Description
जिसे देख अंश जानवी को ज़मीन पर गिरने से बचा लेता है,,,,अंश को जानवी की ऐसी हालत देख,,,,, उसे शर्मिंदगी महसूस होने लगती है,,,or phir वाह जानवी,,, को अपने baho में उठा कर,,,, अस्पताल के अंदर दोबारा लेके चला जाता है*******आब आगेघर में सब लोग परेशान हो रहे थे ,,,,कि अब तो शाम होने को मैं हूं ,,,,लेकिन यह अंश और जानवी अब तक घर क्यों नहीं आए,,,,, कि तभी अंश जानवी को लेकर घर पहुंचता है, ,,अंश की माँ की नज़र जानवी के हाथों पर जाती है ,,,,,जहाँ पर पट्टी बंधी हुई थी,,,, जिसे देख जानवी,,, हाँ तुम्हारे हाथों