Moral Stories Books and Novels are free to read and download

You are welcome to the world of inspiring, thrilling and motivating stories written in your own language by the young and aspiring authors on Matrubharti. You will get a life time experience of falling in love with stories.


Languages
Categories
Featured Books

कलयुग के श्रवण कुमार By संदीप सिंह (ईशू)

अभी अभी बेटे से फोन पर बात हुई थी। फोन कट चुका था।
लगभग 40 वर्ष की उषा और ऐसे ही 42-43 रही होगी माधव की उम्र। बेटे से बात कर बहुत प्रसन्न थे, होठों की मुस्कान स्पष्ट कह रही थी कि...

Read Free

एक अदद औरत By Kishanlal Sharma

बन्द कमरे में कमला खाट पर लेटी थी।वह लेटी लेटी ही बुदबुदाई
दुख
किस बात का
कुछ देर बाद फिर बुदबुदाई
पश्चाताप
किस बात का
उसके निर्णय पर सवाल ही नही उठता।उसने निर्णय लेने में को...

Read Free

मुझसे शादी कर लो By Kishanlal Sharma

"अपनी औकात देखी है
राघव का जन्म एक बेहद ही गरीब परिवार में हुआ था।खाने के लाले।रोज काम ढूंढते।काम मिल जाता तो घर मे चूल्हा जल जाता।ऐसे में गरीब मा बाप बेटे को स्कूल में दाखिला...

Read Free

बॉडीगार्ड By MR. JAYANT

यह कहानी है एक ऐसे इंसान की, जिसने अपनी जिंदगी इंसानियत के और स्त्री रक्षा पर न्यौछावर कर दी। कहते है की , सदियों से इस धरती पर भगवान ने अवतार लिया है। जिन्हे आज के दौर मे एंजल (फर...

Read Free

शाकुनपाॅंखी By Dr. Suryapal Singh

यह इक्कीसवीं शती का प्रारंभ है। पूर्व और पश्चिम की विकास यात्रा में नव उदारीकरण की लहलहाती फसल के बीच इंच इंच घिसटती मानवता । उद्यमिता के नए प्रारूपों के बीच व्यष्टि की बंधक होती ह...

Read Free

मैं ग़लत था By Ratna Pandey

भले राम और छोटे लाल एक छोटे से गाँव में रहते थे। दोनों में बहुत गहरी दोस्ती थी। वे बचपन से साथ-साथ खेलते कूदते ही बड़े हुए थे। पूरे गाँव में उनकी दोस्ती के चर्चे थे और हों भी क्यों...

Read Free

अपना आकाश By Dr. Suryapal Singh

उपन्यास समाज का यथार्थ बिम्ब है विविधता से भरा एवं चुनौतीपूर्ण । उपन्यास लिखना इसीलिए समाज को विश्लेषित करना है। 'कंचनमृग', 'शाकुनपाँखी', ‘कोमल की डायरी' एवं &#...

Read Free

सामाजिक भिक By AAShu ______

......... बहोत देर हों गई केशव बाबू , आप की बेटी को बुलवा दीजिए जरा .......
जी बिलकुल , अभी बुलवाता हु..... सुधा जरा अंदर से मीनाक्षी
बेटी को लेकर आओ..... और हां साथ में चाय नाश्...

Read Free

मुजाहिदा - ह़क की जंग By Chaya Agarwal

तलाक .....तलाक ......तलाक....... इन तीन अल्फ़ाजों को, बिल्कुल किसी मालिकाना हक की तरह बोल कर, उसका शौहर आरिज़ कमरें से बाहर निकल गया।
जलजले की तरह आये इन लब्जों के मायनों ने उस बैडर...

Read Free

हमराही By Kishanlal Sharma

तो तुम चली जाओगी
नाजिया पाकिस्तानी लड़की थी।वह मीडिया के साथ सोशल मीडिया पर भी भारत की उन्नति और प्रगति के बारे में खूब पढ़ती और सुनती रहती थी।
पिछले नौ सालों में जब से मोदी सरकार...

