hindi Best Children Stories Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Children Stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and c...Read More


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  • घर वापसी

    घर वापसी बहुत समय पहले की बात हैं एक शहर में मीरा अपने पिता जी के साथ रहती थी ।...

  • chrismax ka tohapha

    इस कहानी की शुरुआत बर्फीली जंगल से हुई । जहां पर खून जम देने वाली जबरदस्त हवाए ठ...

  • बच्चों को सुनाएँ – 5 रसगुल्ला

    बच्चों को सुनाएँ – 5 “रसगुल्ला” आर ० के ० लाल रजनीश ऑफिस से...

घरौंदा By Udita Mishra

घरौंदा एक दिन खुशी के घर में काम करने वाले काका ने खुशी की मम्‍मी को बताया "मेडम सा‍हब अपने घर के पास जो बिजली का मीटर है ना कल उसके ऊपर एक गोरैया ने घोंसला बनाया था जो मैंने तोड़क...

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घर वापसी By Udita Mishra

घर वापसी बहुत समय पहले की बात हैं एक शहर में मीरा अपने पिता जी के साथ रहती थी । वह कक्षा सात पढ़ती थी उसके पिता एक अच्छे पुलिस आफिसर थे । वैसे तो उनका व्यवहार बहुत अच्छा था पर उन्हे...

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chrismax ka tohapha By Mohd Siknandar

इस कहानी की शुरुआत बर्फीली जंगल से हुई । जहां पर खून जम देने वाली जबरदस्त हवाए ठंड बह रह थी । उसी रात बर्फीली तूफान मे एक मादा पोलो बीयर जंगल के रास्ते से अपने घर की ओर जा रही थी ।...

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बच्चों को सुनाएँ – 5 रसगुल्ला By r k lal

बच्चों को सुनाएँ – 5 “रसगुल्ला” आर ० के ० लाल रजनीश ऑफिस से आ कर सोफे पर पसर गया था। उसके चेहरे पर बहुत तनाव था परंतु आंखों की चमक बता रही थी कि जैसे उसने कोई...

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गौरी गाय By Udita Mishra

गौरी गाय एक शहर में एक जाने माने शिक्षक अपने परिवार के साथ रहते थे उनके परिवार में उनकी पत्नी का नाम शीतल था एक कुशल गृहिणी थी जो कई सालों से चार, पाँच साल के बच्चों को योगा सिखाती...

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अभिमान से अपमान By Mohit Trendster

सलोना भालू फुलवारी वन का एक प्रतिभावान खिलाड़ी था। किशोरावस्था में ही वह अपनी उम्र से बड़े और अनुभवी खिलाडियों को नाकों चने चबवा देता था। जल्द ही उसका नाम फुलवारी वन और उसके आस-पास क...

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मेरा डोरेमोन By Chandresh Kumar Chhatlani

निक्की इस बार फिर फेल हो गया। स्कूल में टीचर मैम ने सब बच्चों के सामने उसकी हंसी उड़ाई और घर पर भी पापा और मम्मी की बहुत डांट पड़ी। रोते हुए निक्की को दादी उसके कमरे में ले गयी और...

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ज़िम्मेदार By Pranava Bharti

बड़ी माता जी की आँखों में मोतियाबिंद उतर आया ,उन्हें देखने में परेशानी होने लगी | "आप ऑपरेशन क्यों नहीं करा लेतीं ?"हरिद्वार में रहने वाली माता जी को उनकी पड़ौसन ने सलाह देते...

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परियों का पेड़ - 10 By Arvind Kumar Sahu

परियों का पेड़ (10) चल अकेला इस साहस और युक्ति भरे मुक़ाबले के कारण खतरा टल गया था | राजू की जान छूट गयी थी | वह तत्काल वहाँ से आगे की ओर भाग निकला | आगे बढ़ते कदमों के साथ उसके दिल क...

