यह कहानी एक महिला की है जो गहरी नींद में हैं और जब उनकी आँखें खुलती हैं, तो उन्हें अपने मोबाइल के बजने की आवाज सुनाई देती है। उनका पति रमेसर सो रहा है और वे चिंतित होती हैं कि उनकी बेटी नाराज़ होगी क्योंकि उसने फोन नहीं उठाया। जब वे मोबाइल उठाती हैं, तो उन्हें पता चलता है कि बैलेंस खत्म हो गया है। वे अपनी बेटी के फोन का इंतज़ार करती हैं, सोचते हुए कि शायद वह दफ्तर में देर हो गई होगी। गंभीरता से, वे अपने घर की चांदनी और सन्नाटे को महसूस करती हैं। उनके मन में यादें ताज़ा होती हैं जब वे चौदह साल की उम्र में ब्याह कर आई थीं। उस समय घर में चहल-पहल होती थी, सास-ससुर और ननदों के साथ एक बड़ा परिवार था। वे घर में सज-धज कर घूमती थीं और कभी-कभी ननदें उन्हें मेहंदी लगाती थीं। उनकी दादी सास बहुत कड़क मिजाज की थीं, लेकिन वे उन्हें बहुत प्यार करती थीं। दादी सास ने हमेशा उनकी मदद की और जब भी वे भजन गाती थीं, तो दादी खुश हो जाती थीं। इस प्रकार, कहानी खट्टी-मीठी यादों के इर्द-गिर्द घूमती है, जो समय के साथ बदलती हैं। खट्टी मीठी यादों का मेला - 1 by Rashmi Ravija in Hindi Love Stories 21 9.9k Downloads 14.1k Views Writen by Rashmi Ravija Category Love Stories Read Full Story Download on Mobile Description गहरी नींद में थीं वे, लगा कहीं दूर कोई गाना बज रहा है, पर जैसे जैसे नींद हलकी होती गयी, गाने का स्वर पास आता प्रतीत हुआ, पूरी तरह आँख खुलने के बाद उन्हें अहसास हुआ ये आवाज तो मेज पर पड़े मोबाईल से आ रही है. ओह! इस मुए रमेसर ने लगता है फिर से गाना बदल दिया, इसीलिए नहीं पहचान पायीं. खुद तो घोड़े बेचकर बरामदे में सो रहा है, अब बिटिया नाराज़ होगी, फोन नहीं उठाया. संभाल कर पलंग से नीचे कदम रखा, आहिस्ता आहिस्ता कदम रखते जब तक मेज तक पहुँचती, मोबाईल थक कर चुप हो चुका था. लालटेन की बत्ती तेज की, गाँव में बिजली तो बस भरे उजाले में ही आया करती है. घुप्प अँधेरा देख वो भी डर कर भाग जाती है. चश्मा लगाया और मोबाईल लेकर संभल कर पलंग पर बैठ गयीं. Novels खट्टी मीठी यादों का मेला गहरी नींद में थीं वे, लगा कहीं दूर कोई गाना बज रहा है, पर जैसे जैसे नींद हलकी होती गयी, गाने का स्वर पास आता प्रतीत हुआ, पूरी तरह आँख खुलने के बाद उन्... More Likes This पहली मुलाक़ात - भाग 1 by vaghasiya मेरी मोहब्बत - 1 by ranjana छुपी हुई शादी - 1 by Agni Jwala इश्क की लाइब्रेरी। - 6 by Maya Hanchate तुम, मैं और एल्गोरिथ्म? - 1 by बैरागी दिलीप दास रुह... - भाग 6 by Komal Talati अलौकिक दीपक - 3 by kajal Thakur More Interesting Options Hindi Short Stories Hindi Spiritual Stories Hindi Fiction Stories Hindi Motivational Stories Hindi Classic Stories Hindi Children Stories Hindi Comedy stories Hindi Magazine Hindi Poems Hindi Travel stories Hindi Women Focused Hindi Drama Hindi Love Stories Hindi Detective stories Hindi Moral Stories Hindi Adventure Stories Hindi Human Science Hindi Philosophy Hindi Health Hindi Biography Hindi Cooking Recipe Hindi Letter Hindi Horror Stories Hindi Film Reviews Hindi Mythological Stories Hindi Book Reviews Hindi Thriller Hindi Science-Fiction Hindi Business Hindi Sports Hindi Animals Hindi Astrology Hindi Science Hindi Anything Hindi Crime Stories