Read Free

कलयुग के श्रवण कुमार By संदीप सिंह (ईशू)

अभी अभी बेटे से फोन पर बात हुई थी। फोन कट चुका था।
लगभग 40 वर्ष की उषा और ऐसे ही 42-43 रही होगी माधव की उम्र। बेटे से बात कर बहुत प्रसन्न थे, होठों की मुस्कान स्पष्ट कह रही थी कि...

Read Free

एक अदद औरत By Kishanlal Sharma

बन्द कमरे में कमला खाट पर लेटी थी।वह लेटी लेटी ही बुदबुदाई
दुख
किस बात का
कुछ देर बाद फिर बुदबुदाई
पश्चाताप
किस बात का
उसके निर्णय पर सवाल ही नही उठता।उसने निर्णय लेने में को...

Read Free

मुझसे शादी कर लो By Kishanlal Sharma

"अपनी औकात देखी है
राघव का जन्म एक बेहद ही गरीब परिवार में हुआ था।खाने के लाले।रोज काम ढूंढते।काम मिल जाता तो घर मे चूल्हा जल जाता।ऐसे में गरीब मा बाप बेटे को स्कूल में दाखिला...

Read Free

बॉडीगार्ड By MR. JAYANT

यह कहानी है एक ऐसे इंसान की, जिसने अपनी जिंदगी इंसानियत के और स्त्री रक्षा पर न्यौछावर कर दी। कहते है की , सदियों से इस धरती पर भगवान ने अवतार लिया है। जिन्हे आज के दौर मे एंजल (फर...

Read Free

शाकुनपाॅंखी By Dr. Suryapal Singh

यह इक्कीसवीं शती का प्रारंभ है। पूर्व और पश्चिम की विकास यात्रा में नव उदारीकरण की लहलहाती फसल के बीच इंच इंच घिसटती मानवता । उद्यमिता के नए प्रारूपों के बीच व्यष्टि की बंधक होती ह...

Read Free

मैं ग़लत था By Ratna Pandey

भले राम और छोटे लाल एक छोटे से गाँव में रहते थे। दोनों में बहुत गहरी दोस्ती थी। वे बचपन से साथ-साथ खेलते कूदते ही बड़े हुए थे। पूरे गाँव में उनकी दोस्ती के चर्चे थे और हों भी क्यों...

Read Free

अपना आकाश By Dr. Suryapal Singh

उपन्यास समाज का यथार्थ बिम्ब है विविधता से भरा एवं चुनौतीपूर्ण । उपन्यास लिखना इसीलिए समाज को विश्लेषित करना है। 'कंचनमृग', 'शाकुनपाँखी', ‘कोमल की डायरी' एवं &#...

Read Free

सामाजिक भिक By AAShu ______

......... बहोत देर हों गई केशव बाबू , आप की बेटी को बुलवा दीजिए जरा .......
जी बिलकुल , अभी बुलवाता हु..... सुधा जरा अंदर से मीनाक्षी
बेटी को लेकर आओ..... और हां साथ में चाय नाश्...

Read Free

मुजाहिदा - ह़क की जंग By Chaya Agarwal

तलाक .....तलाक ......तलाक....... इन तीन अल्फ़ाजों को, बिल्कुल किसी मालिकाना हक की तरह बोल कर, उसका शौहर आरिज़ कमरें से बाहर निकल गया।
जलजले की तरह आये इन लब्जों के मायनों ने उस बैडर...

Read Free

हमराही By Kishanlal Sharma

तो तुम चली जाओगी
नाजिया पाकिस्तानी लड़की थी।वह मीडिया के साथ सोशल मीडिया पर भी भारत की उन्नति और प्रगति के बारे में खूब पढ़ती और सुनती रहती थी।
पिछले नौ सालों में जब से मोदी सरकार...

Read Free