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चीकू और मीकू By Neerja Dewedy

चीकू और मीकू एक जंगल में एक बंदरों का परिवार रहता था. उनके दो बच्चे चीकू और मीकू बहुत नटखट थे. जब उनकी मम्मी उन्हें खाने को कहती तो उन्हें खेल सूझता. उनकी मम्मी उनके पीछे-पीछे दौड़क...

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धरती-माँ By Anil Sainger

माँ की आवाज सुन अंकित बोझिल मन से उठ कर कमरे से बाहर निकलते हुए बोला ‘जी माँ, बोलिए’| अंकित की आवाज सुन माँ ख़ुश होते हुए बोली ‘बेटा, क्या बात है आज तुम बहुत देर से उठे हो | तुम्हें...

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चिरइ चुरमुन और चीनू दीदी - 7 - अंतिम भाग By PANKAJ SUBEER

चिरइ चुरमुन और चीनू दीदी (कहानी पंकज सुबीर) (7) इस बार हमने प्लान को बदल दिया था । हमने झाँकी के बाद का प्लान रखा था । बाद का मतलब जब झाँकी के बाद जब रात को मेकअप उतारा जाता है उस...

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बोतल का नाबालिग By r k lal

बोतल का नाबालिगआर 0 के 0 लालक्या मुसीबत है? शादी बड़े भैया पवन की हो रही है, और मेहमानों के लिए नाश्ता, मिठाई और पानी मैं ले लाऊं। एक मेहमान गया नहीं कि दूसरा आ धमकता है। पापा तो...

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गॉव की ओर By Kishanlal Sharma

झबबू और कालू आमने सामने की कालोनी मे रहते थे।दोनों कुक्ते दोस्त थे।रोज सुबह अपनी अपनी कॉलोनी से निकलकर वे सडक पर आ जाते ।सुबह सडक पर मार्निग वॉक करनेवालो का तॉता लग जाता।हर उम्र,हर...

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कहो नहि करो By Dietitian Snehal Malaviya

“रवि, देखो तुम्हारे लाडले ने क्या किया है” वो छोटा सा बच्चा अपनी माँ के पीछे छुप रहा था और एक आँख से अपने पापा को देख रहा था।“मेरे पीछे क्यु छुप रहे हो? जाओ, और अपने पापा को बताओ क...

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पबजी गेम की दीवानगी By r k lal

“पबजी गेम की दीवानगी” आर0 के0 लाल मम्मी मम्मी! परसों मेरी बर्थडे है। मैं तो इस बार आप से गिफ्ट में मोबाइल ही लूंगा। वह भी स्मार्ट मोबाइल। अब मैं 10 साल का हो गया हूं मेरे स्कूल...

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आई. सी. यू. में पृथ्वी By r k lal

"आई0 सी 0 यू 0 में पृथ्वी"आर 0 के0 लाल आधी रात में एक बार जब धारासार वृष्टि, बादलों की गरज, विद्युत की कौंध और झंझावात की विभिषिका अपनी पराकाष्ठा की सीमा स्पर्श कर रही थी तो...

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आशु घर से भाग गया By r k lal

आशु घर से भाग गया आर0 के0 लाल दो दिन पहले की बात है आशु के घर पर बड़ी भीड़ लगी थी। मैं भी यह देख कर उसके घर पहुंच गया। देखा कि उसकी मम्मी दरवाजे के दहलीज पर सर पटक पटक कर बे...

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आई तो आई कहाँ से - 6 By Dr Sudha Gupta

आज सोमवार था, सप्ताह का प्रथम दिवस l विद्यालय में प्रिंसपाल सर ने प्रार्थना के उपरांत सबको सूचित किया कि अगले हफ्ते कक्षा 5 से 8 तक के विद्यार्थी जो राष्ट्रीय वन उद्यान बांधवगढ़ जान...

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आपका बच्चा कमाल् का है By r k lal

आपका बच्चा कमाल् का है आर0 के 0 लाल आज आभास को फिर से पुरस्कार मिला, उसके माता पिता को भी स्टेज पर बुलाया गया और उनकी बड़ी तारीफ की गई। छो...

