बंद कमरा सायको राधिका

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इस कहानी के सभी पात्र और जगह गांव व्यक्ति और स्थान कल्पानिक है हमारा इस पुस्तक को लिखने का उद्देश्या मनोरजंन के लिए है ना कि किसी कि भावना को ठेस पहुंचाना और ना ही हम तंत्र-मंत्र को बढावा देते है। और इस कहानी के सभी नाम स्थान और समय से हमारा कोई लेना देना नही है। ये कहानी पुरी तरह से कल्पनिक है। अगर हमारे माध्यम से किसी को या किसी के भवना को ठेस पहुंचती है तो हम माफी चाहते है।

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बंद कमरा सायको राधिका - 1

प्रस्तावना इस कहानी के सभी पात्र और जगह गांव व्यक्ति और स्थान कल्पानिक है हमारा इस पुस्तक को लिखने उद्देश्या मनोरजंन के लिए है ना कि किसी कि भावना को ठेस पहुंचाना और ना ही हम तंत्र-मंत्र को बढावा देते है। और इस कहानी के सभी नाम स्थान और समय से हमारा कोई लेना देना नही है। ये कहानी पुरी तरह से कल्पनिक है। अगर हमारे माध्यम से किसी को या किसी के भवना को ठेस पहुंचती है तो हम माफी चाहते है। धन्यवाद Thankyou किरदार :-डिटेक्टिव समर राठौड अजय लेखक - कहानी को नया रगं दिया सायको राधिक ाविक्रांत रायचंद हवेली ...Read More

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बंद कमरा सायको राधिका - 2

प्रस्तावना - अब तक आपने पढा कि समर और अजय ने राधिका को कैसे आग में जला दिया था नेता तात्रिंक कि राख को गयाब करा दिया था। इससे आगे कि कहानी और भी खतरनाक होने जा रही है और भी रहस्य से भरी हुई क्या इसके आगे राधिका के आत्मा के साथ क्या हुआ होगा जानने के लिए पढे ।लेखक-अनुज श्रीवास्तावअध्याय 1 गर्दन कटी लाशस्थान भोपाल राजनगर कोठीसमय रात 2:46 AMतेज हवाओं से झूलती परछाईया पुराने राजनगर क्षेत्र की वीरानी को और अधिक भयावह बना रही थी एक समय था। एक समय था जब ये कोठियाँ सियासत की ...Read More