आज फिर आंख खुलते ही आंखों के समक्ष उभरी एक जोड़ी जीवंत सी आंखें।" अरे, आप यहां, किसके लिए। ...
पछाड़ खाती तीव्र लहरों का काले पत्थरों से टकरा कर लौटना, बीच से एक श्यामल सी मोहक छवि का ...
सालों बाद फिर उसी वीरान वृहत शिला खंडों से समृद्ध नीरव सौंदर्य से परिपूर्ण इस भू भाग से गुजरती ...
" हेल्लो, मैं नीतेश, अभी दिल्ली में हूं। सिर्फ दो दिन के लिए आया हूं। आज कल तो कभी ...
गोविंद दियो मिलाय गुरु गोविंद दोऊ खड़े काके लागू पाय बलिहारी गुरु आपने गोविंद दियो मिलाय। अब पाय तो ...
#रक्षाबंधन के बहानेअबके बरस भेज भैया को बाबुल, सावन में लीजो बुलाय रेछलके नयन मोरा कसके रे जियरा, बचपन ...
बरसात की एक रात 'हरी हरी वसुंधरा पे नीला नीला ये गगन कि जिसपे बादलो की पालकी उड़ा रहा ...
फेसबुक खोलते ध्यान गया अपूर्वा का, कोई मैसेज आया था। ' मांजी, नहीं रही। ' - नील का मैसेज ...
वो पतासाल २००० , जिंदगी का वह पहला सफ़र जब वो और सृष्टि पहुंचे थे मुंबई करीब ८ बजे ...
खाना - पीना हो गया और फिर हमारी बैठकी जमी मम्मी के घर उस रात। सब अपनी - अपनी ...