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शनिवार का दिन By DHIRENDRA SINGH BISHT DHiR

कहानी का सारांश : इस कहानी में केवल एक शनिवार के दिन का वर्णन किया है। कहानी में मुख्य भूमिका एक नन्हे बालक की है। जो अपने बालपन के कारण अपनी पढ़ाई के प्रति थोड़ा लापरवाह है, कि...

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गुब्बारे की हवा By r k lal

गुब्बारे की हवा आर0 के0 लाल अपनी बर्थडे की उमंग में गुब्बारे फुलाते हुए मेरे सात वर्षीय पोते ने पूछा- “ बाबा मेरी पार्टी में आपके कोई रिश्तेदार या दोस्त क...

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चिड़िया रानी - (बाल साहित्य) By Rakesh Kumar Pandey Sagar

प्रिय मित्रों,               आज छत के बारजे पर बैठकर आसमान में टकटकी लगाए कुछ देख रहा था कि पंक्षियों का एक समूह छत के दूसरे किनारे पर बैठा, जहां...

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खुशियों के फूल By Dr.Desh bandhu

कल होली थी | सौरभ और सुरभि अपने पापा के साथ बाजार से ढेर सारा गुलाल, रंग, पिचकारी, मिठाई आदि लेकर आए थे | दरवाजे पर कदम रखते ही सौरभ चिल्लाया, “देखो माँ , हम लोग पूरा बाजार ही उठा...

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लगे नाचने अक्षर By manohar chamoli manu

लगे नाचने अक्षर -मनोहर चमोली ‘मनु’ वेलिया ने स्कूल से मिला होमवर्क पूरा किया। स्कूल बैग खोला। पेंसिल-काॅपियां रखकर वह खेलने चली गई। वेलिया के जाते ही अक्षर और पेंसिल में बहस छिड़ गई...

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अपनेइंडाॅव बनूंगी By manohar chamoli manu

पात्र परिचयपीहू- एक छात्राचंद्रमोहन-पीहू के पिताजगमोहन - पीहू के चाचासविता-पीहू की चाचीरामसखा-पीहू के दादाकमला-पीहू की दादीसोनिया-पीहू की बुआ परदा उठता है (ड्राइंगरूम का दृश्य। पीह...

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घरौंदा By Udita Mishra

घरौंदा एक दिन खुशी के घर में काम करने वाले काका ने खुशी की मम्‍मी को बताया "मेडम सा‍हब अपने घर के पास जो बिजली का मीटर है ना कल उसके ऊपर एक गोरैया ने घोंसला बनाया था जो मैंने तोड़क...

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घर वापसी By Udita Mishra

घर वापसी बहुत समय पहले की बात हैं एक शहर में मीरा अपने पिता जी के साथ रहती थी । वह कक्षा सात पढ़ती थी उसके पिता एक अच्छे पुलिस आफिसर थे । वैसे तो उनका व्यवहार बहुत अच्छा था पर उन्हे...

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chrismax ka tohapha By Mohd Siknandar

इस कहानी की शुरुआत बर्फीली जंगल से हुई । जहां पर खून जम देने वाली जबरदस्त हवाए ठंड बह रह थी । उसी रात बर्फीली तूफान मे एक मादा पोलो बीयर जंगल के रास्ते से अपने घर की ओर जा रही थी ।...

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बच्चों को सुनाएँ – 5 रसगुल्ला By r k lal

बच्चों को सुनाएँ – 5 “रसगुल्ला” आर ० के ० लाल रजनीश ऑफिस से आ कर सोफे पर पसर गया था। उसके चेहरे पर बहुत तनाव था परंतु आंखों की चमक बता रही थी कि जैसे उसने कोई...

