Business Books and Novels are free to read and download

You are welcome to the world of inspiring, thrilling and motivating stories written in your own language by the young and aspiring authors on Matrubharti. You will get a life time experience of falling in love with stories.


Languages
Categories
Featured Books
  • जुर्म की दास्ता - भाग 6

    उसके बाद वहां ज्यादा बातें नहीं हुई। जयदीप ने पूछा कि उन्हें जहां भी जाना है वह...

  • लक्ष्मी है

    लक्ष्मी है (कहानी)अध्याय 1: गाँव की बिटियाउत्तर प्रदेश के छोटे से गाँव रामपुर मे...

  • अनोखा विवाह - 21

    पिछले पार्ट में आपने पढ़ा कि अनिकेत जब चेंज करके आता है तब भी सुहानी बेड के पास...

  • नफ़रत-ए-इश्क - 38

    विराट तपस्या को बाहों में उठाकर मंदिर की तरफ ले जाता है और तपस्या उसके मुंह से अ...

  • शोहरत का घमंड - 130

    वो लड़का आलिया को थप्पड़ मारने जा रहा होता है। तभी किसी की तेज आवाज सुन कर वो अप...

  • रौशन राहें - भाग 10

    भाग 10: संघर्ष की ऊँचाई परकाव्या की यात्रा अब एक मोड़ पर पहुँच चुकी थी, जहाँ उसे...

  • मोनालिसा: एक रहस्यमयी कृति की अद्भुत गाथा - भाग 3

    मोनालिसा: एक पेंटिंग जो समय से परे है मोनालिसा केवल एक पेंटिंग नहीं, बल्कि कला,...

  • जादुई लकीरें - 1

    जादुई लकीरें : “ एक रहस्यमय कहानी ”अध्याय 1: “ जन्म से जुड़ी लकीरें ”गुजरात के ए...

  • लोकहित अखबार

    यह सिगार दिख रहा है? यह तब तक जिंदा है जब तक इसमें नशा है,पागलपन है,जुनून है फिर...

  • बदलाव ज़रूरी है भाग - 10

    लीजिये पेश है इस शृंखला की दसवी एवं अंतिम कहानी जिसका शीर्षक है कंचन एक दिन कंचन...

कॉर्पोरेट जीवन: संघर्ष और समाधान By ANOKHI JHA

सुबह का समय था, और एक बड़ी बहुराष्ट्रीय कंपनी की कार्यलय की हलचल धीरे-धीरे शुरू हो चुकी थी। ऑफिस की इमारत चमचमाती थी, लेकिन उसके अंदर कर्मचारियों की ज़िंदगी उतनी ही जटिल और संघर्षप...

Read Free

कॉर्पोरेट जीवन: संघर्ष और समाधान By ANOKHI JHA

सुबह का समय था, और एक बड़ी बहुराष्ट्रीय कंपनी की कार्यलय की हलचल धीरे-धीरे शुरू हो चुकी थी। ऑफिस की इमारत चमचमाती थी, लेकिन उसके अंदर कर्मचारियों की ज़िंदगी उतनी ही जटिल और संघर्षप...

Read Free