भूत सम्राट - 6

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अध्याय 6:  कंकाल-गजसमय: रात्रि 08:15 PMअविन की आँखों के सामने अभी भी धुंधली सी रोशनी थी। जैसे ही उसने पलकें झपकाईं, उसे लगा उसकी खोपड़ी के अंदर कोई छोटा हथौड़ा मार रहा है।अविन की आँखों के सामने धुंधलापन था, तभी सदियों पुरानी शुद्ध और देहाती हिंदी का मेल उसके कानों में पड़ा:दासी 1 (चमेली): "अरी ओ ओछी बुद्धि वाली! देख तो ज़रा, ये कलयुगी राजा सो रहा है कि दोबारा परलोक सिधार गया? वर्षों बाद कोई इस चौखट पर आया था, ये तो आते ही भूमि पर लोट गया!"दासी 2 (जूही): "अरी चुप कर बावरी! मर्यादा भूल गई क्या? शाही