आर्थिक संपन्नता और चिकित्सा के क्षेत्र में कंप्युटर टेक्नोलाॅजी के आने से बीमारी को लेकर मरीजों की सोच में काफी परिवर्तन आया है. इंटरनेट पर सूचनाओं की उपलब्धता के कारण बड़ी से बड़ी बीमारी में भी ये न तो डरते हैं, न ही घबड़ाते हैं. खतरनाक बीमारी की हालत में भी हिम्मत और विवेक से काम लेते हैं. किसी भी बीमारी के बारे में ये पहले से ही इंटरनेट को खंगाल चुके होते हैं. और पहले से ही उन्हें सारा कुछ पता होता है. सबसे अच्छा और बड़ा बदलाव यह आया है कि पेशेंट जानते हैं कि खुद नीम-हकीम बन इलाज करने या नीम-हकीम के पास जाकर पैसा और समय बर्बाद करने से अच्छा है सही समय पर सही जगह जाएं. इसीलिए आजकल कहा जाता है कि आज का पेशेंट काफी समझदार और हाइटेक हो गया है और बिना किसी डर-भय का पूरे आत्मविश्वास के साथ अपने चिकित्सक से मिलते हैं और बड़ी से बड़ी सर्जरी कराकर लौट जाते हैं. आज के मरीजों की मनःस्थिति, स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता और इलाज के क्षेत्र में आये बदलाव की गहराई से पड़ताल की कोशिश की गई है इस आलेख में.