एक नाम, जो प्यार से जन्मा सुबह की हल्की धूप अस्पताल के कमरे में फैल रही थी।Anushka गहरी नींद में थीऔर Raj पास बैठाअपनी नन्ही-सी बेटी को निहार रहा था।इतनी छोटी…लेकिन उसकी सांसों मेंRaj की पूरी दुनिया बस चुकी थी।---नाम का फैसलाAnushka ने आँखें खोलते हीधीरे से पूछा“Raj…हमारी बेटी का नाम क्या रखें?”Raj मुस्कुराया।उसने बच्ची की छोटी-सी उँगली पकड़ ली।“ये बच्ची मुझेज़मीन से जुड़ी हुई लगती है…मजबूत, सच्ची,और शांत।”Anushka ने प्यार से कहा“अवनी…”Raj की आँखें चमक उठीं।“अवनी…धरती जैसी—जो सबको संभालती है।”दोनों ने एक साथअपनी बेटी को देखा।“हमारी बेटी — अवनी।”---घर वापसीघर फूलों और खुशियों से सजा था।माँ ने अवनी को