प्यार की जीत by Kishanlal Sharma in Hindi Novels
अरुण  ऑफिस में था तभी फोन आया।उसने उठाया उसकी माँ का था"हां माँ।""तू घर आ जा।""क्यो माँ?""तुझसे बात करनी है।""तो कर ले।"...
प्यार की जीत by Kishanlal Sharma in Hindi Novels
आगे पढ़ेंसुबह चाय की आवाज सुनकर उसकी नींद टूटी थी।उसने मोबाइल में समय देखा।छ बजे थे ट्रेन माधोपुर पर खड़ी थी।उसने वेटर को...
प्यार की जीत by Kishanlal Sharma in Hindi Novels
"क्या मुम्बई में तुम्हारा कोई परिचित हैं"?अरुण ने उससे पूछा था""नही, कोई नही,"अरुणा बोली"और तुम्हारा?""मैं तो मुम्बई ही...
प्यार की जीत by Kishanlal Sharma in Hindi Novels
अरुण की बात सुनकर लीला बोली,"लिव इन के बारे में मैने भी सुना है।आजकल शहरों।मे एक नया प्रचलन शुरू हुआ है।लड़के औऱ लड़की बिन...