संध्या का मनमोहक समय जंगल की सुंदरता को दर्शा रहा था, जहाँ एक गरीब चरवाहा अपने पशुओं को चराता था। थकान के कारण वह एक विशाल वृक्ष के नीचे बैठ गया और उसकी आँख लग गई। जब उसकी नींद टूटी, तो उसे पता चला कि उसके सभी पशु गायब हो गए हैं, जिससे वह मानसिक तनाव में आ गया। यह चरवाहा एक प्रसिद्ध नगर का निवासी था, जिसकी पत्नी और चार वर्षीय पुत्र हैं। वह दिनभर मेहनत करके थोड़े पैसे कमाता था, लेकिन अपने परिवार का भरण-पोषण करने में असफल रहता था। आज उसकी एक बड़ी गलती हो गई, जिससे उसके पशुओं का खो जाना उसके लिए बहुत चिंताजनक हो गया। वह जानता था कि लोग उस पर आरोप लगाएंगे और उसकी विश्वसनीयता को संदेह में डालेंगे। उसने ईश्वर से मदद की प्रार्थना की और जंगल में अपने खोए हुए पशुओं की खोज में निकल पड़ा। रात का अंधेरा छा गया और जंगल की भयानक आवाजें उसे डराने लगीं, लेकिन वह अपने परिवार के लिए साहस जुटाते हुए आगे बढ़ता रहा। अचानक, वह एक अजीब स्थान पर पहुँच गया, जहाँ अजीब तरह के वृक्ष और पक्षी उसे घूर रहे थे। भय के बावजूद, अपने परिवार की चिंता ने उसे आगे बढ़ने की प्रेरणा दी और उसे एक ओर से प्रकाश दिखाई दिया, जिसने उसकी जिज्ञासा को और बढ़ा दिया। जीनी का रहस्यमय जन्म (श्राप) - 2 by Sohail Saifi in Hindi Fiction Stories 12 3.2k Downloads 8.9k Views Writen by Sohail Saifi Category Fiction Stories Read Full Story Download on Mobile Description संध्या का मन मोह लेने वाला समय जंगल के वातावरण को बड़ा ही शोभनीय दर्शा रहा हैँ इसी आनंदित करने वाले वातावरण मे एक गरीब चरवाहा आपने पशुओ को जंगल मे चरहा रहा हैँ थोड़ी देर मे उसको कुछ थकान सी महसूस हुई तो एक विशाल प्राचीन वृक्ष के निचे टेक लगा कर वो बैठ जाता हैँबैठते ही उसकी पलकें भारी हो गई जिसके भार को उठाय रखने का वो संघर्षमय असंभव प्रयास करने लगा किन्तु थोड़ी ही देर मे उसका संघर्ष बल तूट गया और पलकों को विजय प्राप्त हुई जब उसकी नींद टूटी तो उसका ह्रदय कांप उठा उसको अपार Novels जीनी का रहस्यमय जन्म हम सब बच्चपन से ही अलादीन और उसके जीनी की रोमांचक कहानी बड़े चाव के साथ सुनते हैं किन्तु क्या आप जानते हैं की समान्य रूप से जीनों का रहन सहन किसी चिरा... More Likes This काठगोदाम की गर्मियाँ - 1 by DHIRENDRA BISHT DHiR Dastane - ishq - 1 by Tanya Gauniyal Rent A Soul ?? - 2 by Goku अंधकार का देवता - 1 by Goku सर्वथा मौलिक चिंतन - भाग 1 by Brijmohan sharma मेरा रक्षक - भाग 1 by ekshayra अम्मा का मटकी भर सोना और प्लेनचिट - 1 by Neelam Kulshreshtha More Interesting Options Hindi Short Stories Hindi Spiritual Stories Hindi Fiction Stories Hindi Motivational Stories Hindi Classic Stories Hindi Children Stories Hindi Comedy stories Hindi Magazine Hindi Poems Hindi Travel stories Hindi Women Focused Hindi Drama Hindi Love Stories Hindi Detective stories Hindi Moral Stories Hindi Adventure Stories Hindi Human Science Hindi Philosophy Hindi Health Hindi Biography Hindi Cooking Recipe Hindi Letter Hindi Horror Stories Hindi Film Reviews Hindi Mythological Stories Hindi Book Reviews Hindi Thriller Hindi Science-Fiction Hindi Business Hindi Sports Hindi Animals Hindi Astrology Hindi Science Hindi Anything Hindi Crime Stories