CHIRANJIT TEWARY Books | Novel | Stories download free pdf

तेरे मेरे दरमियान - 8

by CHIRANJIT TEWARY
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आदित्य विकी का कॉलर पकड़ता है और कहता है ।आदित्य: - बड़ों से और लड़की से बात करने ता ...

तेरे मेरे दरमियान - 7

by CHIRANJIT TEWARY
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आदित्य विकी का कॉलर पकड़ता है और विकी को एक जौरदार थप्पड़ मारता है । जिससे फिर से सभी ...

तेरे मेरे दरमियान - 7

by CHIRANJIT TEWARY
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गिफ्ट लेकर भरत कहता है ।भरत :- थेंक्यू सो मच आदित्य । अशोक साहब इनसे मिलिए ये है मेरे ...

तेरे मेरे दरमियान - 6

by CHIRANJIT TEWARY
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रेखा :- आप दोनो पागल हो गए हो । पैसे के चक्कर मे आदित्य जैसे लड़के को छोड़ना बहोत ...

तेरे मेरे दरमियान - 5

by CHIRANJIT TEWARY
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अशोक की बात को सुनकर जानवी बहोत इमोशनल और कंफ्यूज हो जाती है । वो सौच मे पड़ जाती ...

तेरे मेरे दरमियान - 4

by CHIRANJIT TEWARY
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जानवी :- पापा ! पापा । ये क्या , ये सब कैसे हो गया ?अशोक :- कुछ नही बेटा ...

अविनाश और मुस्कान की प्रेम गाथा ।

by CHIRANJIT TEWARY
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अविनाश और उसके पापा गोतम दोनो पाकिस्तान मे रहते थे।गोतम जो पाकिस्तान के फोज मे था।हैदर अलि को पंसद ...

तेरे मेरे दरमियान - 3

by CHIRANJIT TEWARY
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"इतना बोलकर जानवी फोन काट देती है । अशोक ये सब सुनकर हैरान था । जिस बेटी को उसने ...

तेरे मेरे दरमियान - 2

by CHIRANJIT TEWARY
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आदित्य: - मोनिका मेरी बात सुनो । हेलो , हेलो । मोनिका ।मोनिका :- देखो आदित्य, मैं जानती हूँ ...

रुद्र का इंतकाम

by CHIRANJIT TEWARY
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ये कहानी है एक ऐसे बच्चे की जिसका नाम रुद्रा है जिसने बचपन मे ही अपने मां बाप को ...