एक प्रतिष्ठित लेखक की कृति के विषय में कुछ कहना सूरज को दीया दिखाने जैसा होगा। फिर से दोहरा ...
कतरा कतरा जिंदगी**************** कतरा कतरा जिंदगी मेरी नजर से। यह समीक्षा नहीं , मैं समीक्षा का साहस नहीं ...
शबनम मौसी फ़िल्म को हम महज मनोरंजन के लिए नही देख सकते। यह फ़िल्म दिमाग को झंझोड़ने में सक्षम ...
मेरी नज़र से ...
भूख*** आज पिताजी का श्राद्ध है, हर साल की ...
अंदाज ...
"आज आपकी पुण्यतिथि,फिर वही रिश्तेदारों के फोन,वही गम में शरीक होने के ढोंग,थक चुकी हूँ इन सबसे अब ये ...