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गौरी गाय By Udita Mishra

गौरी गाय एक शहर में एक जाने माने शिक्षक अपने परिवार के साथ रहते थे उनके परिवार में उनकी पत्नी का नाम शीतल था एक कुशल गृहिणी थी जो कई सालों से चार, पाँच साल के बच्चों को योगा सिखाती...

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अभिमान से अपमान By Mohit Trendster

सलोना भालू फुलवारी वन का एक प्रतिभावान खिलाड़ी था। किशोरावस्था में ही वह अपनी उम्र से बड़े और अनुभवी खिलाडियों को नाकों चने चबवा देता था। जल्द ही उसका नाम फुलवारी वन और उसके आस-पास क...

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मेरा डोरेमोन By Chandresh Kumar Chhatlani

निक्की इस बार फिर फेल हो गया। स्कूल में टीचर मैम ने सब बच्चों के सामने उसकी हंसी उड़ाई और घर पर भी पापा और मम्मी की बहुत डांट पड़ी। रोते हुए निक्की को दादी उसके कमरे में ले गयी और...

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ज़िम्मेदार By Pranava Bharti

बड़ी माता जी की आँखों में मोतियाबिंद उतर आया ,उन्हें देखने में परेशानी होने लगी | "आप ऑपरेशन क्यों नहीं करा लेतीं ?"हरिद्वार में रहने वाली माता जी को उनकी पड़ौसन ने सलाह देते...

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परियों का पेड़ - 10 By Arvind Kumar Sahu

परियों का पेड़ (10) चल अकेला इस साहस और युक्ति भरे मुक़ाबले के कारण खतरा टल गया था | राजू की जान छूट गयी थी | वह तत्काल वहाँ से आगे की ओर भाग निकला | आगे बढ़ते कदमों के साथ उसके दिल क...

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चीकू और मीकू By Neerja Dewedy

चीकू और मीकू एक जंगल में एक बंदरों का परिवार रहता था. उनके दो बच्चे चीकू और मीकू बहुत नटखट थे. जब उनकी मम्मी उन्हें खाने को कहती तो उन्हें खेल सूझता. उनकी मम्मी उनके पीछे-पीछे दौड़क...

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धरती-माँ By Anil Sainger

माँ की आवाज सुन अंकित बोझिल मन से उठ कर कमरे से बाहर निकलते हुए बोला ‘जी माँ, बोलिए’| अंकित की आवाज सुन माँ ख़ुश होते हुए बोली ‘बेटा, क्या बात है आज तुम बहुत देर से उठे हो | तुम्हें...

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चिरइ चुरमुन और चीनू दीदी - 7 - अंतिम भाग By PANKAJ SUBEER

चिरइ चुरमुन और चीनू दीदी (कहानी पंकज सुबीर) (7) इस बार हमने प्लान को बदल दिया था । हमने झाँकी के बाद का प्लान रखा था । बाद का मतलब जब झाँकी के बाद जब रात को मेकअप उतारा जाता है उस...

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बोतल का नाबालिग By r k lal

बोतल का नाबालिगआर 0 के 0 लालक्या मुसीबत है? शादी बड़े भैया पवन की हो रही है, और मेहमानों के लिए नाश्ता, मिठाई और पानी मैं ले लाऊं। एक मेहमान गया नहीं कि दूसरा आ धमकता है। पापा तो...

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गॉव की ओर By Kishanlal Sharma

झबबू और कालू आमने सामने की कालोनी मे रहते थे।दोनों कुक्ते दोस्त थे।रोज सुबह अपनी अपनी कॉलोनी से निकलकर वे सडक पर आ जाते ।सुबह सडक पर मार्निग वॉक करनेवालो का तॉता लग जाता।हर उम्र,हर...

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कहो नहि करो By Dietitian Snehal Malaviya

“रवि, देखो तुम्हारे लाडले ने क्या किया है” वो छोटा सा बच्चा अपनी माँ के पीछे छुप रहा था और एक आँख से अपने पापा को देख रहा था।“मेरे पीछे क्यु छुप रहे हो? जाओ, और अपने पापा को बताओ क...

