-दूर तक कोई अता पता नहीं। सभी विद्यार्थी इस आश्चर्यजनक वातावरण...

Read Free

जीवन @ शटडाऊन - 1 By Neelam Kulshreshtha

1 नीलम कुलश्रेष्ठ [ कोरोनाकाल को याद तो कोई नहीं करना चाहता लेकिन ये उस समय की बिलकुल अलग कहानी है कि लोग किस तरह नाटकीय स्थितियों में फंस गये थे। पढ़िए पहले लॉकडाउन के आरम्भ के एक...

Read Free

कटासराज... द साइलेंट विटनेस - 54 By Neerja Pandey

भाग 54 देखते ही देखते उस गाड़ी के डिब्बे में मौजूद सब लोग उसकी मूंगफली के ठोँगे के लिए टूट पड़े। जैसे ये कोई मामूली मुंगफली ना हो कर कोई करामाती मुंगफली हो। जो जितना ले सकता था। अप...

Read Free

Prem Ratan Dhan Payo - 37 By Anjali Jha

" इसमें कौन सी बडी बात है भाभी मां । हमने उसे कांट्रेक्ट पर नही रखा हैं । वो जब चाहे, जहां चाहे जा सकती है । रही बात परी की तो उसके न होने पर भी हम उसे संभालते थे । उसके चले जाने प...

Read Free

वजूद - 4 By prashant sharma ashk

भाग 4 अगले दिन सुबह शंकर जल्दी उठकर गाय को चारा डालने से लेकर घर के बरामदे की सफाई का काम करता है। हरी खेत पर चला जाता है और कुसुम घर के अन्य कामों में व्यस्त हो जाती है। दिन में ख...

Read Free

अतीत के पन्ने - भाग 40 By RACHNA ROY

मुझे न,,मैं मैं करती हूं रो रही थी।आलेख ने देखा मैं तुम्हारी मदद कर सकता हूं एक अच्छे डाक्टर कि सलाह लें सकती है।।पिया ने कहा अरे बहुत सारे डाक्टर के पास गए हम पर कुछ नहीं हुआ तो ए...

Read Free

अपनी अपनी ज़िंदगी - 4 - अंतिम भाग By S Sinha

Last Part -4      अपनी अपनी ज़िंदगी इस से पहले आपने पढ़ा कि रेखा ने प्रोफेस्सर के कहने पर उसे अपनी बेटी को बोर्डिंग स्कूल में भेज दिया  . इसके बाद प्रोफ़ेसर का रेखा के यहाँ आना जान बढ़...

Read Free

मैं तो ओढ चुनरिया - 45 By Sneh Goswami

45 वह सारी रात मैंने तरह तरह की बातें सोचते हुए जाग कर निकाली । एक अजीब सा अहसास था जो न दुखी होने देता था न खुश । मन में घबराहट अलग हो रही थी । बिल्कुल गुड्डे गुडिया के खेल की तरह...

Read Free

फीचर फिल्म का स्क्रीन प्ले By Yashvant Kothari

        फीचर फिल्म का Screenplay part one Angles and triangles –novel- yashwant kothari Paisa hai to shahr ,nahi to jahar (if have money than metro otherwise poison – पैसा है तो शह...

Read Free

साथिया - 9 By डॉ. शैलजा श्रीवास्तव

कुछ दिन निकल गए थे। सांझ और शालू की दोस्ती गहरी हो गई थी। अक्षत के के अगले महीने फाइनल एगजाम थे तो वो उसमे डुबा हुआ था।ईशान और मनु अभी कॉलेज में रुकने वाले थे। अक्षत के साथ ही नील...

Read Free

यक्षिणी एक डायन - 10 By Makvana Bhavek

  कछुआ भी डरते हुए कहता है – "कहीं मेरी गैर हाजरी मैं तुम दोनो ने वो दरवाजा खोल तो नहीं दिया?"   युग और अभिमन्‍यु कछुए की बात का कुछ जवाब नहीं दे रहे थे। वह दोनों एक दूसरे की तरफ घ...

Read Free

वो निगाहे.....!! - 23 By Madhu

मायूर हाल में आते हुये उसे अमर जी दिख गये जो पसीने से लथपथ अपना एक हाथ सीने पर रख सहला रहे थे l उनको उस हालत में देख मायूर तुरंत हि उनके पास आके ,,,क्या हुआ अंकल?आप ऐसे क्यों बैठो...

Read Free

भीतर का जादू - 18 By Mak Bhavimesh

मैंने एक आवाज़ सुनी, "मेरी विनम्र राय में, महामहिम, आपको उस लड़के को कम नहीं आंकना चाहिए," नेहवोडिस के साथ बातचीत में शामिल होते हुए ओब्सीडियन ने कहा। अपने शानदार सिंहासन पर बैठे न...

Read Free

तमाचा - 43 (दस्तक) By नन्दलाल सुथार राही

दूर दूर तक सिर्फ रेत ही रेत। रेत के बड़े-बड़े पहाड़ जिस पर कहीं कहीं खेजड़ी और फोग की झाड़िया । आदमी और उसकी प्रजाति का दूर-दूर तक कोई अता पता नहीं। सभी विद्यार्थी इस आश्चर्यजनक वातावरण...

Read Free