पल भर का ये सफ़र हमसफ़र के साथ पल भर का ये सफ़र रहा l और सफ़र का वक्त जैसे पानी की तरह बहा ll दिल का भी अज़ीब खेल होता है देखो तो l जाना कहां था ओ पहुँचे गये जान थी वहा ll जान से भी ज्यादा प्यार करते है इस लिए l एक छोटी सी बात पर कितना कुछ सहा ll सफ़र का लुफ़्त उठाने के वास्ते रास्ते में l जहां से जो भी मिला वो सब कुछ है गहा ll दिल चैन और सुकून पायेगा जब के सखी l वहीं जाएंगे हमसफर