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पबजी गेम की दीवानगी By r k lal

“पबजी गेम की दीवानगी” आर0 के0 लाल मम्मी मम्मी! परसों मेरी बर्थडे है। मैं तो इस बार आप से गिफ्ट में मोबाइल ही लूंगा। वह भी स्मार्ट मोबाइल। अब मैं 10 साल का हो गया हूं मेरे स्कूल...

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आई. सी. यू. में पृथ्वी By r k lal

"आई0 सी 0 यू 0 में पृथ्वी"आर 0 के0 लाल आधी रात में एक बार जब धारासार वृष्टि, बादलों की गरज, विद्युत की कौंध और झंझावात की विभिषिका अपनी पराकाष्ठा की सीमा स्पर्श कर रही थी तो...

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आशु घर से भाग गया By r k lal

आशु घर से भाग गया आर0 के0 लाल दो दिन पहले की बात है आशु के घर पर बड़ी भीड़ लगी थी। मैं भी यह देख कर उसके घर पहुंच गया। देखा कि उसकी मम्मी दरवाजे के दहलीज पर सर पटक पटक कर बे...

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आई तो आई कहाँ से - 6 By Dr Sudha Gupta

आज सोमवार था, सप्ताह का प्रथम दिवस l विद्यालय में प्रिंसपाल सर ने प्रार्थना के उपरांत सबको सूचित किया कि अगले हफ्ते कक्षा 5 से 8 तक के विद्यार्थी जो राष्ट्रीय वन उद्यान बांधवगढ़ जान...

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आपका बच्चा कमाल् का है By r k lal

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शनिवार का दिन By DHIRENDRA SINGH BISHT DHiR

कहानी का सारांश : इस कहानी में केवल एक शनिवार के दिन का वर्णन किया है। कहानी में मुख्य भूमिका एक नन्हे बालक की है। जो अपने बालपन के कारण अपनी पढ़ाई के प्रति थोड़ा लापरवाह है, कि...

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गुब्बारे की हवा By r k lal

गुब्बारे की हवा आर0 के0 लाल अपनी बर्थडे की उमंग में गुब्बारे फुलाते हुए मेरे सात वर्षीय पोते ने पूछा- “ बाबा मेरी पार्टी में आपके कोई रिश्तेदार या दोस्त क...

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चिड़िया रानी - (बाल साहित्य) By Rakesh Kumar Pandey Sagar

प्रिय मित्रों,               आज छत के बारजे पर बैठकर आसमान में टकटकी लगाए कुछ देख रहा था कि पंक्षियों का एक समूह छत के दूसरे किनारे पर बैठा, जहां...

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खुशियों के फूल By Dr.Desh bandhu

कल होली थी | सौरभ और सुरभि अपने पापा के साथ बाजार से ढेर सारा गुलाल, रंग, पिचकारी, मिठाई आदि लेकर आए थे | दरवाजे पर कदम रखते ही सौरभ चिल्लाया, “देखो माँ , हम लोग पूरा बाजार ही उठा...

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लगे नाचने अक्षर By manohar chamoli manu

लगे नाचने अक्षर -मनोहर चमोली ‘मनु’ वेलिया ने स्कूल से मिला होमवर्क पूरा किया। स्कूल बैग खोला। पेंसिल-काॅपियां रखकर वह खेलने चली गई। वेलिया के जाते ही अक्षर और पेंसिल में बहस छिड़ गई...

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अपनेइंडाॅव बनूंगी By manohar chamoli manu

पात्र परिचयपीहू- एक छात्राचंद्रमोहन-पीहू के पिताजगमोहन - पीहू के चाचासविता-पीहू की चाचीरामसखा-पीहू के दादाकमला-पीहू की दादीसोनिया-पीहू की बुआ परदा उठता है (ड्राइंगरूम का दृश्य। पीह...

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