ज़हन की गिरफ़्त - भाग 2 Ashutosh Moharana द्वारा Love Stories में हिंदी पीडीएफ

Zahan ki Giraft by Ashutosh Moharana in Hindi Novels
कमरे में सिर्फ़ एक बल्ब जल रहा था — पीली, थकी हुई रोशनी में दीवारें चुपचाप साँस ले रही थीं। एक खामोशी जो सतह पर ठंडी लगती थी, पर भीतर आग जैसी सुलगती।...