SIHR - 3

  • 1

उस मौलवी को दफनाने के बाद एक शख्स उसकी तलाश में गाँव कि तरफ आया, और जब उसने गाँव के लोगों को उसका बड़ा भाई कहते हुए मुखातिब किया तो वे लोग उसे सरपंच के पास ले गए। जब सरपंच ने सारी आपबीती बताई तो वह फूट-फूट कर रोने लगा और कहने लगा—"मेरा भाई ऐसा कैसे कर सकता है? नहीं, वह ये सब नहीं कर सकता.. उसे मैं जानता हूँ, वह ऐसा कुछ भी नहीं कर सकता.. अम्मी-अब्बू के इंतेकाल के बाद मैंने उसकी परवरिश कि है। जरूर आप को कुछ ग़लत फहमी हुई है"वह ये सब अभी कह ही