जब पहाड़ रो पड़े - 2 DHIRENDRA SINGH BISHT DHiR द्वारा Magazine में हिंदी पीडीएफ

Jab Pahaad ro Pade by DHIRENDRA SINGH BISHT DHiR in Hindi Novels
जहां से पलायन शुरू हुआ)

देवभूमि उत्तराखंड — जहां हवा में भी गूंजते थे मंदिरों के घंटे, जहां नदियों के किनारे किस्से बहते थे, और जहां हर गांव की सुब...