hindi Best Drama Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Drama in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cultures. Th...Read More


Languages
Categories
Featured Books
  • हलचल - पार्ट 7

    दोस्ती का उसूलअब तक आपने देखा:- अद्वय और आकृति के बीच दोस्ती की छोटी सी शुरुआत ह...

  • निखिल

    "मयंक, आज अगर निखिल होता, तो एम. बी.ए. के कौनसे वर्ष में होता?"माही ने चिट्ठी लि...

  • एकांकी - एकलव्य

    एकांकी नाटक एकलव्य...

हलचल - पार्ट 7 By Darshika Humor

दोस्ती का उसूलअब तक आपने देखा:- अद्वय और आकृति के बीच दोस्ती की छोटी सी शुरुआत होती दिखाई देती है जब अद्वय आकृति की मदद करता है। अब आगे:- आकृति अपनी सोच से बाहर ही निकलती है कि bel...

Read Free

निखिल By SHAMIM MERCHANT

"मयंक, आज अगर निखिल होता, तो एम. बी.ए. के कौनसे वर्ष में होता?"माही ने चिट्ठी लिखने से पहले, अपने पति से पुष्ठि करने के लिए पूछा। मयंक माही को देखता रहा। यह औरत किस मिट्टी की बनी थ...

Read Free

सिर्फ सच कहना बचा था, कह दिया, भूलना मत इसे By Priya pandey

हम सब सच को श्रेष्ठ मानते हैं, सच से बड़ा मूल्य जीवन में शायद कुछ भी नहीं सच से अच्छा दोस्त कोई नहीं... लेकिन जब यही सच आपके खिलाफ हो तो इससे बड़ा शत्रु भी कोई नहीं, असल में इंसान के...

Read Free

एकांकी - एकलव्य By ramgopal bhavuk

एकांकी नाटक एकलव्य रामगोपाल भावुक (गाँव के चौराहे पर...

Read Free

मे और महाराज - (जाल_५) 44 By Veena

उसके अगले ही दिन सिराज को अपने पिता से महल आने का न्यौता आया। सिराज जैसे ही महल के लिए रवाना हुआ। एक पालखी राजकुमारी शायरा के महल के बाहर आकर रुकी। राजकुमारी शायरा महल के बाहर आई।...

Read Free

नन्ही - 2 By Chaksi

जिससे नन्ही तुरंत ही उस लड़के की बाहों में आ जाती हैं जिससे फिर एक बार नन्ही के होठ उस लड़के की छाती से जा लगते हैं पर इस बार वो लड़का जल्दी से पीछे हट जाता हैं और नन्ही उस लड़के क...

Read Free

ज़िन्दगी तेरी अजब कहानी - 1 By Koushik B

ऐसा कहा जाता है की विद्यार्थी जीवन किसी भी व्यक्ति के जीवन का सर्वोत्तम जीवन होता है।मैं भी ऐसा ही सोचता था।लेकिन जिंदगी में कई ऐसे मोड़ आते हैं जो आपकी जिंदगी बदल देते हैं।लोग यह...

Read Free

मुझे भी स्कूल जाना है By नन्दलाल सुथार राही

मुझे भी स्कूल जाना है! (बालिका शिक्षा हेतु लघु नाटक) अशरफ़ लकड़िया लेके आ रही थी । तभी गुरुजी उधर से जा रहे थे । अशरफ- नमस्कार गुरुजी। गुरुजी - नमस्कार। अरे अशरफ आज कल तुम स्कूल...

Read Free

DUNIYA MERI MUTTHI MEIN - 4 By Amar Kamble

करन ने फेंके हुए कांच के ग्लास के टुकड़े जोया के पास गिरे थें। जोया ने करन के कंधे पर हाथ रखकर कहा, “मैं तुम्हारा दर्द समझ सकती हूं।” करन ने कहा, “अब दर्द...

Read Free

अधूरा सफर - भाग 2 By Ki Shan S Ahu

पिछले भाग में आपने पड़ा कि कैसे गौरव ओर स्वाति एक बस मै मिलते है और फिर उसी बस में बिछड़ भी गए, आपको क्या लगता है दोनों फिर से मिल पाएंगे इस अंजान शहर में चलिए पढ़ते है आगे। शहर आन...

