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उदी की महिमा (भाग २) इस अध्याय में भी उदी की ही महत्ता क्रमबद्ध है तथा उन घटनाओं...
# सन्नाटाआज से पांच साल पहले की बात है। मैं हमेशा से ही एक नॉर्मल इंसान था। मेरा...
महाशक्ति – एपिसोड 25"काशी में छिपा रहस्य"अर्जुन और अनाया जैसे ही काशी के पवित्र...
एक प्रेमिका//जो प्रेम करते है वो जानते होंगे प्यार पाने से ज्यादा प्यार करने में...
  भाग 2 सारा काम देखकर प्रतीक ने सायरा से पहचान बनाने की कोशिश की जैसे मानो...
महाभारत की कहानी - भाग-६२ महर्षि मार्कन्डेय वर्णित अष्टक, प्रतर्दन, बसुमना और शि...
डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर का राष्ट्र निर्माण में योगदान – एक प्रेरणादायी कहानीसन 193...
हास्यास्त्र भाग–२नॉर्टन ने शाही अंदाज में अपनी पुरानी फाउंटेन पेन उठाई, जो लिखते...
अब आगे देखिये जब आस्था को ये पता चला किkunwarsa,,,,,आस्था से गुस्सा नहीं है,,,,द...
38 बुरा अब सर्वेश बोलने लगा तो गृहमंत्री बोले, “25 दिसंबर को बलराज की भी...
बेटी को पराया धन माना जाता है।इसलिए बेटी के जवान होते ही माँ बाप को उसकी शादी की चिंता सताने लगती है।बेटी के हाथ पीले करने से पहले ही पिता इस दुनिया से चला जाये,तो माँ की चिंता और...
"क्या बात है रमेश?काफी परेशान लग रहे हो।"रमेश के चेहरे पर नज़र पड़ते ही महेश बोला था।"कुछ नही"राााेे रमेश के गले से मरी सी आवाज निकली थी।वह महेेेश के पास नही रुका औ...
"पूनम राज को फोन करके बता दो कमर्शियल होम जिम का केबल टूट गया है और कोने वाली ट्रेडमिल T- 1500 की मोटर जल गई है और राज आए तो क्रॉस ट्रेनर के. एच.- 2007 के नट बोल्ट कसने को बोल...
ऊपर आसमान के कुछ ऐसे छितरे टुकड़े और नीचे कहीं, सपाट, कहीं गड्ढे और कहीं टीलों वाली ज़मीन | गुमसुम होते गलियारे और उनमें खो जाने को आकुल-व्याकुल मन ! पता ही तो नहीं चलता किधर जाएँ ?...
छोटे-छोटे बल्बों की झालरों से घर और दरवाज़े झिलमिला रहे थे ।जैसे हर नन्हा बल्ब दुल्हन की ख़ुशी का इज़हार कर रहा हो।मैं उन्हें निहारकर उनमें अपनी मॉं के हंसते मुस्कुराते चेहरे को मह...
गोपाल माथुर 1 आँख कुछ देर से खुली. बाहर सुबह जैसा कुछ भी नहीं लगा, हालांकि सूरज निकल चुका था, पर वह घने बादलों के पीछे कैद था. बारिश बादलों में लौट गईं थीं और हवाएँ भी थक कर पेड़ों...
यह लघु उपन्यास ग्रामीण भारत में स्वतंत्रता व गांधीजी के आन्दोलन के प्रति अलख जगाने की लोमहर्षक अनकही दस्तान है I २ स्वतत्रता सेनानी द्वारा हरिजन उत्थान का प्रयास करने पर जाति वा...
"मम्मी मम्मी!" पवित्रा ने घर में घुसते हुए उत्साह से आवाज़ लगायी। किन्तु उसे घर का वातावरण कुछ बोझिल सा महसूस हुआ। मुकेश हमेशा की तरह टी.वी. पर घटिया और साजिशों से भरे पारिव...
आधी रात में दरवाजे की बैल बज उठी। स्वाति ने कमलेश को जगाया। "सुनो! उठो! देखो बाहर कोई आया है।" "इतनी रात में कौन आया होगा।" कमलेश ने उंगलियों से आंख मलते ह...
वह घिसटने लगती है. सारा थकान हमेशा पाँवों में ही क्यों उतर आती है ? कन्धे पर लटका छोटा सा बैग भी बोझ लगने लगता है. थकान.... टूटन...... भीतर ही भीतर कुछ घुटने लगता है. वह व्यर्थ...
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