बहुत पुरानी बात है। कौन-सा साल था, ये अब ठीक-ठीक याद नहीं, शायद गर्मियों की कोई थकी हुई दोपहर ...
भोर की पहली किरण जब धरती पर उतरती थी, तब गांव की पगडंडियों पर एक धुंधली-सी हलचल दिखाई देती,ओस ...
"काल जब करवट लेता है,तो सिर्फ़ समय नहीं,जिंदगी की दिशा, रिश्तों की परिभाषा और सपनों की मंज़िल भी बदल ...