Read Free

ताजमहल... अंत या शुरुआत ( एकांकी ) By निशा शर्मा

पात्र - परिचय मनोज - एक तीस वर्षीय पुरूष सोनाक्षी - एक सत्ताईस वर्षीय महिला ( मनोज की धर्मपत्नी ) बूढ़ी औरत - एक सत्तर वर्षीय वृद्धा ( भिखारिन ) ( मंच पर बैकग्राउंड में ताजमहल का एक...

Read Free

हलचल - पार्ट 7 By Darshika Humor

दोस्ती का उसूलअब तक आपने देखा:- अद्वय और आकृति के बीच दोस्ती की छोटी सी शुरुआत होती दिखाई देती है जब अद्वय आकृति की मदद करता है। अब आगे:- आकृति अपनी सोच से बाहर ही निकलती है कि bel...

Read Free

निखिल By SHAMIM MERCHANT

"मयंक, आज अगर निखिल होता, तो एम. बी.ए. के कौनसे वर्ष में होता?"माही ने चिट्ठी लिखने से पहले, अपने पति से पुष्ठि करने के लिए पूछा। मयंक माही को देखता रहा। यह औरत किस मिट्टी की बनी थ...

Read Free

सिर्फ सच कहना बचा था, कह दिया, भूलना मत इसे By Priya pandey

हम सब सच को श्रेष्ठ मानते हैं, सच से बड़ा मूल्य जीवन में शायद कुछ भी नहीं सच से अच्छा दोस्त कोई नहीं... लेकिन जब यही सच आपके खिलाफ हो तो इससे बड़ा शत्रु भी कोई नहीं, असल में इंसान के...

Read Free

एकांकी - एकलव्य By ramgopal bhavuk

एकांकी नाटक एकलव्य रामगोपाल भावुक (गाँव के चौराहे पर...

Read Free

मे और महाराज - (जाल_५) 44 By Veena

उसके अगले ही दिन सिराज को अपने पिता से महल आने का न्यौता आया। सिराज जैसे ही महल के लिए रवाना हुआ। एक पालखी राजकुमारी शायरा के महल के बाहर आकर रुकी। राजकुमारी शायरा महल के बाहर आई।...

Read Free

नन्ही - 2 By Chaksi

जिससे नन्ही तुरंत ही उस लड़के की बाहों में आ जाती हैं जिससे फिर एक बार नन्ही के होठ उस लड़के की छाती से जा लगते हैं पर इस बार वो लड़का जल्दी से पीछे हट जाता हैं और नन्ही उस लड़के क...

Read Free

ज़िन्दगी तेरी अजब कहानी - 1 By Koushik B

ऐसा कहा जाता है की विद्यार्थी जीवन किसी भी व्यक्ति के जीवन का सर्वोत्तम जीवन होता है।मैं भी ऐसा ही सोचता था।लेकिन जिंदगी में कई ऐसे मोड़ आते हैं जो आपकी जिंदगी बदल देते हैं।लोग यह...

Read Free

मुझे भी स्कूल जाना है By नन्दलाल सुथार राही

मुझे भी स्कूल जाना है! (बालिका शिक्षा हेतु लघु नाटक) अशरफ़ लकड़िया लेके आ रही थी । तभी गुरुजी उधर से जा रहे थे । अशरफ- नमस्कार गुरुजी। गुरुजी - नमस्कार। अरे अशरफ आज कल तुम स्कूल...

Read Free

DUNIYA MERI MUTTHI MEIN - 4 By Amar Kamble

करन ने फेंके हुए कांच के ग्लास के टुकड़े जोया के पास गिरे थें। जोया ने करन के कंधे पर हाथ रखकर कहा, “मैं तुम्हारा दर्द समझ सकती हूं।” करन ने कहा, “अब दर्द...

Read Free

अधूरा सफर - भाग 2 By Ki Shan S Ahu

पिछले भाग में आपने पड़ा कि कैसे गौरव ओर स्वाति एक बस मै मिलते है और फिर उसी बस में बिछड़ भी गए, आपको क्या लगता है दोनों फिर से मिल पाएंगे इस अंजान शहर में चलिए पढ़ते है आगे। शहर आन...

Read Free

ताजमहल... अंत या शुरुआत ( एकांकी ) By निशा शर्मा

पात्र - परिचय मनोज - एक तीस वर्षीय पुरूष सोनाक्षी - एक सत्ताईस वर्षीय महिला ( मनोज की धर्मपत्नी ) बूढ़ी औरत - एक सत्तर वर्षीय वृद्धा ( भिखारिन ) ( मंच पर बैकग्राउंड में ताजमहल का एक...

Read Free