Medha Jha Books | Novel | Stories download free pdf

आंखों ही आंखों में

by Medha .
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आज फिर आंख खुलते ही आंखों के समक्ष उभरी एक जोड़ी जीवंत सी आंखें।" अरे, आप यहां, किसके लिए। ...

भोर का शहर

by Medha .
  • 12.5k

पछाड़ खाती तीव्र लहरों का काले पत्थरों से टकरा कर लौटना, बीच से एक श्यामल सी मोहक छवि का ...

ख्वाबों के दिन

by Medha .
  • 6.9k

सालों बाद फिर उसी वीरान वृहत शिला खंडों से समृद्ध नीरव सौंदर्य से परिपूर्ण इस भू भाग से गुजरती ...

इडली सांभर

by Medha .
  • 8.1k

" हेल्लो, मैं नीतेश, अभी दिल्ली में हूं। सिर्फ दो दिन के लिए आया हूं। आज कल तो कभी ...

गोविंद दियो मिलाय

by Medha .
  • 8.4k

गोविंद दियो मिलाय गुरु गोविंद दोऊ खड़े काके लागू पाय बलिहारी गुरु आपने गोविंद दियो मिलाय। अब पाय तो ...

रक्षाबंधन

by Medha .
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#रक्षाबंधन के बहानेअबके बरस भेज भैया को बाबुल, सावन में लीजो बुलाय रेछलके नयन मोरा कसके रे जियरा, बचपन ...

बरसात की एक रात

by Medha .
  • 8.8k

बरसात की एक रात 'हरी हरी वसुंधरा पे नीला नीला ये गगन कि जिसपे बादलो की पालकी उड़ा रहा ...

मांजी के नाम की पाति

by Medha .
  • 5.4k

फेसबुक खोलते ध्यान गया अपूर्वा का, कोई मैसेज आया था। ' मांजी, नहीं रही। ' - नील का मैसेज ...

वो पता

by Medha .
  • 4.8k

वो पतासाल २००० , जिंदगी का वह पहला सफ़र जब वो और सृष्टि पहुंचे थे मुंबई करीब ८ बजे ...

ना जाने किस वेश में .......

by Medha .
  • 8.4k

खाना - पीना हो गया और फिर हमारी बैठकी जमी मम्मी के घर उस रात। सब अपनी - अपनी ...