वो इश्क जो अधूरा था - भाग 19

अपूर्व के सवाल पर फरजाना जोर से हंस दी और बोली - “वो अधूरा सच था, तुम्हारी माँ दफन हुई थी ।”अपूर्व, डायरी और लॉकेट लेकर हवेली के सबसे पिछले हिस्से में गया। एक बाड थी — जंग लगी, टूटी-फूटी। उसके पार एक अकेली क़ब्र थी, जिस पर कोई नाम नहीं था।उसने घास हटा कर देखा — पत्थर पर लिखा था - "अनुराधा . - वो जिसे पहचाना नहीं गया"“अनुराधा ?” अपूर्व हैरान था। वो बुदबुदाया - “अनुराधा - मेरी माँ “ तभी हवा में फिर वही आवाज़ आई — “बेटा… अब तो मेरी तलाश पूरी करोगे ना?”और उस क्षण अपूर्व की