सर्दी की एक शांत शाम और उस में चलती ठंडी ठंडी हवा और हिलोरे खाते आस पास के पेड़ और सामने हिलोरे खाता हुआ एक छोटा सा तालाब और उसके आगे बैठी प्यारी और मासूम सी 20 साल की खुशी जिसकी खूबसूरती का कोई जवाब नहीं।उसने एक छोटा सा पत्थर उठाया और फिर तालाब में जोर से फेक दिया जो पानी पर अपनी छाप छोड़ता हुआ उसमें मिल गया। खुशी ने एक प्यारी सी स्माइल की और फिर पानी के पास चली गई और अपने हाथ पानी में डाल दिए । पानी में घूम रही छोटी छोटी मछलियां अचानक फुर्ती