"कुछ मुलाक़ातें अधूरी होती हैं…और कुछ अधूरापन ही पहचान बन जाता है।"---दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भारी भीड़ थी।हर कोई अपनी मंज़िल की तरफ भाग रहा था। गाड़ियों की आवाज़ें, चायवालों की पुकार, और बैग घसीटते हुए लोग — मानो हर चेहरा किसी कहानी का हिस्सा हो।रेहाना, 26 साल की, एक सादी सी लड़की — आँखों में गहराई और चेहरे पर सुकून। वो प्लेटफॉर्म नंबर 5 पर खड़ी, ट्रेन का इंतज़ार कर रही थी। सफर छोटा">

बरसों बाद तुम - 1 Neetu Suthar द्वारा Love Stories में हिंदी पीडीएफ