नीरू अपने कमरे की खिड़की के पास खड़ी बाहर निहार रही थी। ठंड का मौसम था, हाथ में एक ...
ये कहानी है उन दिनों की जब नीरू दसवीं कक्षा में पढ़ती थी। सुबह का समय था और आज ...