दिल्ली के ऊपर हल्की बारिश की बूंदें गिर रही थीं।सड़कों पर पीली रोशनी फैल रही थी।लेकिन ISAR के वैज्ञानिक ब्लॉक की एक खिड़की अभी भी चमक रही थी—वहीं खिड़की जहाँ से भारत का सबसे अनोखा वैज्ञानिकरात-दिन पुराणों और विज्ञान की टकराहट में उलझा रहता था।डॉ. योगेश्वर अग्निवंश,एक ऐसा नाम जो कई लोगों के लिए सिर्फ़ ‘पागल वैज्ञानिक’ था,लेकिन उसके नाम कई महत्वपूर्ण कार्य थे जिनकी सच्चाई को झुठलाया नहीं जा सकता था ।परंतु इतिहास के हर पन्ने में चिंगारी ढूँढ़ने वाला आदमी। अचानक से इस तरह बदल गया इसके पीछे का कारण कोई नहीं समझ सका आज उसकी आँखों में पहले