यह कविता "शबनम" और "कुछ पल" नामक दो हिस्सों में विभाजित है। "शबनम" में भावनाओं की गहराई, सपनों की सुंदरता और आंतरिक अहसासों का जिक्र है। इसमें यह बताया गया है कि जब कोई परछाई नहीं होती, तब भी हमारे अहसासों का एक पल हमारे अपने होते हैं। कविता में आंसुओं को एक सहारा माना गया है और शबनम के बूँदों को मन की गहराई में बिखरे मनके कहा गया है। "कुछ पल" में प्रेम का एहसास और साथी के साथ बिताए गए खुशनुमा क्षणों की बात की गई है। इसमें प्रेमिका अपनी मस्ती भरी बातों के साथ अपने साथी के साथ बिताए गए कुछ पल की खुशी का जिक्र करती है। यह पल उसे सदी के समान लगते हैं और प्रेम के मीठे एहसास से भरे होते हैं। कविता प्रेम, भावनाओं और जीवन के खूबसूरत पलों को दर्शाती है। कुछ बूंदे by Tara Gupta in Hindi Poems 5.2k 2.3k Downloads 11.6k Views Writen by Tara Gupta Category Poems Read Full Story Download on Mobile Description मानव मन कल्पना एवं भावनाओँ का एक बड़ा अभिन्न अंग है ये कल्पनाएँ ही हमारे जीवन को विकास की गति प्रदान करती है जिससे प्रेरित होकर व्यक्ति अपना तथा समाज का विकास करता है अपनी अनुभूतियाँ के आधार पर ही वयक्ति अपने जीवन में लयबद्धता लाता है और परिस्थितियों से उत्पन जीवन के उतर चढ़ाव, धूप छाव, सुख दुःख का अनुभव करता है उससे उद्देलित होकर भावो एवं कल्पना के माध्यम से शब्दो को एक सूत्र में पिरो कर रचना का रूप दे देता है जिन्हे हम कवि लेखक या रचनाकार के रूप में जानते है जो कहानी कविता गीत गजल लेख से समाज को प्रेरित या एक नई सोच प्रदान करता है मैंने भी इस पुस्तक में अपनी भावनाओ वा कल्पनाओ को रचना का रूप दिया है इसमें संगृहीत कविताये “अहसास” “मेरी शहजादी” “सपना” “उदगार” में आने वाले बच्चे की कल्पना की है जिसने मेरे ह्रदय के मधुरिम भावो को अंकुरित किया जिसे मैंने सब्दो में पिरोकर कविता का रूप दिया है अन्य कविताये प्रकृति से प्रेरित होकर लिखी है “मेरी वेदना” “विश्वाश” “सोचती है माँ” “शबनम” “उफ़ गर्मी” आदि है आशा करती हूँ की ये कविताये आप के मन को अवश्ये छुएंगी ये कविता संग्रह मैं माँ सरस्वती के चरणों में समर्पित करती हूँ जिनके आशीर्वाद से यह संभव हो सका तारा गुप्ता More Likes This जिंदगी संघर्ष से सुकून तक कविताएं - 1 by Kuldeep Singh पर्यावरण पर गीत – हरा-भरा रखो ये जग सारा by Poonam Kumari My Shayari Book - 2 by Roshan baiplawat मेरे शब्द ( संग्रह ) by Apurv Adarsh स्याही के शब्द - 1 by Deepak Bundela Arymoulik अदृश्य त्याग अर्धांगिनी - 1 by archana ग़ज़ल - सहारा में चल के देखते हैं - प्रस्तावना by alka agrwal raj More Interesting Options Hindi Short Stories Hindi Spiritual Stories Hindi Fiction Stories Hindi Motivational Stories Hindi Classic Stories Hindi Children Stories Hindi Comedy stories Hindi Magazine Hindi Poems Hindi Travel stories Hindi Women Focused Hindi Drama Hindi Love Stories Hindi Detective stories Hindi Moral Stories Hindi Adventure Stories Hindi Human Science Hindi Philosophy Hindi Health Hindi Biography Hindi Cooking Recipe Hindi Letter Hindi Horror Stories Hindi Film Reviews Hindi Mythological Stories Hindi Book Reviews Hindi Thriller Hindi Science-Fiction Hindi Business Hindi Sports Hindi Animals Hindi Astrology Hindi Science Hindi Anything Hindi Crime Stories