प्यार !!
मुझे होने लगा है
शब्दों से प्यार
तुम करो या न
करो मेरा एतबार
शब्दों की कलियाँ
खिलने लगी हैं
देख इसे दिल होने
लगा है गुलज़ार
सुबह की लालिमा
शाम की है बहार
कोयल की कूक लगे
गाये मेघ मल्हार
मेरे जीवन में आया है
ले के कैसा ख़ुमार
प्यार है हर शब्द
शब्द देख मिली खुशिया हज़ार
hweta