अनकही मोहब्बत - 8 (अंतिम भाग)

‎Last part ...8‎‎Simmi दुल्हन के लिबास में सड़क पर भाग रही थी।‎लाल लहंगा मिट्टी में घिस रहा था,‎पैरों में चोटें आ रही थीं,‎पर उसके लिए दर्द सिर्फ एक ही था—‎‎ “Rohan को कुछ नहीं होना चाहिए।”‎‎उसकी आँखों में बस Rohan का चेहरा था,‎वो मुस्कान, वो नजरें, वो खामोशी‎जिसमें उसने दुनिया छुपा रखी थी।‎‎Auto रोका, पर सब भरे हुए थे।‎आँसुओं के साथ वह चिल्लाई—‎‎“किसी को रोकिए… PLEASE!‎मुझे हॉस्पिटल जाना है!”‎‎एक बाइक वाले लड़के ने उसे पहचान लिया।‎वह बोला—‎‎“आपको हॉस्पिटल ले चलता हूँ।”‎‎Simmi पीछे बैठी, पल्लू कसकर पकड़ा‎और हवा के धक्कों के बीच उसका दिल‎बार-बार कह रहा था—‎‎“Rohan… तुम मुझे छोड़ नहीं