यम सब सुनता है

(0)
  • 666
  • 0
  • 174

मृत्यु अंत नहीं है | ये सच्चाई की एक शुरुआत है | जहाँ मनुष्यों का न्यायालय तुम्हारे गुनाहों को साबित करने में नाकाम हो जाते हैं, वहीं यहाँ पर… सबसे बडा कलाकार भी अपना असली चेहरा दिखाता है | सच की आवाज़ गूँजती है, और झूठ चुप रहता है | कई कहानियाँ सुनी हैं इस दरबार ने। कुछ बड़ी। कुछ छोटी। कुछ कविताएँ-सी मीठी तो वहीं कुछ नफरत से भरी हुई | इन अनगिनत कहानियों में से सिर्फ़ कुछ ही हैं जो मेरे दिल को छू सकीं | और उनमें से भी सिर्फ़ कुछ ही ऐसी जिसने मुझे सोचने पर मजबूर किया कि- न्याय क्या है जब आत्मा ही मजबूर हो, बुरी नहीं ? | अगर इस सिंहासन पर बैठने वाले तुम होते… तो क्या फ़ैसला सुनाते? |

1

यम सब सुनता है - 1

मृत्यु कोई अंत नहीं, बल्कि शुरुवात है उस सच्चाई की जिससे तुम आज तक भागते आ रहे हो | स्वागत मेरे इस न्यालय में जहा तुम जानोगे हर उस चेहरे की सच्चाई जिसने अपनी ज़िन्दगी तो सही जिया मगर फिर भी... वो कर्म ना कर पाया | कुछ ऐसी कहानिया जो तुम्हे सोचने पर मजबूर कर देंगी की आखिर क्या सही फैसला रहेगा? और वो फैसला... तुम लोगे........ ...Read More