प्रीतम नीलिमा के जवाब का इंतजार कर रहा था,पर नीलिमा अब भी कुछ नहीं बोल रही थी तभी अंधेरे में से आकाश की आवाज आई हा बोल दो नीलिमा प्रीतम सच में तुम्हे बहोत चाहता है और तुम भी तो उसे चाहती हो!तभी विष्णु भी बोला नीलिमा बन जाओ न मेरी भाभी फिर प्रीतम भैया भी नहीं रोक पाएंगे आपको मेरा कण पकड़ने से। इन दोनों की बात सुनकर नीलिमा बोली अरे मेरी तो हा ही है तुम लोगो को इतना भी पता नहीं चलता? अगर किसी लड़की की ना होती तो सीधे गाल पर तमाचा आता ओर लड़के