यह कहानी अखबार के महत्व और उसके इतिहास पर प्रकाश डालती है। लेखक आशीष कुमार त्रिवेदी बताते हैं कि आज के समय में अखबार हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गए हैं, जहां लोग चाय के साथ अखबार पढ़ना पसंद करते हैं। जबकि टीवी चैनल समाचारों का प्रसारण करते हैं, कई लोग केवल अखबार पढ़ने से ही संतुष्ट होते हैं, क्योंकि यह स्थानीय और राष्ट्रीय खबरें देने के साथ-साथ संपादकीय लेख भी प्रदान करता है। कहानी में बताया गया है कि पहले समाचार प्राप्त करने का प्रमुख माध्यम अखबार था, और स्वतंत्रता आंदोलन में भी अखबारों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जूलियस सीजर को दुनिया का पहला दैनिक अखबार 'एक्टा डाइएर्ना' निकालने का श्रेय दिया जाता है। गुटेनबर्ग द्वारा छापने की मशीन के आविष्कार के बाद से अखबारों की छपाई का काम बढ़ा। भारत में पहला अखबार 29 जनवरी 1780 को कलकत्ता से प्रकाशित हुआ, जिसे जेम्स ऑगस्टस हीकी ने शुरू किया। इस अखबार का नाम 'हिकी'ज बंगाल गजट' था। इस प्रकार, अखबार न केवल सूचना का स्रोत है, बल्कि समाज में जागरूकता फैलाने का भी एक महत्वपूर्ण माध्यम है। अखबार की कहानी by Ashish Kumar Trivedi in Hindi Magazine 2 2.1k Downloads 11.5k Views Writen by Ashish Kumar Trivedi Category Magazine Read Full Story Download on Mobile Description आप यदि किसी से पूँछें कि एक दिन की अच्छी शुरुआत कैसे करना चाहेंगे तो जवाब मिलेगा कि चाय की चुस्कियों के साथ अखबार पढ़ते हुए समय बिताना उन्हें अच्छा लगेगा। अखबार आज हमारे जीवन का अहम हिस्सा बन गए हैं। सूचना क्रांति के इस युग में चौबीस घंटे खबरें प्रसारित करने वाले टीवी चैनल हैं। जो हर एक खबर हम तक पहुँचाते हैं। फिर भी कुछ लोग ऐसे हैं जो जब तक अखबार में समाचार का विवरण ना पढ़ लें तब तक संतुष्ट नहीं होते हैं। अखबार ना केवल हमें देश विदेश की खबरें देते हैं बल्कि हमारे शहर की स्थानीय खबरें भी हम तक पहुँचाते हैं। इसके साथ ही साथ संपादकीय पृष्ठ पर हमें समकालीन समस्याओं पर लेख भी पढ़ने को मिलते हैं। अखबार हमें केवल राजनीतिक खबरें ही नहीं देते हैं बल्कि इनके माध्यम से हमें खेल, मनोरंजन, धर्म आध्यात्म और साहित्य के बारे में भी पढ़ने को मिलता है। कई अखबार युवाओं को नए कैरियर विकल्प सुझाने, उनमें आत्मविश्वास बढ़ाने एवं सही मार्गदर्शन देने के लिए अलग एक पृष्ठ निकालते हैं। More Likes This कल्पतरु - ज्ञान की छाया - 1 by संदीप सिंह (ईशू) नव कलेंडर वर्ष-2025 - भाग 1 by nand lal mani tripathi कुछ तो मिलेगा? by Ashish आओ कुछ पाए हम by Ashish जरूरी था - 2 by Komal Mehta गुजरात में स्वत्तन्त्रता प्राप्ति के बाद का महिला लेखन - 1 by Neelam Kulshreshtha अंतर्मन (दैनंदिनी पत्रिका) - 1 by संदीप सिंह (ईशू) More Interesting Options Hindi Short Stories Hindi Spiritual Stories Hindi Fiction Stories Hindi Motivational Stories Hindi Classic Stories Hindi Children Stories Hindi Comedy stories Hindi Magazine Hindi Poems Hindi Travel stories Hindi Women Focused Hindi Drama Hindi Love Stories Hindi Detective stories Hindi Moral Stories Hindi Adventure Stories Hindi Human Science Hindi Philosophy Hindi Health Hindi Biography Hindi Cooking Recipe Hindi Letter Hindi Horror Stories Hindi Film Reviews Hindi Mythological Stories Hindi Book Reviews Hindi Thriller Hindi Science-Fiction Hindi Business Hindi Sports Hindi Animals Hindi Astrology Hindi Science Hindi Anything Hindi Crime Stories